Monday 15 June 2020

★नाथद्वारा मन्दिर मण्डल मे नियमानुसार कार्य क्यों नहीं हो रहा है ? जिम्मेदार कौन ?★ ★कर्मचारियों की स्थानांतरण नीति की पूर्ण पालन क्यों नहीं ? ★जब कर्मचारी है तो संविदाकर्मियों की फौज क्यों ? ★जब कर्मचारी है तो ठेके पर कार्य क्यों ? ★हिसाब किताब जैसा महत्त्वपूर्ण कार्य बाहरी व्यक्तियों से अनुबन्ध पर क्यों ? ★कटौती के बहाने श्रीजी के नित्य भोग सामग्री मे कटौती क्यों ? ■■इन विषयों पर आंतरिक अंकेक्षण रिपोर्ट पर कोई ध्यान क्यों नहीं दिया जा रहा है ? इसलिए "सामाजिक अंकेक्षण" की बृजवासीयो के द्वारा आवश्यकता है !■■ नाथद्वारा वल्लभ संप्रदाय की प्रधान पीठ नाथद्वारा मंदिर मंडल कार्यालय में वर्षों से मलाई दार पदो पर एक ही जगह पर बेठे कर्मचारीयो का स्थानांतरण नहीं ! नाथद्वारा नगर के मंदिर मंडल कार्यालय में विगत कई वर्षों से एक ही स्थान पर जमे कर्मचारियों को लेकर नगर में चर्चा का विषय बना हुवा हे जिसको लेकर नगर के जागरूक बुद्धि जीवी व प्रबुद्ध वर्ग सहित गण्यमान्य लोगो सहित मंदिर मंडल के कर्मचारियों से जानकारी चाहने पर बताया गया कि मंदिर मंडल कार्यालय में विगत कई वर्षो से एक ही मलाई दार जगहों पर कर्मचारी लगे हुवे हे, जबकि ठाकुर जी की मुंबई, कलकत्ता, सूरत, मथुरा सहित देश भर में ठाकुरजी की बैठक हे जहा पर विगत कई वर्षो से स्थानीय कर्मचारी अपनी सेवा दे रहे हे, जिनके द्वारा कई बार मंदिर मंडल के संबधित अधिकारियो को लिखित व मौखिक अवगत करवाने के उपरांत भी उन की नहीं सुनी जा रही हे, जबकि जानकर लोगो द्वारा बताया गया कि राज्य सरकार के नियमानुसार तीन वर्ष तक कर्मचारी एक जगह पर अपनी सेवा देकर अन्यत्र स्थानांतरण किया जाता हे परन्तु मंदिर मंडल नाथद्वारा द्वारा राज्य सरकार के नियमो को दर किनार करके वर्षो से एक ही पद पर सेवारत हे जबकि नियमा नुसार तो प्रत्येक कर्मचारी को ठाकुरजी की देश भर में फैली बैठकों पर हर कर्मचारियों को मौका मिलना चाहिए परन्तु बाते हे बातो का क्या ? साथ ही उक्त संदर्भ में जानकर लोगो से जानकारी चाहने पर बताया गया की मंदिर मंडल कर्मचारियों में एक ऐसी लोभी हावी हे, जो अपने खास लोगो को मलाईदार जगह पर नियक्ति दे रखी हे, साथ ही कई कर्मचारियों से एक नहीं कई जगह पर काम लिया जारहा हे, साथ ही मंदिर मंडल की जवाबदार प्रमुख जगहों पर जहा मंदिर मंडल का स्थाई कर्मचारी पद पर होना चाहिए उस जगह सविधा कर्मियों को लगया गया हे एक तरफ मंदिर मंडल के अधिकारियो द्वारा कहा जा रहा हे की वर्तमान समय में मंदिर में आय की भारी कटोती हे व दूसरी तरफ मंदिर मंडल द्वारा संविधाकर्मियों की जमात बनी हुई हे जिन पर करोड़ो रूपये का मासिक पगार चुकाया जा रहा हे जबकि इधर ठाकुर जी के नित नेग में कटोती कर ठाकुरजी के बचत का प्रयास किया जारहा हे जो कहा तक उचित हे, साथ ही जानकर लोगो ने बताया की मंदिर मंडल की ट्रांसफर निति में कोई पारदर्शिता नहीं होने से जो कर्मचारी बरसो से बाहर की बैठकों पर अपनी सेवा दे रहे हे उनको भी मंदिर मंडल द्वारा नाथद्वारा बुलाकर उनकी सेवा यहां लेनी चाहिए और बरसो से जो नाथद्वारा में जमे हे कर्मचारियों को बाहर जाने का मौका उपलब्ध करवाना चाहिए, साथ ही राज्य सरकार की ट्रांसफर निति के चलते हर कर्मचारियों को हर तीन वर्ष में ट्रांसफर होना चाहिए ताकि हर कर्मचारियों को काम का अनुभव प्राप्त हो सके साथ ही वर्तमान समय में ठाकुरजी के आय व बचत हो उसके चलते जो अनावश्य्क संविधाकर्मियो को कम कर ठाकुरजी की बचत करने के प्रयास करने की जरूरत हे साथी जो वर्षो से एक ही जगह जमे कर्मचारियों का ट्रांसफर कर ट्रांसफर निति में पारदर्शिता लाई जाये !








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