Chartered Accountant,Social Activist,Political Analysist-AAP,Spritual Thinker,Founder of Life Management, From India, Since 1987.
Saturday, 28 December 2024
★केवल यह ही नहीं करें, किन्तु इससे पहले यह भी करें !★ (१) हम बात करते है कि "नशा मुक्ति" की ! किन्तु हमे इससे पहले यह बात करनी चाहिए कि ◆ सभी प्रकार के नशे (भाँग, शराब, तम्बाकू, अफीम) की बिक्री / व्यापार / टैक्स से आय मे सक्रिय भागीदारी सरकार की है और दिखाने के लिए प्रशासन / सरकार नशामुक्ति अभियान चलाकर जनता को गुमराह करती है ! ◆ क्या कारण है कि सरकार को मालूम है कि नशे के कारण आम जनता बीमार हो रही है व वाहन दुर्घटना हो रही है और इसके लिए चिकित्सा हेतु सरकार को करोड़ों रुपए खर्च करने पड़ रहे है तो भी सरकार नशे पर पूर्ण पाबन्दी नहीं लगा रही है ! ◆ "वर्तमान मे" सरकार नशे को बेचकर या टैक्स से जितना पैसा कमा नहीं रही है उससे ज्यादा चिकित्सा व अन्य इसके दुष्परिणामो पर खर्च कर रही है ! ◆ "भविष्य मे" क्या सरकार नशे के नाम पर दोहरी चाल चलना बन्द करके पूर्ण रुप से नशे को बन्द करेगी ? (२) हम बात करते है कि "भ्रष्टाचार मुक्ति" की ! किन्तु हमे इससे पहले यह बात करनी चाहिए कि ◆ हमें देश को भ्रष्टाचार मुक्त करना है तो इसकी जड़ तक पहुँच कर, "भ्रष्टाचार की जड़" को ही समाप्त करना होगा ! ◆ क्या कारण है कि भ्रष्टाचार को समाप्त करने का प्रयास प्रशासन, सरकार व कुछ समाज सेवी लोग कर रहे है तो भी "भ्रष्टाचार समाप्त" नहीं हो रहा है ! ◆ "वर्तमान मे" हम भ्रष्टाचार को समाप्त करने की बात तो करते है व भ्रष्टाचार निरोधक विभाग भी बना रखा है व इसके लिए कानून भी है तो भी भ्रष्टाचार से मुक्ति नहीं मिल रही है ! ◆ "भविष्य मे" हम हकीकत मे भ्रष्टाचार से मुक्ति चाहते है तो सर्वप्रथम भ्रष्टाचार हटाने की शुरुआत ऊपर (बड़े नेताओ व अधिकारियों) से नीचे (कर्मचारियों व आम जनता) की ओर करनी चाहिए तथा इसके साथ ही आम जनता को चुनाव मे पैसा / मुफ्त की रैवड़ी बाँटने वालों को नकारना चाहिए ! (३) हम बात करते है कि "शिक्षा" की ! किन्तु हमे इससे पहले यह बात करनी चाहिए कि ◆ हमे शिक्षा को "सेवा के स्थान पर व्यापार" बनाने वालों को रोकना होगा व नैतिकता, धार्मिकता व रोजगार उन्मुख शिक्षा को बढ़ाना चाहिए ! ◆ क्या कारण है कि सरकार "करोड़ों रुपए शिक्षा" पर खर्च करने के बाद भी देश मे शिक्षा का स्तर ऊपर नहीं उठ पा रहा है ? ◆ "वर्तमान मे सरकारी शिक्षा संस्थानों की उपेक्षा की जा रही है और प्राईवेट शिक्षा संस्थानों के द्वारा लूट मचा रखी है ! ◆ "भविष्य मे" हमे शिक्षा को सेवा के रूप मे लागू करना होगा ! जिसके लिए सरकारी शिक्षा संस्थानों का स्तर ऊँचा करके निशुल्क व्यवस्था करनी होंगी व प्राईवेट शिक्षा संस्थानों पर नियंत्रण करके इसे व्यापार बनाने से रोकना होगा ! (४) हम बात करते है कि "रोजगार" की ! किन्तु हमे इससे पहले यह बात करनी चाहिए कि ◆ क्या सरकार के द्वारा आम जनता को सरकारी नौकरी देना ही रोजगार देने का मापदंड है ? ◆ क्या कारण है कि आम जनता को सरकार रोजगार देने मे असफल हो रही है ? ◆ "वर्तमान मे" सरकार सभी को सरकारी नौकरी नहीं दे सक रही है व प्राईवेट नौकरी पर नियंत्रण नहीं है व छोटे व्यापारियों को पनपने नहीं दे रहे है, तो रोजगार कैसे मिले ! ◆ "भविष्य मे" सरकार को छोटे व्यापारियों को सुविधाएं देकर, व्यापार मे मिलावट व धोखाधड़ी पर अंकुश लगाना चाहिए ! प्राईवेट नौकरियों को प्रोत्साहन देकर तथा सरकारी नौकरियों को परिणाम परक बनाकर, आम जनता के लिए रोजगार के चहुंमुखी अवसर प्रदान करने चाहिए ! ★जयश्रीकृष्ण★ सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(219) #24/12/24 #dineshapna
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