Chartered Accountant,Social Activist,Political Analysist-AAP,Spritual Thinker,Founder of Life Management, From India, Since 1987.
Sunday 7 June 2020
★प्रधानमंत्री कार्यालय से लेकर पुलिस थाना राजसमंद तक शिकायत के बाद भी न्याय नहीं मिला। ★ ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●● राजसमंद, 6जून (वि.) - भूमि विकास बैंक के अधिकारी, कर्मचारी एवं दलाल द्वारा फर्जी ऋण उठाने का उजागर होने के 2 वर्ष बाद भी पीड़ित को राहत नहीं मिली। ●पीड़ित रामलाल सुथार निवासी पीपल वास नाथद्वारा तहसील ने उसके नाम से फर्जी ऋण उठाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय से लेकर पुलिस थाना तक अपनी शिकायत दर्ज करवाई मगर अब तक एकमात्र फर्जी बिल दिलाने वाले दलाल को पुलिस ने गिरफ्तार करके न्यायिक हिरासत में भेजा शेष मुलजिम के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई और नहीं फर्जी ऋण उठाने वालों से वसूली की गई है। ●फर्जी ऋण उठाने वालों ने ऋणी के तीसरी पास होने के बावजूद सरकारी अनुदान प्राप्त करने के लिए आठवीं पास की टीसी भी ऋण फाइल में फर्जी लगा दी। ●पीड़ित को बैंक द्वारा 13जून 2018 तीन अलग-अलग मांग नोटिस देकर 25.05 लाख रूपए राशि की बकाया किस्त 7 दिन में जमा कराने की सूचना दी। बैंक द्वारा जारी मांग पत्र प्राप्त होने के बाद पीड़िता रामलाल ने 12 जुलाई 2018 को जिला कलेक्टर राजसमंद की जनसुनवाई में उपस्थित होकर फर्जी ऋण उठाने की शिकायत की जिस पर कार्रवाई करते हुए जिला कलेक्टर ने पुलिस थाना राजसमंद में 16 जुलाई को परिवाद दर्ज कर दिया । पुलिस ने फर्जी ऋण मामले की जांच करते हुए 3 फरवरी 2019 को भारतीय दंड प्रक्रिया की धारा 420, 457, 471 एवं 120b में मामला दर्ज किया। पुलिस ने दलाल एवं फर्जी बिल देने वाले राजेंद्र खटीक बैंक कर्मचारी जगदीश पुरोहित एवं रामेश्वर प्रसाद को आरोपी बनाया। मामला दर्ज होने के 8 माह बाद पुलिस ने फर्जी बिल देने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया । ●आरोपी से किसी तरह के कागजात बरामद नहीं किए गए और नहीं फर्जी ऋण राशि वसूलने का प्रयास किया । पुलिस दो बैंक कर्मचारियों को गिरफ्तार करने में नाकाम रही हैं। ●रामलाल ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (वरिष्ठ) राजसमन्द के यहाँ भी फर्जी टीसी की जाँच हेतु प्रार्थना पत्र एक वर्ष पूर्व दिया जिसकी जाँच हेतु पुलिस को निर्देश दिये गये किन्तु पुलिस ने अभी तक जाँच पूरी नहीं की। ●इस दौरान पीड़ित रामलाल ने प्रधानमंत्री कार्यालय , राजस्थान के मुख्यमंत्री ,सहकारिता मंत्री बैंकिंग लोकपाल जयपुर, सांसद व विधायक राजसमंद, जिला पुलिस अधीक्षक राजसमंद , आयकर विभाग तथा वाणिज्य कर विभाग राजसमंद को शिकायत भेजकर न्याय की मांग की मगर 2 वर्षों के बाद भी दलाल की गिरफ्तारी के अलावा इस मामले में पीड़ित को कोई राहत नहीं मिली है। ●फर्जी ऋण उठाने वाले से राशि वसूल करते हुए ऋण खाता को समायोजित करने की मांग को लेकर पीड़ित ने बैंक के बाहर गत वर्ष 15 दिवसीय धरना दिया उस दौरान बैंक सचिव ने मामले में तत्पर कार्रवाई करते हुए फर्जी ऋण मामले में पीड़ित को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया था। धरने के 1 वर्ष होने के बाद भी फर्जी ऋण मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ●पीड़ित रामलाल ने बताया बैंक द्वारा अनेक लोगों के नाम दलाल, अधिकारी एवं कर्मचारियों ने फर्जी ऋण उठा रखे हैं। इन सारे मामलों में ऋणी को न्याय दिलाने एवं बैंक के फर्जीवाड़े के खिलाफ पुरानी कलेक्ट्री के बाहर धरना प्रदर्शन करने के लिए एक समिति का गठन किया गया। उस समिति मे अन्य बैंक के फर्जी लोन व दलालों से पिडित व धोखा खाये व्यक्ति है। ●कोरोना महामारी के कारण धरना प्रदर्शन स्थगित किया गया मगर जुलाई के प्रथम सप्ताह में बैंक के फर्जीवाड़ा एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन शुरू किया जाएगा। #भूमि_विकास_बैंक #राजसमंद_बैंक_घोटाला #रामलाल_सुथार #कलेक्टर_राजसमंद
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment