Friday 5 June 2020

★2150/- की मासिक पगार पाने वाला ब्रजवासी सेवा वाला है मस्त ! व हजारों की पगार पाने वाला कर्मचारी अस्त व्यस्त !★ ★घर का पूत कुँवारा डोले , और पडोसी के फेरा !★ ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ नाथद्वारा पुष्टिमार्ग की प्रधान पीठ श्री नाथद्वारा मंदिर मंडल में कार्यरत सेवा वाले बृजवासी को मासिक वेतन मात्र 2150 रुपए दिया जा रहा है, जबकि मंदिर मंडल के कर्मचारियों को राज्य सरकार के नियमानुसार तनख्वाह दी जा रही है जिसमें राज्य सरकार के कर्मचारियों को मिलने वाली सारी सुविधाओं का उपयोग भी मंदिर मंडल के कर्मचारियों को मिलता है जबकि प्रभु श्रीनाथजी के साथ आए ब्रज वासियों को आज भी नाम मात्र के तनख्वाह उपलब्ध करवाई जा रही है ! उक्त संदर्भ में नगर के वयोवृद्ध बुद्धिजीवी प्रबुद्ध वर्ग, सेवा वाले ब्रजवासियों से जानकारी चाहने पर बताया गया कि प्रभु श्रीनाथजी के ब्रज से मेवाड़ पधारने के दौरान उनके साथ आए बृजवासी परिवारों को आज भी सेवा के स्वरूप मात्र ₹2150 पगार दिया जा रहा है जबकि प्रभु श्रीनाथजी के साथ आने वाले बृजवासी अपनी सारी जायदाद मिलकत को ब्रज में छोड़ प्रभु श्रीनाथजी की सेवा में ब्रज से मेवाड़ पधारे जब से आज तक अनवरत प्रभु श्रीनाथजी की सेवा कार्य मर्यादा परंपरा के अंतर्गत ब्रजवासियों के द्वारा ही अर्पित की जा रही है जबकि आज भी मंदिर में प्रभु श्रीनाथजी के आय के मुख्य सूत्र ● गौ - वल्लभ - बृजवासी ●के नाम से आय होती है जबकि श्रीनाथजी मंदिर मंडल बोर्ड का गठन नहीं हुआ उसके पूर्व प्रभु श्रीनाथजी के मंदिर में आय कम होने पर नामेदार ब्रजवासी सेवा वाला बृजवासी के द्वारा देशभर में पुष्टिमार्ग के परम भवदीय वैष्णव के यहां जाकर भेट उगाकर प्रभु श्रीनाथजी की राग भोग और सिंगार की सेवा को अनवरत चलाने के लिए दिलो जान से लगे हुए हैं जो आज तक जारी है परंतु वर्तमान समय में मंदिर मंडल बोर्ड के गठन होने के उपरांत मंदिर मंडल में सैकड़ों की तादात में कर्मचारियों की नियुक्तियां दी गई जिसमें सभी प्रकार के मंदिर मंडल द्वारा विभाग बनाए गए जिनमें चपरासी से लेकर अधिकारियों तक की नियुक्ति की गई जिन पर मासिक लाखों रुपया पगार के रूप में चुकाया जा रहा है जबकि इधर मंदिर में बृजवासी सेवक कर्मियों के द्वारा प्रभु श्री नाथ जी की सेवा में किसी भी प्रकार की कोई भी समस्या सेवा संबंधी नहीं आने दी जा रही है एवं हर बृजवासी सेवा वाले के द्वारा ठाकुर जी के पुष्टिमार्ग की परंपरा मर्यादा के अंतर्गत रहकर ठाकुर जी की सभी सेवाएं उपलब्ध करवाई जाती रही है परंतु वर्तमान समय में जो की विश्व स्तर पर इस कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार के द्वारा आमजन की जान की सुरक्षा को देखते हुए लाँकडाऊन किया गया इस अवसर पर केंद्र सरकार राज सरकार के द्वारा सभी प्राइवेट सरकारी नौकरी वाले कर्मचारियों को बहुत राहत उपलब्ध कराई गई जिसमें कर्मचारियों के द्वारा लिया गया लोन जिसकी किस्त वर्तमान समय में बंद कर दी गई थी आने वाले समय में समय सुधार के साथ प्रारंभ कर दी जाएगी परंतु दुर्भाग्य कि जिन कर्मचारियों को हजारों रुपए की तनख्वाह मिलती है उनको भी सरकार के द्वारा लिए गए लोन की किस्त को कोराना काल के दौरान राहत उपलब्ध कराई गई परंतु मंदिर मंडल के द्वारा बृजवासी द्वारा लिए गए 50000 लोन की ₹1000 प्रतिमा काट ली गई जिसके चलते कई बृजवासी सेवा वालों को मात्र पंद्रह सौ रुपए में इस कोरौना काल मे अपना एवं अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा जबकि कई सेवा वालों ने आक्रोश के साथ बताया कि हम को मिलने वाले की ₹2150 पगार में से मंदिर मंडल ने सेवा वालों द्वारा लिया गया ₹50000 लोन की मासिक किस्त हजार रुपए को वर्तमान की हालात परिस्थितियों को देखते हुए नहीं काटने का आग्रह किया गया परंतु मंदिर मंडल के अधिकारियों के द्वारा काट लिया गया जिसको लेकर अधिकारियों से जानकारी चाहने पर बताया गया कि सेवा वालों ने लोन लिया है उसकी की किस्त काटनी है जो हर माह कटती रहेगी इसमें हम कुछ नहीं कर सकते हैं। जनकी श्रीनाथजी मंदिर की सारी दारोमदार ● तिलकायत महाराजश्री - गौऊ माता - एवं ब्रजवासी जिनके पीछे सारा मंदिर का वैभव चलाए मान है। उन्हीं ब्रज वासियों को नजरअंदाज कर और मासिक हज़ारों रुपए पाने वाले कर्मचारियों को राज्य सरकार द्वारा जारी सारी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है जबकि सेवा वालों को नाम मात्र का पावन देकर और जो सदियों से ठाकुर जी की सेवा में लगे हुए हैं जिनके पीछे सारा मंदिर का वैभव और यह डिपार्टमेंट कार्यरत हैं उन्ही ब्रजवासियों को नजरअंदाज कर दिया गया । नाथद्वारा मंदिर मंडल में वर्तमान समय में कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव के कारण देशभर में केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा आमजन की जान की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए लोग डाउन किया गया जिसमें सोसल डिस्टेंस को देखते हुए मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे सभा, जलसे पर रोक लगाई गई जिसके चलते प्रभु श्रीनाथजी के मंदिर में भी दर्शन व्यवस्था को वैष्णव के लिए बंद किया गया जिसके चलते नाथद्वारा नगर में आय का एकमात्र मुख्य श्रीनाथजी मंदिर में आने वाले वैष्णवों के द्वारा ही नगर में व्यापारियों को रोजगार मिलता आया परंतु वर्तमान समय में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर नगर में व्यापारी के द्वारा विगत मई माह से अपने व्यवसाय बंद कर प्रशासन द्वारा एडवाइजरी का पालन करते हुए हर व्यक्ति लाँकडाऊन हुआ जिसके चलते अर्थव्यवस्था चरमरा गई एवं स्थानीय व्यापारियों दुकानदारों छोटे-मोटे रोजगार कर अपना परिवार का भरण पोषण करने वाले लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है परंतु मंदिर मंडल के कर्मचारियों को हजारों रुपए की तादाद में मंदिर मंडल द्वारा पगार चुकाई जाती जिनमें से कुछ कर्मचारियों ने अपनी स्वेच्छा से प्रभु श्रीनाथजी के मंदिर में नौकरी करने वाले कर्मचारी द्वारा अपनी 1 माह की तनख्वाह प्रभु श्रीनाथजी के सेवा में अर्पित की गई परंतु कई कर्मचारियों के लोन की किस्त एवं कुछ पगार में से पैसा काटने पर भारी नाराजगी जताई जवान बताया कि जिनको हजारों रुपए की तनख्वाह मिलती थी उनमें से कुछ आंशिक रुपैया मंदिर मंडल के द्वारा काटने पर कर्मचारियों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा एवं बड़ी नाराजगी जता रहे थे तो ₹2150 मात्र पगार वाला बृजवासी सेवा वाला जिसमें से भी उसके द्वारा ₹50000 का लोन लेने पर उसकी ₹1000 मासिक किस्त कटने के बाद ₹ 1500 उसकी पगार के बनते वालों की हालात क्या होगी ! ●जबकि जानकार युवाओं ने बताया कि मंदिर मंडल के द्वारा आय बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के जतन किए जा रहे हैं ●जबकि मंदिर मंडल द्वारा संविदा कर्मी पर लगाए हुए अनावश्यक रूप से कर्मचारियों को तुरंत प्रभाव से बंद कर ठाकुर जी के आए बढ़ाई जा सकती है ! ●साथ ही मंदिर मंडल में कार्यरत कर्मचारियों के द्वारा पूरा जीवन अपने ठाकुर जी के यही उन्होंने अपनी सेवाएं देकर पगार उठाई गई उन्हीं कर्मचारियों से ठाकुर जी की सेवा के लिए 15 - 15 दिन की पगार ठाकुर जी के भेट करने पर भी मंदिर की आय बढ़ाई जा सकती है ●साथ ही मंदिर मंडल के द्वारा हर एक डिपार्टमेंट खोल रखा है जिसमें अधिकारी से लगाकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तक कर्मचारी की नियुक्ति कर रखी है जिनको लाखों रुपया मासिक वेतन चुकाया जा रहा है जबकि मंदिर मंडल के द्वारा सभी डिपार्टमेंट बना रखे उसके उपरांत मंदिर मंडल द्वारा निविदा निकालकर हर कार्य को ठेके पर देकर ठेकेदारों से करवाया जा रहा है ठाकुर जी के दोहरा नुकसान हो रहा है ठेकेदार को भी पूरा पैसा दिया जा रहा है कार्य ठेकेदार के लोगों के द्वारा में करवाए जा रहे हैं तो फिर मंदिर मंडल के द्वारा लगाए गए हर विभाग में अधिकारी से लगाकर कर्मचारी तक को पैसा चुकाया जा रहा है जिसके चलते ठाकुर जी को दोहरा नुकसान हो रहा है उसका जवाबदार कौन ? ●सर्वप्रथम मंदिर मंडल द्वारा ठाकुर जी के लिए जिन कर्मचारियों की नियुक्ति दे रखी है उन से ठाकुर जी के दो पैसे का फायदा हो सके एवं ठाकुर जी की सेवा निरंतर पुष्टी मार्ग की मर्यादा परम्परा के अन्तर्गत चल सके ऐसे प्रयास करने चाहिए एवं सेवा वाले ब्रज वासियों की वस्तुस्थिति से अवगत होकर उन्हें इस भयंकर कोरोना काल से राहत दिलवाने के लिए जो पावन मिला है उस को दोगुना कर राहत पहुंचाने का प्रयास करना चाहिए ।






















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