Chartered Accountant,Social Activist,Political Analysist-AAP,Spritual Thinker,Founder of Life Management, From India, Since 1987.
Sunday, 19 February 2023
■भूमि विकास बैंक द्वारा काश्तकारों की जमीने नीलाम नहीं करने की मांग की !■ भूमि विकास बैंक संघर्ष समिति ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर बैंक से फर्जी ऋण उठाने वालों के खिलाफ अब तक कार्रवाई नहीं करने तथा काश्तकारों की जमीनों की नीलामी कार्रवाई रोकने की मांग की हैं। समिति के संरक्षक दिनेश सनाढ्य ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में बताया कि राजसमंद केंद्रीय भूमि विकास बैंक मे अनेक किसानों के नाम पर फर्जी ऋण उठा लिया गया एवं अनेक काश्तकारों के नाम पर एक ही जमीन पर दो से चार बार ऋण लिया गया है ,जो फर्जी ऋण लिए गए हैं उनके खिलाफ समिति विगत 2 वर्षों से सख्त कार्रवाई करने की मांग करता रहा है। अब तक किसी भी आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। पत्र में यह भी बताया गया की जिन किसानों के नाम पर फर्जी ऋण हुआ । उन्हें लंबे समय तक कोई मांग पत्र या नोटिस नहीं भेज कर नीलामी की कार्रवाई शुरू करने पर काश्तकारों को अपनी.जमीन पर ऋण होने की जानकारी मिली । उसके बाद लगातार काश्तकारों द्वारा फर्जी ऋण उठाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मुख्यमंत्री, सहकारिता मंत्री, भूमि विकास बैंक ,जयपुर को शिकायतें भेजी जा रही है मगर अब तक कार्रवाई नहीं होने से काश्तकारों को न्याय नहीं मिल रहा है। कि राजस्थान के मुख्यमंत्री ने 2023के आम बजट में कर्ज में डूबे किसानों की जमीन नीलामी से बचाने के लिए राजस्थान फार्म डेब्ट रिलीफ फंड एक्ट बनाने की घोषणा की। उसके बावजूद नीलामी कार्रवाई बैंकों द्वारा जारी है। समिति के संरक्षक दिनेश सनाढ्य एवं अध्यक्ष मोतीलाल पालीवाल ने पत्र में यह भी बताया गया कि जिन काश्तकारों की विगत 3 माह के दौरान जिन काश्तकारों की जमीन नीलाम की गई उन्हें निरस्त की जाए तथा नीलामी प्रक्रिया उद्घोषणा को राज्य सरकार की बजट धोषणा के अनुसार रोकने की भी मांग की है। सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(277) #19/02/23 #dineshapna
Saturday, 18 February 2023
★हम भारत को हिन्दू राष्ट्र क्यों नहीं बनाये !★ ★भारत का संविधान व धर्मनिरपेक्षता !★ (१)भारत के संविधान की बातें तो सभी करते है किन्तु उसकी पालना उसको बनाने वाले (नेताओं) के द्वारा ही नहीं की जाती है ! संविधान मे "धर्मनिरपेक्षता" शब्द जोड़ा किन्तु कानून उसके विरुद्ध बनाये गये ! (२)"धर्मनिरपेक्षता" का तात्पर्य है कि राज्य का किसी भी धर्म मे कोई हस्तक्षेप नहीं हो तथा सभी धर्मों को समान दृष्टि से देखे ! किन्तु नेताओं ने संविधान विरुद्ध हिन्दू व मन्दिर विरोधी 30 काले कानून बनाये व लागू भी कर रखें है ! जो गलत व संविधान विरोधी है ! (३)सरकार को सर्वप्रथम चाहिए कि या तो संविधान से "धर्मनिरपेक्षता" शब्द हटाये या "हिन्दू व मन्दिर विरोधी 30 काले कानूनो" को हटाये ! "हिन्दू मन्दिरों को सरकारी नियंत्रण" से मुक्त करें ! (४)यदि सरकार उक्त बिन्दु नं. ३ को पूरा नहीं कर सकती है तो भारत को "हिन्दू राष्ट्र" बनाये ! (५)भारत के संविधान की पालना ईमानदारी से १००% सुनिश्चित हो ! साथ मे संविधान मे संशोधन करके "धर्मनिरपेक्षता" के स्थान पर "सनातन" शब्द जोड़े ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(276) #18/02/23 #dineshapna
★हम भारत को हिन्दू राष्ट्र ही क्यों बनाये ?★ ★धर्म व संविधान v/s सम्प्रदाय/ पंथ/मजहब★ (१)हम "समाज व देश" को सुचारू रुप से चलाने व सभी व्यक्तियों को आनन्द, सुख, शान्ति, सन्तुष्टि व प्रगति करने के लिए "धर्म व संविधान" बनाते है ! (२)धर्म :- आज से 2300 वर्ष पूर्व केवल सनातन धर्म ही था किन्तु उसमें कुछ अच्छा व नया करने के लिए नये धर्म/सम्प्रदाय/पंत/मजहब का निर्माण हुआ ! तो भी आज उक्त परिवर्तन के बावजूद भी सभी व्यक्तियो को "आनन्द, सुख, शान्ति, सन्तुष्टि व प्रगति" समान रूप से नहीं मिल पाई ! अतः हमे इस पर पुनः विचार करने की आवश्यकता है ! (३)संविधान :- दुनिया मे तीन तरह के संविधान है ! 1- जो किसी एक ही धर्म को मानता है ! 2- जो किसी भी धर्म को नहीं मानता है ! 3- जो सभी धर्मों को मानता है अर्थात् "धर्मनिरपेक्ष" है ! वर्तमान मे तीनों तरह के संविधान से सभी व्यक्तियों को पूर्ण रूप से "आनन्द, सुख, शान्ति, सन्तुष्टि व प्रगति" नहीं मिल पा रही है क्योंकि कोई भी एक धर्म ऐसा नहीं है जो सभी धर्मों को साथ लेकर चल सके ! (४)दुनिया मे केवल एक धर्म "सनातन धर्म" ही ऐसा है जो सभी धर्मों को साथ लेकर चल सकता है इसलिए यह धर्म आदि काल से चल रहा है और अनादि काल तक चलता रहेगा ! इस धर्म मे सभी धर्मों को आत्मसात करने की शक्ति है ! (५)भारत ने मुस्लिम राज भी देखा, ईसाई राज भी देखा व धर्मनिरपेक्ष राज भी देख रहा है किन्तु किसी भी राज से सभी व्यक्तियों को पूर्ण रूप से "आनन्द, सुख, शान्ति, सन्तुष्टि व प्रगति" नहीं प्राप्त हुई है ! अतः अब एक बार भारत को "हिन्दू राष्ट्र" बनाकर देखना चाहिए ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(275) #18/02/23 #dineshapna
Friday, 17 February 2023
●शिवरात्रि की शुभकामनाएं ! - शिव ने विषपान किया !● ●हमें भी हिन्दू राष्ट्र बनाकर, - सनातन से जोड़ना होगा !● (१)2300 वर्ष पूर्व सनातन धर्म ही था, जिसके कारण विश्व मे आनन्द, शान्ति व सन्तुष्टि थी किन्तु बाद मे कुछ विद्वानों/विचारकों ने "आनन्द, शान्ति व सन्तुष्टि" के लिए नये - नये सम्प्रदाय/पंथ/मजहब की स्थापना की ! इसके बावजूद भी विश्व मे "आनन्द, शान्ति व सन्तुष्टि" की पूर्ण स्थापना नहीं हो सकी, इसके विपरीत आपसी वैमनस्य, अशांति व असन्तुष्टि व्याप्त हो रही है ! (२)इसके बाद संविधान व देश को धर्म/पंथ निरपेक्ष बनाकर देश मे "आनन्द, शान्ति व सन्तुष्टि" लाने का एक और प्रयास किया, जो भी पूर्ण सफल नहीं रहा ! (३)क्योंकि हमारे ऋषि मुनियों को मालूम था कि "आनन्द, शान्ति व सन्तुष्टि" बाहर से (सम्प्रदाय/पंथ/मजहब/संविधान) थोपने का विषय नहीं है ! यह प्रत्येक व्यक्ति के अन्दर से जागृत करने का विषय है ! जो केवल सनातन को अपनाने से ही सम्भव है ! (४)श्रीकृष्ण ने भी गीता मे कहा कि ।। अधुना तु ईश्वरः सर्वभूतानां हृद्देशे तिष्ठति तमेव सर्वभावेन शरणं गच्छेति यदुक्तं तद्विवृणोति -- सर्वधर्मान्प्ररित्यज्येति ।।18.66।। अर्थात् सब धर्मों का परित्याग करके तुम एक मेरी ही शरण में आओ, मैं तुम्हें समस्त पापों से मुक्त कर दूँगा, तुम शोक मत करो । (५)अतः विश्व कल्याण व सभी को "आनन्द, शान्ति व सन्तुष्टि" हेतु विश्व को सनातन अपनाना होगा ! इसके पूर्व सभी के कल्याण हेतु भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना ही होगा ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(274) #18/02/23 #dineshapna
★हम भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाये !★ ★पूरी दुनिया को सनातनी बनाये !★ (१)क्योंकि हमने दुनिया के अन्य राष्ट्रो (बौद्धो के, मुस्लिमो के, ईसाईयो के, पारसीयो के, यहूदियों के, बिना धर्म के) को देख रहे है, उन राष्ट्रो के सभी निवासी पूर्ण रुप से सुखी व सन्तुष्ट नहीं है ! (२)क्योंकि हमने धर्म निरपेक्ष राष्ट्र (भारत) भी देख रहे है, जिसके सभी निवासी पूर्ण रुप से सुखी व सन्तुष्ट नहीं है ! (३)क्योंकि कोई भी धर्म / धर्म निरपेक्षता पूर्ण या सभी को आत्मसात करने की ताकत नहीं रखता है, जिससे उसके सभी निवासी पूर्ण रुप से सुखी व सन्तुष्ट हो सके ! (४)विशेष तथ्य :- केवल सनातन धर्म ही ऐसा है, जो सभी (मजहब / सम्प्रदाय / धर्म) को साथ लेकर चलने की शक्ति है तथा यह धर्म शास्त्रों के साथ शस्त्रों को भी साथ लेकर चलता है, इसलिए दुनिया के सभी राष्ट्रो को सनातन धर्म को अपनाना चाहिए, जिससे उसके सभी निवासी पूर्ण रुप से सुखी व सन्तुष्ट हो सके ! (भारत विश्व गुरु बने !) (५)अतः सर्वप्रथम भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना ही होगा ! यह सभी के कल्याण का एकमात्र मार्ग है ! ●शिवरात्रि की शुभकामनाएं !● सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(273) #18/02/23 #dineshapna
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