Tuesday, 30 June 2020

★नाथद्वारा मन्दिर पर बृजवासी व वल्लभ कुल का समान अधिकार★ ★दूसरे के अधिकार अतिक्रमण के कारण सरकार/अन्य का हस्तक्षेप★ ◆◆◆◆◆◆◆◆◆>>>>>>>>>>>◆◆◆◆◆◆◆◆◆ ●बृजवासी सखा है, अतः श्रीनाथजी पर "पहला" अधिकार ! 【बृजवासी 611 वर्षो से निरंतर निस्वार्थ प्रेम सखा की तरह सेवा कर रहे है !】 ●बृजवासी व वल्लभ कुल का श्रीनाथजी मन्दिर पर "समान" अधिकार ! 【बृजवासी 611 वर्षो से सेवा व श्रीवल्लभाचार्य जी व वल्लभकुल 514 वर्षों से पूजा कर रहे है व पूजा पद्वति बनाई व निस्वार्थ प्रेम व समर्पण को शब्दों मे परिभाषित कर पुष्टि मार्ग बनाया, अतः श्रीनाथजी मन्दिर पर समान अधिकार है !】 ●61 वर्षो से सरकार के हस्तक्षेप से मन्दिर की सम्पत्तियों को "नुकसान" ! 【जब से मन्दिर मण्डल बना है तथा स्वघोषित वैष्णव बोर्ड सदस्य बने है, व बृजवासीयो को निर्णय की सहभागिता से दूर किया है, तब से मन्दिर के धन व सम्पत्तियों का नुकसान ही हुआ है ! यदि नुकसान नहीं हुआ है, तो केवल 10 वर्षो का सामाजिक अंंकेक्षण बृजवासीयो से क्यों नहीं करा रहे है !】 ●सरकार व अन्य के हस्तक्षेप से मन्दिर को नुकसान व "भविष्य मे होने वाली हानि" के उदाहरण ! 【सरकार व अन्य के हस्तक्षेप से नुकसान हो रहे है तथा भविष्य मे और अधिक नुकसान होने की सम्भावनाएँ है, जिसके अन्य मन्दिरों के उदाहरण नीचे लिखे है व सरकार ने मन्दिर के अहित मे कानून भी बना रखें है !】 ◆◆◆◆◆◆◆◆◆>>>>>>>>>>>◆◆◆◆◆◆◆◆◆ ◆तिरुपति मन्दिर का अध्यक्ष ईसाई प्रचारक ! ◆मन्दिर को प्राप्त दान का अन्य जगह उपयोग ! ◆मन्दिर की सम्पत्तियों को सरकार के बेचने का अधिकार हेतु कानून ! ◆मन्दिर की आय पर टैक्स व कर्मचारियों द्वारा धन की चोरी की संभावना ! ◆◆◆◆◆◆◆◆◆>>>>>>>>>>>◆◆◆◆◆◆◆◆◆ ●अब तो बृजवासी व वल्लभकुल समझे व जागे ! ● ★★जयश्रीकृष्ण★★●●★★श्रीकृष्णार्पण★★ ◆◆◆◆◆◆◆◆◆>>>>>>>>>>>◆◆◆◆◆◆◆◆◆ दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी - 30/06/2020 www.dineshapna.blogspot.com





















Monday, 29 June 2020

★550 वर्षो से बृजवासी व वल्लभ कुल द्वारा सेवा★ ★ 61 वर्षो से बोर्ड मैम्बर्स व सरकार का हस्तक्षेप★ ●●●●●●●●●>>>>>>>>>>>>>>>●●●●●●●●● ★ धर्म मे निस्वार्थ प्रेम, सेवा व समर्पण ही हो ! ◆ (बृजवासी व वल्लभ) ◆श्रीनाथजी की सेवा मे निस्वार्थ प्रेम, सेवा, समर्पण, आस्था, परम्परा व त्याग होना जरूरी है ! ◆बृजवासी 550 (611 - 61) वर्षो से व श्रीवल्लभाचार्य जी व वल्लभ कुल 453 (514 - 61) वर्षों से निस्वार्थ प्रेम, सेवा,समर्पण,आस्था, परम्परा व त्याग से श्रीनाथजी की सेवा कर रहे है ! ◆धर्म व सेवा का कार्य स्वयं के निस्वार्थ प्रेम व समर्पण से चलता है, इसलिए 550 वर्षों से बृजवासी व वल्लभ कुल श्रीनाथजी की निरंतर व निविघ्न सेवा करते आये, चाहे कितने ही आक्रमण हुए, कई तरह की आर्थिक, सामाजिक व दैवीय आपदा आयी ! सभी आपदाओं का सामना आपसी प्रेम व त्याग से संभव हुआ ! ●●●●●●●●●>>>>>>>>>>>>>>>●●●●●●●●● ★ धर्म मे स्वार्थ, लोभ व धन लालसा न हो ! ★ (बोर्ड मैम्बर्स/सरकार) ◆61 वर्षो से बोर्ड मैम्बर्स/सरकार आयी है जब से स्वार्थ, लोभ, धन लालसा, अंहकार, व्यापार व लालच आया व श्रीनाथजी के सेवा भाव व निस्वार्थ प्रेम मे कमी आई है ! ◆बोर्ड मैम्बर्स/सरकार ने बृजवासीयो को श्रीनाथजी से दूर कर दिया ! क्योंकि इनमें धर्म व आस्था की कमी है ! ◆इसलिए कोरोना संकट मे बोर्ड मैम्बर्स/सरकार ने मन्दिर, सेवा वालों व नाथद्वारावासीयो की कोई सहायता नहीं की ! ★★जयश्रीकृष्ण★●●★श्रीकृष्णार्पण★★ दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी - 29/06/2020 www.dineshapna.blogspot.com
















Sunday, 28 June 2020

★ना.म.म."बोर्ड मैम्बर्स" मे "बलि" जैसा अंहकार व अत्याचार !★ ★श्रीकृष्ण की आज्ञा से "बृजवासी" का कर्म हो, "बामन" जैसा !★ ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●● ◆ विष्णु भक्त प्रह्लाद के पौत्र बलि परम प्रतापी, महावीर, इन्द्र विजयी, श्रीमहालक्ष्मी परमप्रिय भक्त व परमदानी था ! ◆ इसके बावजूद श्रीमहालक्ष्मी पति भगवान विष्णु को बामन अवतार लेकर बलि के अंहकार का नाश कर सिंहासन से हटाया ! ◆ क्योंकि उसने निर्दोष मानवो पर अत्याचार किया व देवताओं को उनके अधिकारों से वंचित कर अपना अहमं व अत्याचार का साम्राज्य बढाया ! ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●● ◆ श्रीकृष्ण भक्त श्रीवल्लभाचार्य जी के वंशज व वर्तमान नाथद्वारा मन्दिर मण्डल के बोर्ड मैम्बर्स परम प्रतापी, महावीर, इन्द्रजाल विजयी, लक्ष्मी परमप्रिय भक्त व परमदानी है ! ◆ इसके बावजूद श्रीमहालक्ष्मी पति भगवान श्रीकृष्ण को बामन अवतार लेकर बार बार आने के स्थान पर उनके सखा बृजवासी को बोर्ड मैम्बर्स के अंहकार का नाश कर गलत सिंहासन से हटाकर उनको उनके सही स्थान पर बैठाना होगा ! यह श्रीकृष्ण की आज्ञा है कि यह कार्य उनकी ओर से बृजवासी को करना है ! ◆ क्योंकि उसने निस्वार्थ सेवी बृजवासीयो व नाथद्वारावासीयो पर अत्याचार किया व बृजवासीयो को उनके अधिकारों से वंचित कर अपना अहमं व अत्याचार का साम्राज्य बढाया ! ●●●●●●●●●>>>>>>>>>>>>>>>●●●●●●●●● ■ बलि/बोर्ड मैम्बर्स श्रीमहालक्ष्मी के भक्त , किन्तु विष्णु/श्रीकृष्ण की व उनके भक्तों/सखा/सहचरो की उपेक्षा की व अत्याचार किया! ■ विष्णु/श्रीकृष्ण के भक्तों/सखा/सहचरो ने हमेशा लक्ष्मी जी से ज्यादा केवल विष्णु/श्रीकृष्ण से निस्वार्थ प्रेम किया ! ■ अब हम "बृजवासी" के पास केवल एक ही विकल्प है कि "श्रीकृष्ण की आज्ञा" मानकर , उनके कहे अनुसार कार्य करना होगा ! ●●●●●●●●>>>>>>>>>>>>>>>●●●●●●●●● ★★जयश्रीकृष्ण★★◆●◆★★श्रीकृष्णार्पण★★ ●●●●●●●●>>>>>>>>>>>>>>>●●●●●●●●● दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी - 28/06/2020 www.dineshapna.blogspot.com