Thursday, 26 August 2021

★हिन्दू धर्मनिष्ठ है, बहादुर है, शक्तिशाली है, वैभवशाली है, तो फिर भी गुलाम क्यों हुए ?★ ◆हिन्दू धर्मनिष्ठ है, किन्तु धर्म की 100% पालना नहीं करते है ! (अहिंसा परमो धर्मः धर्म हिंसा तथैव च: के अधूरे श्लोक का अनुसरण करते है !) (हम भगवान को पूजते है किन्तु आत्मसात पूरा नहीं करते है !) (हम शास्त्र के साथ शस्त्र को धारण नहीं करते है !) ◆हिन्दू बहादुर है, किन्तु हमारे बीच गद्दारों की भी कमी नहीं है ! (दुश्मनों को हराते है, किन्तु गद्दारों से हार जाते है !) (बहादुर होने के कारण जितने के बावजूद दुश्मनों को माफ कर देते है, जिससे धोखा हो जाता है !) (बहादुर ज्यादा होने के कारण हम दुस्साहसी हो जाते है !) ◆हिन्दू शक्तिशाली है, किन्तु एकता की कमी है ! (एकता की कमी होने से हम अपनो के कारण ही दुश्मनों से हार जाते है !) (शक्तिशाली होने के साथ घमण्ड भी आ जाता है जो घातक होता है !) (हम आपस मे ही लड़ने के कारण दुश्मनों को मौका मिल जाता है !) ◆हिन्दू वैभवशाली है, किन्तु उनके रक्षण मे कमी है ! (हम वैभव बढ़ाने मे लगे रहते है किन्तु उस अनुपात मे रक्षक नही बढ़ाने के कारण हम लालची लोगों को आक्रमण करने का मौका देते है !) (हमारे मन्दिरो को लूटने का एक मुख्य कारण यह है कि हमारी रक्षा पंक्ति कमजोर है!) (मन्दिरो की रक्षा भगवान भरोसे छोड़ देते है, जो अनीति पूर्ण है !) सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #26/08/2021 #dineshapna





 

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