Tuesday 2 April 2024

★ आओ ! "जीवन प्रबंधन" को जाने ! समझे ! आत्मसात करें ! ★ (१) "जीवन प्रबंधन" मे व्यक्ति का एक मात्र, महत्त्वपूर्ण व अन्तिम उद्देश्य है - "आनंद" ! (२) उक्त "आनंद" का अर्थ दो दृष्टिकोण से अलग - अलग इस प्रकार है :- (i) "सांसारिक" दृष्टि मे "आनंद" का मतलब है - धन / सम्पत्ति / पद / प्रतिष्ठा प्राप्त करना है ! (ii) "आध्यात्मिक" दृष्टि मे आनंद का मतलब है - मोक्ष / ईश्वर की प्राप्ति करना है ! (३) जीवन मे एक मात्र, महत्वपूर्ण व अन्तिम उद्देश्य "आनंद" को प्राप्ति हेतु दो आधारभूत स्तम्भ है - "स्वयं" व "शक्ति" ! (४) "आनंद" को प्राप्त करना है तो "स्वयं" को ही प्रयास करना होगा तथा उसके लिए हमें "शक्ति" की आवश्यकता होगी ! (५) "आनंद" प्राप्ति हेतु "स्वयं" को निम्न छ: कार्य करने होगे - संयम, सत्कर्म, सद् विचार, सजगता, सकारात्मकता व सन्तुलन ! "शक्ति" की प्राप्ति निम्न छ: प्रकार से होगी - समय, सत्य, सेवा, सत्संग, संगठन व संस्कार ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(143) #02/04/24 #dineshapna







 

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