★★★★★"श्रीकृष्ण प्रेम" के बदले "भक्त की रक्षा" करते है !★★★★★ ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ ◆श्रीकृष्ण (विष्णु) से "जो प्रेम करता" है उस भक्त के लिए व उसकी रक्षा के लिए सक्षम राजाओं / सम्राटों से भी लड़कर उनकी "अनीति/अन्याय से मुक्ति" दिलाई ! जैसे ●"प्रहलाद" के प्रेम के कारण स्वघोषित भगवान हरिण्यकश्यप से , ●"बृजवासियों" के प्रेम के कारण इन्द्र विजयी राजा कंस से , ●"अर्जुन" सखा प्रेम के कारण स्वघोषित युवराज दुर्योधन + 11 अक्षौहिणी सेना + अन्याय के सहयोगी गुरु, महाबलियों, इच्छा मृत्यु प्राप्त महान व्यक्ति से भी मुक्ति दिलाई ! ◆श्रीकृष्ण प्रेम मे भक्त (प्रहलाद) से "पुत्रवत् व्यवहार" करते है तो सखा (बृजवासी/अर्जुन) से "मित्रवत् व्यवहार" करते है, और उनकी रक्षार्थ व अन्याय के विरुद्ध अपने मामा /अपने रिश्तेदार /अपने गुरु समान व्यक्ति को भी दण्ड़ देते है ! यह सभी "प्रेम व न्याय" की रक्षार्थ ही करते है ! ●यह बात वर्तमान मे अन्याय करने वाले को ध्यान रखना चाहिए कि श्रीकृष्ण (विष्णु) • हर कण , • हर पल व • हर व्यक्ति मे विधमान है, केवल व्यक्ति को श्रीकृष्ण (विष्णु) को आत्मा से पुकारने की देर है ! ◆अन्यायी "धन व शक्ति" लेता तो श्रीकृष्ण (विष्णु) व देवताओं से ही है किन्तु वह उस "धन व शक्ति" का दुरुपयोग व अहंकार करने लग जाता है ! इससे भी अति तब करता है जब आम जनता व "श्रीजी भक्तों के साथ अन्याय" करने लग जाता है ! ● वर्तमान मे भी कुछ व्यक्ति श्रीकृष्ण (विष्णु) व धर्म के नाम पर धन व शक्ति प्राप्त करके , उसका दुरुपयोग आम जनता के साथ अन्याय करके कर रहे है ! उन्हे अन्यायी हरिण्यकश्यप, कंस व दुर्योधन के अन्त को भी याद रखना चाहिए ! ◆श्रीकृष्ण के सखा "अर्जुन" व "बृजवासी" है ! श्रीकृष्ण ने अपने सखा अर्जुन की सहायता सारथी बनकर की, किन्तु युद्ध तो अर्जुन को ही लड़ना पडा! उसी प्रकार वर्तमान मे भी श्रीकृष्ण अपने सखा बृजवासियों के लिए केवल सारथी ही बनेंगे, युद्ध तो बृजवासियों को स्वयं ही लड़ना पड़ेगा ! ●अब उठो बृजवासियों ! श्रीकृष्ण के आदेश से युद्ध करो , क्योंकि गीता का उपदेश तो पूर्व मे दिया जा चुका है, अब केवल धर्मयुद्ध शुरू करो ! ● इससे पूर्व शान्ति सन्देश शीघ्र श्रीकृष्ण की आज्ञा से भेजा जायेगा ! ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ श्रीकृष्ण का अपने भक्तों से प्रेम ! श्रीकृष्ण अपने भक्तों के लिए स्वयं युद्ध करते हैं ! श्रीकृष्ण का अपने सखा से प्रेम ! श्रीकृष्ण अपने सखा के लिए सारथी बनते है ! ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी - 12/06/2020 www.dineshapna.blogspot.com
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