★★अन्तर्राष्ट्रीय परिवार दिवस★★ (आज मनायें व 365 दिन अपनाये !) पाश्चात्य संस्कृति मे परिवार दिवस केवल एक दिन मनाने की समझ 1993 मे आई, जबकि हमारी सनातन संस्कृति मे हजारों वर्षों से 365 दिन मना रहे है ! एक साजिश के तहत हमें अपनी संस्कृति को गलत बताकर, दूर किया जा रहा है, बाद मे जब उसकी महत्ता समझ आती है, तब केवल एक दिवस के रुप मे मनाकर अपनी जिम्मेदारी की इतिश्री करते है ! जैसे - महिला दिवस, मातृ दिवस, पितृ दिवस, बालिका दिवस, शिक्षक दिवस, हँसी दिवस आदि ! परिवार का मतलब - (पति, पत्नी व बच्चे) (साथ मे माता पिता व भाई बहन) (साथ मे सगे सम्बन्धी) (साथ मे अपना गाँव/शहर) (साथ मे अपना धर्म/देश) (साथ में पूरा विश्व) यहाँ तक हमारी सनातन संस्कृति परिवार मानती है ! साथ मे श्रीकृष्ण का यह सन्देश भी याद रखना चाहिए कि जो न्याय व धर्म पर नहीं चले, वह भाई भी हो तो भी उसे परिवार का सदस्य नहीं मानना चाहिए ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #15/05/2021 #dineshapna
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