Chartered Accountant,Social Activist,Political Analysist-AAP,Spritual Thinker,Founder of Life Management, From India, Since 1987.
Tuesday, 30 September 2025
★ *सनातन धर्म का अपमान क्यों ?* ★ रावण को सिगरेट पीते हुए दर्शाना निश्चय ही *सनातन संस्कृति और धार्मिक आस्थाओं का अपमान है।* क्योंकि :- (१) रामायण में वर्णित रावण विद्वान, महापंडित और शिवभक्त था। वह वेद-शास्त्रों का ज्ञाता और पराक्रमी योद्धा था। भले ही उसे अहंकार और अधर्म का प्रतीक माना जाता है, किन्तु उसे *आधुनिक व्यसनों जैसे सिगरेट से जोड़ना ऐतिहासिक व धार्मिक दृष्टि से गलत है।* (२) यह चित्रण *हमारी आस्थाओं और परंपराओं का उपहास* उड़ाता है। (३) किसी भी धार्मिक या *पौराणिक पात्र का विकृत चित्रण* समाज में भ्रम और असम्मान की भावना उत्पन्न करता है। (४) सनातन धर्म में *देव-दानव सभी को उनके वास्तविक स्वरूप के आधार पर प्रस्तुत करने* की परंपरा है, न कि आधुनिक नशे और दुर्व्यसनों के प्रतीक के रूप में। अतः कला और मनोरंजन के नाम पर इस प्रकार का प्रयोग न केवल असंगत है बल्कि धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला भी है। इसलिए *ऐसे चित्रणों से बचना चाहिए और सनातन मूल्यों का सम्मान करना आवश्यक है।* सीए दिनेश चन्द्र सनाढ्य #एक हिन्दुस्तानी (51) #30/09/25 #dineshapna
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