★ सत्य एक अलग दृष्टिकोण से ! ★ ★ भक्ति और आचरण ★ मर्यादा के दीप से जीवन को सजाएँ, राम के धनुष की दृढ़ता से सदा राह पाएँ। करुणा की धारा कठोरता में बहे, सत्य के पथ पर ही सच्ची पूजा रहे। कृष्ण की बांसुरी मधुर राग सुनाए, पर सुदर्शन चक्र से अधर्म मिटाए। माधुर्य और पराक्रम का अनुपम संगम, धर्म रक्षा हेतु करें हर एक कदम। भगवान की पूजा केवल मंदिरों में न हो, उनके आचरण का संकल्प जीवन में हो। स्मरण ही नहीं, अनुसरण भी करें, तभी भक्ति के सागर को गहराई भरें। गुणगान के संग कर्तव्य को निभाएँ, भक्ति और धर्म का संगम जगाएँ। राम, कृष्ण और ईश्वर का यही संदेश, जीवन बने धर्ममय, उज्ज्वल और विशेष। सीए दिनेश चन्द्र सनाढ्य #एक हिन्दुस्तानी (37) #07/09/25 #dineshapna
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