Friday, 21 April 2023

■श्रीपरशुरामजी जयन्ती की शुभकामनाएं !■ श्रीपरशुरामजी हम "सभी हिन्दुओं" के आराध्य है क्योंकि महर्षि परशुराम भगवान "विष्णु के छठे अवतार" हैं । श्रीपरशुरामजी हम "सभी ब्राह्मण व क्षत्रियों" के आराध्य है क्योंकि उनके "पिता ब्राह्मण" ऋषि जमदग्नि और "माता क्षत्रिय" रेणुका थे । श्रीपरशुरामजी हम सभी के पथ प्रदर्शक है क्योंकि वह "शास्त्र के साथ शस्त्र" को धारण करने वाले है और अन्याय के विरूद्ध लड़ने वाले है । आओ ! हम श्रीपरशुरामजी की जयंती मनाने के साथ उनके सद्गुणों को आत्मसात करें व "अन्याय के विरूद्ध आवाज" उठाने के साथ "अन्याय के विरूद्ध युद्घ" करें ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(8) #21/04/23 #dineshapna






 

Monday, 17 April 2023

★श्रीनाथजी का प्राकृट्य दिवस क्यों नहीं मनाया जाता है ?★ विक्रम संवत् 1535 वैशाख कृष्ण ११ को श्रीगिरिराज जी पर "श्रीनाथजी" के मुखारविन्द का प्राकृट्य हुआ ! जिसका उल्लेख "श्रीनाथजी की प्राकट्य वार्ता" (प्रकाशक - विद्या विभाग, मन्दिर मण्डल, नाथद्वारा । वि.सं. २०४३) के पेज नम्बर 3 पर अंकित है ! "श्रीनाथजी" का प्राकट्य के बाद दुग्ध पान व सेवा श्री सद्दू पाण्डे जी व बृजवासियों के द्वारा की गई । श्रीनाथजी के प्राकट्य के 28 वर्ष बाद श्रीवल्लभाचार्य जी आन्यौर / जतिपुरा पधारे । तदुपरान्त श्री सद्दू पाण्डे जी ने श्रीवल्लभाचार्य जी को श्रीनाथजी के दर्शन कराये । विक्रम संवत् 1535 वैशाख कृष्ण ११ को चम्पारण मे "श्रीवल्लभाचार्य जी" का प्राकृट्य हुआ ! जिसका उल्लेख "श्रीनाथजी की प्राकट्य वार्ता" (प्रकाशक - विद्या विभाग, मन्दिर मण्डल, नाथद्वारा । वि.सं. २०४३) के पेज नम्बर ६६ पर अंकित है ! यह देव संयोग है कि "श्रीनाथजी" का प्राकृट्य व "श्रीवल्लभाचार्य जी" का प्राकृट्य एक ही दिन हुआ । किन्तु यह मानवीय संयोग है कि "श्रीवल्लभाचार्य जी" का प्राकृट्य दिवस मनाया जाता है व "श्रीनाथजी" का प्राकृट्य दिवस नहीं मनाया जाता है ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(7) #17/04/23 #dineshapna












 

Sunday, 16 April 2023

★श्रीनाथजी के प्राकृट्य दिवस व श्रीवल्लभाचार्य जी के प्राकृट्य दिवस की खूब - खूब बधाइयाँ!!★ आज वैशाख कृष्ण ११ को "दोहरे प्राकृट्य दिवस" की खूब - खूब बधाई बधाई !! आज के दिन विक्रम संवत् 1535 को गिरिराज जी पर श्रीनाथजी का व चंपारण मे श्रीवल्लभाचार्य जी का प्राकृट्य हुआ ! "श्रीनाथजी" का पर्वत से व "श्रीवल्लभाचार्य जी" अग्नि कुण्ड से प्राकृट्य हुआ ! "श्रीनाथजी" के प्राकृट्य के समय श्रीसद्दू पाण्डे जी व बृजवासी तथा "श्रीवल्लभाचार्य जी" प्राकृट्य के समय पिताश्री लक्ष्मण भट्टजी व माताश्री इल्लमागारुजी भट्ट थे । "श्रीनाथजी" के प्राकृट्य के साथ "श्रीसद्दू पाण्डे जी व बृजवासी" को याद करना चाहिए तथा "श्रीवल्लभाचार्य जी" प्राकृट्य के साथ उनके "पिताश्री व माताश्री" को भी याद करना चाहिए । क्या "श्रीनाथजी" के प्राकृट्य दिवस का उत्सव "मन मे / अन्दर" मनाया जाता है ? तो क्या "श्रीवल्लभाचार्य जी" प्राकृट्य दिवस "शोभायात्रा / बाहर" मनाया जाता है ? सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(6) #16/04/23 #dineshapna












 

Friday, 14 April 2023

★श्री गिरिराज जी, श्रीकृष्ण जी, श्रीनाथजी का प्राकृट्य व बृजवासी ★ श्री गिरिराज जी श्रीकृष्ण जी का विग्रह रुप होने से साक्षात् भगवान है ! द्वापर युग मे श्रीकृष्ण जी ने अपनी अंगुली पर सात दिन तक धारण किया ! इसके बाद कलियुग मे श्रीनाथजी का प्राकृट्य श्रीगिरिराज जी पर हुआ ! जतीपुरा मे श्रीगिरिराज जी का पूजन होता है व परिक्रमा मार्ग मे श्रीहनुमान जी बिराजमान है ! नाथद्वारा मे स्थित बड़ा मगरा को गिरिराज जी का स्वरूप मानते है और उनकी पूजा व परिक्रमा भी की जाती है ! किन्तु नाथद्वारा मे मन्दिर मण्डल के सदस्यों, अधिकारियों व मठाधीश की गलती व लापरवाही से श्रीगिरिराज जी के मूल परिक्रमा मार्ग पर करीब 50 बीघा जमीन पर अतिक्रमण हो गया है ! नया परिक्रमा मार्ग गलत तरीक़े से श्रीगिरिराज जी पर्वत के बीच मे से बनाया जो गलत है ! श्रीनाथजी का रथ जब प्रथम बार सिंहाड़ मे आकर रुका, वह पूज्य व ऐतिहासिक जगह पर भी अतिक्रमण हो गया ! जिम्मेदार लोग सो रहे है ! श्रीनाथजी की जमीनो पर अतिक्रमण हो रहा है, जमीन नगरपालिका लूट रही है, जमीन सरकारी विभाग द्वारा हड़पी जा रही है, जमीन पर अनाधिकृत माईनिंग हो रही है तो भी जिम्मेदार चुप है तथा इसके बावजूद लाखों रुपये वेतन ले रहे है ! अब तो स्थान (जमीन) के साथ पुष्टिमार्ग की भावनाओं के विपरीत कार्य भी हो रहा है ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(5) #14/04/23 #dineshapna








 

Tuesday, 11 April 2023

★सनातन धर्म मे शास्त्र / वेद का स्थान मठाधीश / पद से ऊपर है !★ हनुमानजी की मूर्ति "बाँदरा मगरे" मे स्थापित होनी चाहिए क्योंकि यहाँ से उनके सन्मुख श्रीनाथजी, शिव जी, गिरिराज जी, श्रीकृष्ण जी, यमुना स्वरूप बनास नदी, बुडा महादेव जी होगे ! गिरिराज पर्वत (बड़ा मगरा) पर श्रीनाथजी की ध्वाजा जी / सनातन धर्म की पताका स्थापित की जा सकती है ! हम धर्म की बात तो करते है किन्तु उसकी पहली सीढी "सत्य" पर चढने से कतराते है ! कोई सत्य या न्याय की बात करने वालों से धर्म सम्मत तार्किक बात करने के स्थान पर उसे धर्म विरोधी ठहराने का असफल प्रयास करते है ! उक्त हनुमानजी की मूर्ति व ध्वाजा जी को स्थापित करने का इससे अच्छा विकल्प हो तो बताये ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(4) #08/04/23 #dineshapna









 

Friday, 7 April 2023

★नाथद्वारा मे हनुमान जी की मूर्ति लगाने वालों को बधाई !★ श्रीनाथजी की नगरी मे "गिरिराज पर्वत" के ऊपर 108 फीट की हनुमानजी की मूर्ति लगाई जा रही है जो अच्छी बात है ! "श्रीकृष्ण" ने गिरिराज पर्वत को अपनी अंगुली पर धारण किया था व "श्रीनाथजी" का प्राकृट्य भी गिरिराज पर्वत पर हुआ था ! हम बृजवासी, वल्लभ कुल व वैष्णव इस बड़े मगरे को गिरिराज पर्वत मानकर इनकी पूजा व परिक्रमा करते है ! ऐसी स्थिति मे गिरिराज पर्वत के ऊपर हनुमानजी की मूर्ति स्थापित करना कहाँ तक उचित है ? यह हमारी श्रद्धा, भावनाओं व पुष्टि मार्ग के विपरीत है ! आपको शिवमूर्ति से प्रतिस्पर्धा करनी ही है तो हनुमानजी की मूर्ति "बाँदरा मगरे" मे स्थापित करना चाहिए ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(3) #07/04/23 #dineshapna