Chartered Accountant,Social Activist,Political Analysist-AAP,Spritual Thinker,Founder of Life Management, From India, Since 1987.
Thursday 28 January 2021
★★7 साल बाद बने आईकोनिक गेट के लोकार्पण की शुभकामनाएं !★★ मदनलाल पालीवाल ने सही कहा कि उनके द्वारा प्रवेश द्वार व बस टर्मिनल 100% बनाने के बावजूद भी एम ओ यू की शर्तों के अनुसार सरकार से तीन बीघा जमीन नहीं मिली ! सरकार मदनलाल पालीवाल के साथ अन्याय कर रही है, अतः हमे भी उनका साथ देना चाहिए ! दोनों सरकार (केंद्र व राज्य) / (बीजेपी व कांग्रेस) साथ मे होने व लोकार्पण होने के बावजूद उनसे निर्माण कार्य कराने के बदले उनको जमीन नहीं देना 100% गलत है ! यदि सरकार मदनलाल पालीवाल की बात नहीं सुन रही है तो नाथद्वारा की जनता को उनका साथ देना चाहिए व अन्याय के विरुद्ध जनआन्दोलन करना चाहिए ! ★★किन्तु हम प्रवेश द्वार व बस टर्मिनल की कुछ सच्चाई व हकीकत जानना चाहते है !★★ (१)यहाँ 3 बीघा जमीन की बात कर रहे है, जबकि यह 3 बीघा 12 बिस्वा जमीन लेने का एम ओ यू किया गया है ! (२)यहाँ प्रवेश द्वार व बस टर्मिनल के बदले लालबाग, नाथद्वारा की आराजी नं. 1627 मे से 17798 वाणिज्यिक जमीन 27/12/2016 को प्राप्त कर चुके है, किन्तु उन्होंने अपने बयान मे जिक्र क्यों नहीं किया ? (३)प्रवेश द्वार की कीमत 2.50 करोड़ रु. व बस टर्मिनल की कीमत 11.50 करोड़ रु. आँकी गई, जिसकी कुल राशि 14.00 करोड़ रु. थी ! जिसके प्रतिफल मे लालबाग, नाथद्वारा की आराजी नं. 1627 मे से 17798 वाणिज्यिक जमीन की अनुमानित कीमत 8000/- रु. प्रतिवर्ग फीट से 14.24 करोड़ रु. होती है ! यह जमीन 27/12/2016 को दी जा चुकी है ! (४)जो जमीन लोकार्पण के बाद माँगी जा रही है वह आराजी नं. 641 रकबा 3.12 बीघा अर्थात् 98010 वर्गफीट है, जो 1500/- रु. प्रतिवर्ग फीट से 14.75 करोड़ रु. होती है, जिसकी माँग की जा रही है ! यह एम ओ यू के अनुसार मिलनी चाहिए ! (५)उक्त 3.12 बीघा जमीन माँगने के पिछे एक महत्वपूर्ण कारण यह भी हो सकता है कि जो जमीन 17798 वर्गफीट जमीन 27/12/2016 को दी गई थी, वह हकीकत मे नाथद्वारा मन्दिर मण्डल की जमीन है, जो नगरपालिका ने मन्दिर मण्डल से किराए पर ली थी, उसमे से ही जमीन दी गई, जो गलत है ! कानून के अनुसार यह जमीन वापस इनके हाथ से निकल सकती है ! अतः प्रवेश द्वार व बस टर्मिनल की कीमत 14.00 करोड़ रु. के बदले कम से कम दोनों जमीनों मे से एक जमीन तो मिलनी ही चाहिए ! इस न्याय की बात के लिए हम भी आपके साथ है ! सीए. दिनेश सनाढ्य - 28/01/2021 www.dineshapna.blogspot.com
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