★ *श्रीगणेश चतुर्थी की शुभकामनाएँ !* ★ ■ श्रीगणेश जी की पूजा करें, ध्यान करें, पाठ करें, दर्शन करे, सुख शान्ति की प्रार्थना करें, आशिर्वाद ले, साथ मे *उनके कर्म, सन्देश व दर्शन को आत्मसात जरूर करे !* ■ गणेश जी के दो हाथों मे *अभयमुद्रा*, व *मोदक*, से शान्ति, तो शेष दो हाथों मे *खड्ग / तलवार* व *पाश (फंदा / रस्सी)* से अशांति पैदा करने वालों का नाश करके शान्ति कायम करने का सन्देश है, अतः उसको आत्मसात जरूर करें ! ■ भगवान श्रीगणेश जी को सामान्यतः चार भुजाओं मन निम्न प्रतीक / आयुध दिखाई देते हैं – 1. *निचला दायाँ हाथ* – अभयमुद्रा (सुरक्षा व आशीर्वाद प्रदान करने की मुद्रा) 2. *निचला बायाँ हाथ* – मोदक (ज्ञान, आनंद और प्रसन्नता का प्रतीक) 3. *ऊपरी दायाँ हाथ* – खड्ग / तलवार (अज्ञान और अन्याय का नाश करने का प्रतीक) 4. *ऊपरी बायाँ हाथ* – पाश (फंदा / रस्सी) (माया और आसक्ति को बाँधने व नियंत्रण करने का प्रतीक) ■ *श्रीगणेश जी को आत्मसात करके* अपने जीवन मे सुख, शान्ति व आनंद की प्राप्ति करें ! सीए दिनेश चन्द्र सनाढ्य #एक हिन्दुस्तानी (32) #27/08/25 #dineshapna
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★ *AI Innovation Summit – CIRC 2025, Jaipur* ★ ★ *Invite as a Guest – Chairman, Rajsamand Branch* ★ It is indeed an honour to welcome *Hon’ble Chief Minister of Rajasthan Shri Bhajan Lal Sharma ji* and *Hon’ble Cabinet Minister Colonel Rajyavardhan Singh Rathore ji* (IT, Industry & Commerce, Youth Affairs & Sports) at this historic AI Innovation Summit 2025, hosted by Jaipur Branch of CIRC of ICAI on 22–23 August 2025. ◆ My heartfelt gratitude to our respected Central Council Members *CA Satish Gupta* Sir and *CA Rohit Ruwatia* Sir for their visionary leadership and flawless execution of this landmark event. ◆ Sincere thanks to Jaipur Branch of CIRC of ICAI and CCMs for inviting me as Guest *CA. Dinesh Chandra Sanadhya*, Chairman – Rajsamand Branch of CIRC of ICAI, and for graciously including me *on the banner of AI Innovation Summit 2025*. ◆ Special appreciation to *CA Umesh Sharma* Sir, Chairman – AI in ICAI Committee, and *CA Ankur Gupta* Sir, Chairman – CIRC, for their tireless dedication and efforts in making this initiative a great success. Looking forward to many more progressive, knowledge-driven and futuristic initiatives in the service of the profession and the nation. *CA Dinesh Chandra Sanadhya* Chairman – Rajsamand Branch of CIRC of ICAI (31) #25/08/25 #dineshapna
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★ *सीए दिनेश सनाढ्य का सीए व सोशल जीवन सफर* ★ सीए दिनेश चन्द्र सनाढ्य का 18 अगस्त 1987 से 18 अगस्त 2025 तक का सीए व सोशल जीवन का सफ़र कई आयामों से भरा हुआ है। जो जीवन संघर्ष, सेवा और साधना का अद्भुत संगम है। :- 1. *Chartered Accountant का सफर (1987 – 2025)* ★ 1964 में जन्म के साथ ही शिक्षा का प्रारम्भ हुआ और निरंतर मेहनत, संघर्ष और आत्मविश्वास के बल पर Chartered Accountant की उपाधि 18/08/1987 को प्राप्त की। ★ एक Practicing Chartered Accountant के रूप में Rajsamand, Rajasthan में वित्तीय पारदर्शिता, टैक्सेशन, ऑडिट और कॉर्पोरेट गवर्नेंस में विशेष पहचान बनाई। ★ ICAI (The Institute of Chartered Accountants of India) के अंतर्गत सक्रिय रहकर न केवल व्यवसायिक जगत की सेवा की बल्कि समाज में “ईमानदारी व प्रोफेशनल इथिक्स” की मिसाल पेश की। ★ राजसमन्द ब्रांच के चेयरमैन रहते हुए स्थानीय स्तर पर सदस्यों और विद्यार्थियों के लिए सेमिनार, कार्यशालाएँ और जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए। 2. *Social Activist का सफर* ★ समाज में भ्रष्टाचार, शिक्षा, स्वास्थ्य और पारदर्शिता के मुद्दों को उठाया। ★ नगर और जिले स्तर पर सार्वजनिक हित याचिकाएँ (PILs), पत्राचार और जनहित कार्यों के माध्यम से आमजन की आवाज बने। ★ कई बार प्रशासन और न्यायपालिका के समक्ष जनहित मुद्दों पर पैरवी की, जिससे सामाजिक न्याय की दिशा में योगदान हुआ। 3. *Political Analyst का सफर* ★ राजनीति पर गहरी समझ विकसित की और भारतीय लोकतंत्र की चुनौतियों व अवसरों का विश्लेषण किया। ★ विभिन्न मंचों पर राजनीतिक विचारधाराओं, नीतियों और निर्णयों की निष्पक्ष समीक्षा कर जनता को जागरूक किया। ★ स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर की राजनीति पर अपने विश्लेषण से समाज को सही दृष्टिकोण देने का प्रयास किया। 4. *Spiritual Thinker का सफर* ★ भौतिक सफलता के साथ ही आध्यात्मिक जीवन की ओर झुकाव बढ़ा। ★ गीता, उपनिषद, और भारतीय दर्शन का अध्ययन कर जीवन प्रबंधन व मानव कल्याण के सिद्धांतों को आत्मसात किया। ★ प्रवचनों, लेखन और चिंतन के माध्यम से लोगों को “संतुलित जीवन” जीने का संदेश दिया – जहाँ धन, धर्म, समाज और अध्यात्म का समन्वय हो । 5. *Founder of Life Management (Life Management Movement)* ★ आधुनिक जीवन की आपाधापी और तनावपूर्ण स्थितियों में लोगों को “जीवन को प्रबंधित करने की कला” सिखाने हेतु Life Management की स्थापना की। ★ इसमें 4 स्तंभ – आर्थिक प्रबंधन, सामाजिक उत्तरदायित्व, राजनीतिक समझ और आध्यात्मिक संतुलन – को जोड़कर एक नई दिशा दी। ★ युवाओं, प्रोफेशनल्स और आमजन को सकारात्मक सोच, आत्मानुशासन, समय प्रबंधन और आध्यात्मिक आधार पर जीवन जीने की प्रेरणा दी। *संक्षेप मे (1987 – 2025 का सारांश)* ★CA दिनेश चन्द्र सनाढ्य का सफर केवल एक प्रोफेशनल अकाउंटेंट तक सीमित नहीं रहा, बल्कि वे एक सामाजिक प्रहरी, राजनीतिक विश्लेषक, आध्यात्मिक चिंतक और जीवन प्रबंधन के मार्गदर्शक के रूप में विकसित हुए। ★ *18 अगस्त 1987 से 18 अगस्त 2025 तक का यह 38 वर्षों का सफर समाज और प्रोफेशन दोनों के लिए प्रेरणा है।* *CA Dinesh Chandra Sanadhya* *EK CA* (30) #18/08/25 #dineshapna
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★ *नन्द के घर आनन्द भयो !* ★ नन्द के घर आनन्द भयो, जय कन्हैया लाल की, हर घर में आनन्द भयो, जय कन्हैया लाल की ॥ जब-जब कान्हा घर-घर आयेंगे, माखन-मिश्री संग प्रेम लुटायेंगे । गोकुल सा हर गाँव बनेगा, हर मन में दीप जलायेंगे ॥ नन्द के घर आनन्द भयो, जय कन्हैया लाल की, हर घर में आनन्द भयो, जय कन्हैया लाल की ॥ केवल बंसी ही नहीं बजानी, सुदर्शन चक्र भी याद दिलानी । अधर्म मिटेगा, धर्म खिलेगा, सत्य की ज्योति जगमगानी ॥ नन्द के घर आनन्द भयो, जय कन्हैया लाल की, हर घर में आनन्द भयो, जय कन्हैया लाल की ॥ जब श्रीकृष्ण हर द्वारे आयेंगे, कंस के बन्धन टूट जायेंगे । पाप तिमिर सब दूर होगा, धर्म-सूर्य उजियालो छायेंगे ॥ नन्द के घर आनन्द भयो, जय कन्हैया लाल की, हर घर में आनन्द भयो, जय कन्हैया लाल की ॥ *CA Dinesh Chandra Sanadhya* *EK Brijwasi* (29) #17/08/25 #dineshapna
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★ *आओ ! श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाये !* ★ कंस था एक मथुरा में, कृष्ण ने किया संहार, अब तो हर गली–गली में, बैठे कंस हजार॥ अब एक कृष्ण काफी नहीं, जग को बचाने आज, लाखों दिलों में जागे, सत्य-प्रेम का साज॥ अन्याय का नाश करना है, सत्य का दीप जलाना, धर्म, करुणा और सेवा से, जीवन को सजाना॥ मैंने आज लिया संकल्प, बनूँगा कृष्ण समान, आप कब उठाएँगे कदम, करे जग का कल्याण॥ *CA Dinesh Chandra Sanadhya* *EK Brijwasi* (28) #16/08/25 #dineshapna
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🇮🇳 “स्वतंत्रता और सीए” 🇮🇳 पंद्रह अगस्त का आया त्योहार, लहराया तिरंगा, गूँजा भारत अपार। सन् सैंतालिस में मिली हमें आज़ादी, बलिदानों की थी इसमें पूरी बुनियादी। फिर आया उन्नीस सौ उनचास का साल, आईसीएआई ने थामा जिम्मेदारी का भाल। आर्थिक निर्माण का बीड़ा उठाया, भारत के सपनों को आकार दिलाया। सीए हैं देश की रीढ़ के समान, ज्ञान, ईमान, परिश्रम की पहचान। संख्याओं में ढूँढते विकास की राह, सत्य और निष्ठा से निभाते हर चाह। जब अर्थव्यवस्था होगी सशक्त और मज़बूत, स्वतंत्रता रहेगी सदा अडिग, अटूट। देश की तरक्की में जो दम भरते हैं, वे सीए हैं, जो सपनों को सच करते हैं। आओ संकल्प लें इस शुभ अवसर पर, भारत को ले जाएँ ऊँचाइयों के सफर पर। तिरंगा लहराए, प्रगति का गीत गाए, स्वतंत्रता की ज्योति सदा जगमगाए। जय हिंद! 🇮🇳 *CA Dinesh Chandra Sanadhya* *Ek Hindustani* (26) #14/08/25 #dineshapna
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