★नेता झील मे पानी लाने के नाम पर जनता को मूर्ख बना रहे है ! ★क्योंकि आम जनता राजनैतिक पार्टियों मे बँटी हुई है !★ ●●●●●●>>>>≥>≥>>≥◆●●●●●●●○●●○●●●● बनास नदी द्वारा आज "3000 क्यूसेक पानी नंदसमंद से छोडाे जा" रहा है 'खारी फीडर में सिर्फें 323 क्यूसेक पानी" ही क्यों ?????????????.................... ◆ लाखो क्यूसेक पानी जिले से बाहर जा रहा है देवास या माही की योजना बनाने के बजाय खारी फीडर जिसकी 35 km की कुल लंबाई है उसे ही 2000 क्यूसेक कैपिसिटी की खारी फीडर की योजना बना दी जाय 3750 mcft की राजसमन्द झील एक बार में ही भर सकती है ! ◆ और हाँ जब तक बनास का पानी मातृकुंडिया तक या ओवरफ्लो नही हो, तब उसके बाद ही खारी फीडर की वर्तमान कैपिसिटी से अतिरिक्त पानी दिया जाय ! ◆ यह सुझाव 2002 में दिया था। सामान्य स्थिति में वर्तमान में दिया जा रहा, 350 क्यूसेक पानी खारी फीडर से राजसमंद झील में परावर्तित हो। ◆ पर असामान्य परिस्थितिवश जैसे अभी है, अतिरिक्त बनास का पानी राजसमंद झील में लाने के लिए खारी फीडर विस्तार जरूरी है । ◆ राजनैतिक इच्छाशक्ति और सभी को साथ लेकर समझ बनाने की आवश्यकता है। ◆ ये नियम बन सकता है कि मातृकुंडिया बांध का ओवरफ्लो हो जाय तब अतिरिक्त पानी खारी फीडर से झील में डाला जा सकता है, इससे बनास के निचले इलाके वालो को भी कोई शिकायत नही होगी यानी उन्हें भी पूरा पानी मिलेगा ! ◆ इससे बनास नदी मे अतिरिक्त पानी व्यर्थ मे बहकर व मातृकुण्डिया से ओवरफ्लो होकर बैकार नही जये ! यदि वही पानी राजसमन्द झील भरने के बाद, झील ओवरफ्लो होकर पानी बहे तो वह पानी पुनः बनास नदी मे ही जायेगा ! किन्तु इससे हजारों किसानों को अतिरिक्त फायदा होगा ! ★ ★ इतनी छोटी सी बात इन नेताओं व अधिकारियों को समझ मे क्यों नहीं आ रही है या समझकर भी नासमझ बन रहे है ! ★ ★ CA.Dinesh Sanadhya - 09.09.19 www.dineshapna.blogspot.com
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