Wednesday 7 February 2018

DMIC व किसान हित के लिए खेडूत समाज , गुजरात द्वारा तीन दिवसीय "विचार विमर्श" का कार्यक्रम सूरत, गुजरात मे 3.2.18 से 5.2.18 तक रखा गया !★★ ◆किसानो के साथ 70 वर्षो से धोखा ! ◆ऊर्जा का उपयोग व प्रदुषण ! ◆ भूमी अधिग्रहण नियम ! ★ विदेशी किसान को सबसिडी व द के किसान को सबसिडी ! WTO and GATT समझौता व किसानो के साथ धोखा ! ◆ DMIC and Industrial Corridor से किसानो व पर्यावरण को होने वाले नुकसान ! ◆ दिनेश सनाढ्य ने कहा कि इस गुलामी से बचने का एकमात्र उपाय - आमजनता एकजुट हो "गुलामी मुक्ति आन्दोलन" करे !----–------------------------------------–--------- ★★“विकास” ज़रूरी है ! किन्तु “प्रकृति व गुलामी” की कीमत पर नहीं !★★ हम 1200 वर्षों से विदेशी, मुगलों व अंग्रेज़ों के गुलाम रहे, जबकि हम सक्षम, ताकतवर, विकसित , व्यापार संपन्न, भौतिक व आध्यात्मिक रूप से सर्वश्रेष्ठ थे । गुलामी का मुख्य कारण "एकजुटता" की कमी व दूसरों से व्यापार के नाम पर "धोखा" खाना था । पुनः आज़ादी के 70 वर्ष बाद "एकजुटता" की कमी व व्यापार के नाम पर "धोखा" इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के नाम पर हो रहा है ! क्या हम पुनः 2047 तक गुलाम बन जायेंगे ? इसका प्रत्यक्ष प्रमाण वर्तमान कॉर्पोरेट द्वारा प्रकृति व आम जनता का शोषण कर रहे है ! तो सोचो ! इन पांच इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में स्थापित होने वाले विदेशी व देशी कॉर्पोरेट द्वारा हमारी * ज़मीन, * जल, * वायु , * प्राकृतिक संसाधनों व * अर्थव्यवस्था पर कब्ज़ा कर प्रकृति व आम जनता का शोषण किस स्तर तक करेंगे ? क्या हमें “व्यापार व विकास” के नाम पर हमें “गुलाम” बनाया जा रहा है ? देश व देशवासियों की जमीन व प्राकृतिक संसाधनों पर विदेशी व देशी कॉर्पोरेट द्वारा “कब्ज़ा” किया जा रहा है ? इसके लिए सरकार व जनप्रतिनिधि "आम जनता" के हित की सोचने के स्थान पर "विदेशी व देशी कॉर्पोरेट" के हित की ही सोच रहे हैं व उनके लिए ही काम कर रहे हैं ! देश व देशवासियों के हित के लिए "आम जनता" ही कुछ कर सकती हैं ! अतः आम जनता को "गुलामी मुक्ति अभियान" की शुरुआत करनी होगी । इस अभियान को हमें पांच स्तर पर समानांतर रूप से शुरू करना होगा । 1 . देश व देशवासियों का हित सर्वोपरी हो ! 2 . प्रकृति व जीव की सुरक्षा व संरक्षण 100% सुनिश्चित हो ! 3 . आम जनता में "एकजुटता" हो ! (जाति, धर्म, विचार, सामाजिक संगठन व राजनीतिक पार्टियों से ऊपर उठकर "मुद्दों व समस्याओं" पर एकमत व जनहित का काम हो ) 4 . जनता / सरकार का ही ज़मीन पर अधिकार रहे व कार्य 100% पारदर्शिता से हो ! (विकास व व्यापार के नाम पर विदेशी / देशी कॉर्पोरेट का जमीन व संसाधनों पर एकाधिकार न हो ) 5 . आम जनता के साथ “गुलामी मुक्ति आंदोलन” शुरू हो ! CA.Dinesh Sanadhya = 03.02.2018 @ www.dineshapna.blogspot.in @ www.dmicrajasthan.blogspot.in @ E- mail : dmic.apna@gmail.com @ 9414170270












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