Friday, 14 April 2023

★श्री गिरिराज जी, श्रीकृष्ण जी, श्रीनाथजी का प्राकृट्य व बृजवासी ★ श्री गिरिराज जी श्रीकृष्ण जी का विग्रह रुप होने से साक्षात् भगवान है ! द्वापर युग मे श्रीकृष्ण जी ने अपनी अंगुली पर सात दिन तक धारण किया ! इसके बाद कलियुग मे श्रीनाथजी का प्राकृट्य श्रीगिरिराज जी पर हुआ ! जतीपुरा मे श्रीगिरिराज जी का पूजन होता है व परिक्रमा मार्ग मे श्रीहनुमान जी बिराजमान है ! नाथद्वारा मे स्थित बड़ा मगरा को गिरिराज जी का स्वरूप मानते है और उनकी पूजा व परिक्रमा भी की जाती है ! किन्तु नाथद्वारा मे मन्दिर मण्डल के सदस्यों, अधिकारियों व मठाधीश की गलती व लापरवाही से श्रीगिरिराज जी के मूल परिक्रमा मार्ग पर करीब 50 बीघा जमीन पर अतिक्रमण हो गया है ! नया परिक्रमा मार्ग गलत तरीक़े से श्रीगिरिराज जी पर्वत के बीच मे से बनाया जो गलत है ! श्रीनाथजी का रथ जब प्रथम बार सिंहाड़ मे आकर रुका, वह पूज्य व ऐतिहासिक जगह पर भी अतिक्रमण हो गया ! जिम्मेदार लोग सो रहे है ! श्रीनाथजी की जमीनो पर अतिक्रमण हो रहा है, जमीन नगरपालिका लूट रही है, जमीन सरकारी विभाग द्वारा हड़पी जा रही है, जमीन पर अनाधिकृत माईनिंग हो रही है तो भी जिम्मेदार चुप है तथा इसके बावजूद लाखों रुपये वेतन ले रहे है ! अब तो स्थान (जमीन) के साथ पुष्टिमार्ग की भावनाओं के विपरीत कार्य भी हो रहा है ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(5) #14/04/23 #dineshapna








 

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