सरकारी अधिकारी न्यायालय के आदेश की भी नहीं सुनते है, तो आम जनता की कब सुनेंगे ? (१)सरकारी अधिकारी को वेतन आम आदमी के टैक्स से मिलता है, किन्तु ज्यादातर काम नेताओं या स्वयं के हित के लिए करते है ! (२)सरकारी अधिकारी दिखाते है कि आम आदमी के लिए ही काम करते है, किन्तु यदि कार्य सक्षम या नेताओं के अन्याय के विरुद्ध हो तो कभी नहीं करते है ! (३)सरकारी अधिकारी कानून से कार्य करने की बात करते है, किन्तु कानून के अनुसार न्यायालय के आदेश की भी पालना नहीं करते है ! (४)कानून व न्यायालय का स्पष्ट आदेश है कि अतिक्रमण हटाये जाये, किन्तु अधिकारी इस आदेश की पालना भी नहीं करते है जैसे नाथद्वारा के नाथूवास तालाब से अतिक्रमण हटाने के स्पष्ट आदेश होने के बावजूद उल्टा नये अतिक्रमण पर अधिकारी चुप है ! (५)न्यायालय को चाहिए कि उनके आदेश की पालना नहीं करने पर अधिकारियों के वेतन को 50% ही दे, शेष वेतन को मुख्यमंत्री सहायता कोष मे जमा कराने का नियम बना दे तथा पद के साथ 50% भी लिखने का नियम बना दे ! जैसे :- कलेक्टर 50% , नगरपालिका आयुक्त 50% आदि ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी (78) #03/04/22 #dineshapna
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