विश्वास स्वरुपम् का लोकर्पण है, तो विश्वास जीते ! जनता का विश्वास व श्रीनाथजी का विश्वास जीते ! शिव जी की विशाल मूर्ति बनाने के लिए दिल से धन्यवाद ! (१)शिव जी का नाम "विश्वास स्वरुपम्" रखा है और उसे लोगों को अर्पण कर रहे है तो आम आदमी/श्रीनाथजी को भी यह जानने को हक है कि कहीं उनके विश्वास के साथ कोई विश्वासघात तो नहीं हो रहा है ! (२)श्रीनाथजी की लालबाग बस स्टैण्ड की 45000 वर्गफीट जमीन 2000/- प्रतिवर्ष किराए पर नगरपालिका, नाथद्वारा को दी ! उसमें से 17798 वर्गफीट जमीन नगरपालिका ने बेच दी ! यह विश्वासघात है ! (३)आईकोनिक गेट व माँडल बस स्टैण्ड बनाने के लिए 17798 वर्गफीट जमीन नगरपालिका से ली, तब भी माँडल बस स्टैण्ड पर व्यक्ति विशेष का नाम लगाया है, तो क्या यह आम आदमी के साथ विश्वासघात नहीं है ? (४)पहली बार स्थानीय व्यक्ति मन्दिर मण्डल का बोर्ड सदस्य बना है तो उनको बधाई ! किन्तु उनका दायित्व भी बनता है कि मन्दिर मण्डल की जमीनों / धन की रक्षा करें ! (५)श्रीनाथजी की लालबाग बस स्टैण्ड की जमीन, लावटी पेट्रोल पम्प की जमीन, बड़ा मगरे की जमीन, भीलवाड़ा की जमीन को बचाने की जरूरत है ! यदि यह (बोर्ड सदस्य / स्थानीय बोर्ड सदस्य / मठाधीश / निष्पादन अधिकारी / कलेक्टर / विधायक) जमीन नहीं बचाते है तो यह श्रीनाथजी के साथ विश्वासघात है ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(214) #18/10/22 #dineshapna
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