Wednesday, 30 November 2022

★★■■धर्मो रक्षति रक्षितः !■■★★ 【●धर्म की रक्षा करें ! ●मजहब से टकराव न करें ! ●संविधान का पालन करें ! ●श्रीकृष्ण की शरण मे जाये !】 (१)"धर्म" व्यक्तित्व का विकास करके सभी मानव से प्रेम, शान्ति, पवित्र भावनाओं व सुख समृद्धि हेतु नियमों के अनुरूप आचरण के लिए प्रेरित करता है ! 【धर्म का निर्माण प्रकृति ने किया व यह शाश्वत है तथा यह सभी व्यक्तियों के हित मे है !】 (२)"मजहब" एक समान विचार वाले व्यक्तियों के विस्तार व समृद्धि हेतु कार्य करता है ! जिससे कभी कभी दूसरे मजहब से टकराव भी हो जाता है ! 【मजहब का निर्माण व्यक्ति ने किया व यह समुदाय विशेष तक सिमित है तथा यह केवल समुदाय विशेष के व्यक्तियों के हित मे है !】 (३)"संविधान" एक देश को चलाने, विकास करने व नागरिकों मे शान्ति व सुरक्षा के लिए नियम बनाकर कार्य करता है ! 【संविधान का निर्माण व्यक्ति ने किया व यह देश विशेष तक सिमित है तथा यह केवल देश विशेष के व्यक्तियों के हित मे है !】 सर्वधर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज। अहं त्वा सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुचः।। 【सम्पूर्ण धर्मों का आश्रय छोड़कर, तू केवल मेरी शरण में आ जा ! मैं तुझे सम्पूर्ण पापों से मुक्त कर दूँगा, चिन्ता मत कर !】 सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिंदुस्तानी #(238) #30/11/22 #dineshapna








 

No comments:

Post a Comment