Chartered Accountant,Social Activist,Political Analysist-AAP,Spritual Thinker,Founder of Life Management, From India, Since 1987.
Wednesday 25 May 2022
आम आदमी पार्टी राजस्थान मे जरूरी ! भ्रष्टाचार हटेगा, तब ही सबका विकास ! आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार पर स्वयं के मन्त्री पर भी कार्यवाही ! तभी भ्रष्टाचार हटेगा व आम आदमी को राहत मिलेंगी ! कांंग्रेस मे स्वयं के अन्दर भ्रष्टाचार मे लिप्त है व अधिकारियों का भी पूर्ण बचाव करती है ! कांंग्रेस राज मे भ्रष्टाचार की जड़ पाताल तक ! तो आम आदमी का भला असंभव ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक आम आदमी #(103) #25/05/22 #dineshapna
Tuesday 24 May 2022
कांंग्रेस व बीजेपी दोनों चाहते है - हिन्दू - मुस्लिम दोनों लड़ते रहे ! संविधान विरुद्ध दो कानून - कांंग्रेस ने बनाया - बीजेपी चुप क्यों ! ■कांंग्रेस का सच :- कांंग्रेस ने धर्मनिरपेक्षता के नाम पर कार्य किया किन्तु धर्मनिरपेक्षता के विरुद्ध कानून बनाये - (१)हिन्दू धर्म दान एक्ट 1951 (२)पूजा स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम, 1991 इससे हिन्दू - मुस्लिम के बीच खाई बढ़ी ! ■बीजेपी का सच :- हिन्दुओं की रक्षा की बातें करते है किन्तु धर्मनिरपेक्षता के विरुद्ध कानून पर चुप्पी - (१)हिन्दू धर्म दान एक्ट 1951 (२)पूजा स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम, 1991 इससे हिन्दू - मुस्लिम के बीच खाई बढ़ी ! (१)क्या है 1951 हिन्दू धर्म दान एक्ट ? :- 1951 में कांग्रेस सरकार ने "हिंदू धर्म दान एक्ट" पास किया था। इस एक्ट के जरिए कांग्रेस ने राज्यों को अधिकार दे दिया कि वो किसी भी मंदिर को सरकार के अधीन कर सकते हैं। इस एक्ट के बनने के बाद से आंध्र प्रदेश सरकार नें लगभग 34,000 मंदिर को अपने अधीन ले लिया था। कर्नाटक, महाराष्ट्र, ओडिशा, तमिलनाडु ने भी मंदिरों को अपने अधीन कर दिया था ! इसके बाद शुरू हुआ मंदिरों के चढ़ावे में भ्रष्टाचार का खेल। उदाहरण के लिए तिरुपति बालाजी मंदिर की सालाना कमाई लगभग 3500 करोड़ रूपए है। मंदिर में रोज बैंक से दो गाड़ियां आती हैं और मंदिर को मिले चढ़ावे की रकम को ले जाती हैं। इतना फंड मिलने के बाद भी तिरुपति मंदिर को सिर्फ 7 % फंड वापस मिलता है, रखरखाव के लिए। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री YSR रेड्डी ने तिरुपति की 7 पहाड़ियों में से 5 को सरकार को देने का आदेश दिया था। इन पहाड़ियों पर चर्च का निर्माण किया जाना था। मंदिर को मिलने वाली चढ़ावे की रकम में से 80 % "गैर हिंदू" कामों के लिए किया जाता है। तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक हर राज्य़ में यही हो रहा है। मंदिर से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल मस्जिदों और चर्चों के निर्माण में किया जा रहा है ! मंदिरों के फंड में भ्रष्टाचार का आलम ये है कि कर्नाटक के 2 लाख मंदिरों में लगभग 50,000 मंदिर रखरखाव के अभाव के कारण बंद हो गए हैं। दुनिया के किसी भी लोकतंत्रिक देश में धार्मिक संस्थानों को सरकारों द्वारा कंट्रोल नहीं किया जाता है, ताकि लोगों की धार्मिक आजादी का हनन न होने पाए। लेकिन भारत में ऐसा हो रहा है। कांग्रेस सरकार ने मंदिरों को अपने कब्जे में इसलिए किया क्योंकि उन्हे पता है कि मंदिरों के चढ़ावे से सरकार को काफी फायदा हो सकता है। लेकिन, सिर्फ मंदिरों को ही कब्जे में लिया जा रहा है। मस्जिदों और चर्च पर सरकार का कंट्रोल नहीं है ! आवाज उठाओ... ●सरकार मंदिरों से अपना कब्जा हटाये... ●हमारा पैसा देश के कल्याण में लगे... न कि ईसाइयों के धर्म-परिवर्तन में और न जिहाद में ! (२)क्या है 1991 पूजा स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम ? :- इस अधिनियम का उद्देश्य स्पष्ट रूप से कहता है कि यह किसी भी पूजा स्थल के रूपांतरण को प्रतिबंधित करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि उसका धार्मिक रूप वैसा ही रहे, जैसा कि वह 15 अगस्त, 1947 को अस्तित्व में था. अधिनियम में धारा 3 और धारा 4 इसी आधार पर तैयार की गई हैं. अधिनियम की धारा 3 किसी भी व्यक्ति द्वारा किसी भी धार्मिक संप्रदाय या वर्ग के पूजा स्थल के धर्मांतरण पर रोक लगाती है. वहीं अधिनियम की धारा 4 में यह स्पष्ट रूप से घोषित किया गया है कि किसी भी पूजा स्थल का रूप वही रहेगा जो स्वतंत्रता प्राप्ति के समय 15 अगस्त 1947 को था । साथ ही इस धारा में ये भी लिखा है कि 15 अगस्त 1947 को किसी स्थान के धर्म परिवर्तन से संबंधित किसी भी मौजूदा मुकदमे को अधिनियम शुरू होने के बाद समाप्त माना जाएगा और किसी भी अदालत में उसी मुद्दे पर आगे कोई मुकदमा या कानूनी कार्यवाही नहीं होगी. अधिनियम में ये भी निर्धारित किया गया है कि किसी भी कानूनी कार्यवाही के तहत अदालत पूजा स्थल के उसी धार्मिक चरित्र को बनाए रखने की कोशिश करेगी जिसमें वह 15 अगस्त 1947 को मौजूद था. हालांकि यदि कोई वाद, अपील या कोई अन्य कानूनी कार्यवाही इस आधार पर स्थापित या दायर की जाती है कि 15 अगस्त 1947 के बाद ऐसे किसी स्थान के धार्मिक स्वरूप में धर्मांतरण हुआ है, तो उसका निपटारा 1991 के अधिनियम की धारा 4 (1) के अनुसार किया जाएगा. वहीं अगर कोई धारा 3 के प्रावधानों का उल्लंघन करता है या उकसाने का प्रयास या कृत्य करता है तो दोषी को धारा 6 के तहत तीन साल की कैद और जुर्माने की सजा देने का प्रावधान रखा गया है. आवाज उठाओ... ●सरकार ने मंदिरों पर मुगलों व आततायियों के अतिक्रमण को सही ठहराया ..... ●सरकार ने हिन्दू - मुस्लिम को आपस मे लड़ने की स्थाई वजह दी .... सीए. दिनेश सनाढ्य - एक आम आदमी #(102) #24/05/22 #dineshapna
Monday 23 May 2022
★★आम आदमी पार्टी / कांंग्रेस / बीजेपी★★ ■आम आदमी का संकल्प :- (१,२)शिक्षा व स्वास्थ्य (सभी को शिक्षा व स्वास्थ्य फ्री) (३,४)पानी व बिजली (गरीब को 20000 लीटर पानी व 200 यूनिट बिजली फ्री) (५,६)बेरोजगारी व सुलभ न्याय (सभी को रोजगार व सुलभ न्याय मिले) (७,८) मँहगाई व भ्रष्टाचार (सभी को मँहगाई व भ्रष्टाचार से मुक्ति मिले) (९,१०)धर्मनिरपेक्षता व देशप्रेम (संविधान के अनुसार कानून बने व देश तथा देशवासियों दोनों से समान रुप से प्रेम) ■कांंग्रेस के जनहित के कार्य :- ★कांंग्रेस ने धर्मनिरपेक्षता के नाम पर कार्य किया किन्तु धर्मनिरपेक्षता के विरुद्ध कानून बनाये - ●हिन्दू धर्म दान एक्ट 1951 ●पूजा स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम, 1991 इससे हिन्दू - मुस्लिम के बीच खाई बढ़ी ! ★गरीबी हटाने के बहाने नेताओं की गरीबी हटाई व पूर्ण मनोयोग से भ्रष्टाचार ही किया ! ■बीजेपी के जनहित के कार्य :- ★हिन्दुओं की रक्षा की बातें करते है किन्तु धर्मनिरपेक्षता के विरुद्ध कानून पर चुप्पी - ●हिन्दू धर्म दान एक्ट 1951 ●पूजा स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम, 1991 इससे हिन्दू - मुस्लिम के बीच खाई बढ़ी ! ★गरीबों के लिए कार्य किये, किन्तु दूसरी ओर मँहगाई बढ़ा दी ! सरकारी संसाधनों को अम्बानी व अड़ानी को बाँट रहे है ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक आम आदमी #(101) #23/05/22 #dineshapna
Thursday 19 May 2022
हिन्दुस्तानी 75 वर्षों के बाद तो कम से कम सत्य को पहचाने ! कांंग्रेस ने संविधान विरुद्ध पूजा स्थल अधिनियम, 1991 बनाया ! (हिन्दू विरोधी /संविधान विरोधी) ★क्यों हिन्दू धार्मिक स्थलों पर मुगलों के द्वारा अतिक्रमण को जायज बनाने के लिए 1991 मे उक्त कानून बनाया, जो 15/08/1947 की स्थिति कायम रखने की बात कही ? ★प्रधानमंत्री कश्मीरी पंडित / नेहरू / गाँधी या अन्य है ? उनका पूजा स्थल कौनसा है ? बीजेपी उक्त कानून मे केवल एक संशोधन करें ! ★"15/08/1947" के स्थान पर "15/08/1047" करें ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(99) #19/05/22 #dineshapna
Sunday 15 May 2022
भगवान जब भी देता है, छप्पर फाड़ कर देता है ! भास्कर मे दो महत्वपूर्ण दिन साथ - साथ क्यों ! आज 1928 डिज्नीलैंड के लिए, 2022 इण्डिया के लिए ! 15 मई - दिन "एक", शुभ आगमन "दो" का ! अब देखना है कि राहुल जी की आज ताजपोशी से :- अब राहुल जी इण्डिया को रथ पर बैठा कर कहाँ .... अब इण्डिया कितना व किस दिशा मे बढ़ेगा ! पूर्व मे बंगाल देश की ओर या पश्चिम मे पाकिस्तान की ओर ! उत्तर मे चीन की ओर या दक्षिण मे श्रीलंका की ओर ! ★★दोहरी शुभकामनाएं !★★ देश 70 साल जैसा चलेगा या 700 साल पुराना जैसा चलेगा ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक आम आदमी (98) #15/05/22 #dineshapna
Monday 9 May 2022
हम भगवान से नहीं सीखें, तो हम विदेशीयो के गुलाम बने ! हम महापुरुषों से नहीं सीखें, तो हम अपनो से परेशान रहे ! ◆रावण ने केवल "स्त्री का अपहरण" किया, तो श्री राम ने केवल उसे ही नहीं, पूरे परिवार व अधर्म का साथ देने वालों को भी मौत की सजा दी ! अर्थात् अधर्म का सम्पूर्ण नाश हुआ ! ◆कौरवों ने केवल भाईयों को "हिस्सा (अधिकार) देना तो दूर एक ईन्च भी जमीन नहीं दी", तो श्रीकृष्ण ने केवल उसे ही नहीं, पूरे परिवार व अधर्म का साथ देने वालों को भी मौत की सजा दी ! किन्तु उस समय कुछ स्वार्थी / डरपोक / लालची / "गद्दार लोगों नहीं होने के कारण" हमारे धर्म का विस्तार हुआ ! अर्थात् अधर्म का सम्पूर्ण नाश हुआ ! ◆महाराणा प्रताप, शिवाजी व अनेक व्यक्तियों ने अपने धर्म / अधिकारो की रक्षा के लिए अपना जीवन लगा दिया किन्तु समझौता / गुलामी स्वीकार नहीं की, तो अपना हिन्दू धर्म बचा रहा ! किन्तु कुछ स्वार्थी / डरपोक / लालची / "गद्दार लोगों के कारण" हम गुलाम हुए ! अर्थात् अधर्म का सम्पूर्ण नाश नहीं हुआ ! हमें भगवान व महापुरुषों का जन्मोत्सव / जयंती / पर्व / त्योहार मनाने के साथ उसे आत्मसात करके, उसी अनुसार कर्म करने की जरूरत है तथा अपनी "कथनी व करनी मे समानता" होनी चाहिए ! तभी हमारा पर्व मनाना, पूजा करना व जीवन जीना सार्थक होगा ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी (97) #09/05/22 #dineshapna
Tuesday 3 May 2022
परशुराम जी के जन्मोत्सव की शुभकामनाएं ! परशुराम जी के गुणों को आत्मसात भी करें ! परशुराम जी का जीवन "अन्याय व अधर्म का नाश" करने के लिए हुआ ! हम सभी को भी "अन्याय व अधर्म के विरुद्ध युद्ध" बोलने के साथ जीवन मे "आत्मसात करने" की जरूरत है ! ईद पर "शान्ति व भाईचारे" के लिए शुभकामनाएं ! उन व्यक्तियों को जो शान्ति व भाईचारे की "बात करने के साथ उसे जीवन मे आत्मसात" भी करते हो ! हमें जन्मोत्सव / जयंती / पर्व / त्योहार मनाने के साथ उसे आत्मसात करके, उसी अनुसार कर्म करने की जरूरत है तथा अपनी "कथनी व करनी मे समानता" होनी चाहिए ! तभी हमारा पर्व मनाना व जीवन जीना सार्थक होगा ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी (96) #03/05/22 #dineshapna
Sunday 1 May 2022
★★आम आदमी पार्टी★★ ( आम आदमी की पार्टी, आम आदमी के द्वारा पार्टी, आम आदमी के लिए पार्टी ) (३)आम आदमी पार्टी देश मे "ईमानदारी, अन्याय व भ्रष्टाचार मुक्ति" का उद्देश्य लेकर आयी है । तथा आम आदमी मे हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई व अन्य है, किन्तु पार्टी ने कुछ जगह समुदाय विशेष का पक्ष लेकर अन्याय का साथ दिया, जो गलत है और इस गलती को सुधारना चाहिए । (४)देश मे "भूभाग के साथ देशवासी" भी है । देशवासियों मे सक्षम जनता व आम जनता दोनों है । किन्तु सत्ता ने अभी तक केवल सक्षम लोगों का ही ध्यान रखा । आम जनता से केवल वोट ही लिया किन्तु ध्यान नहीं रखा । आम आदमी पार्टी ने केवल "आम आदमी" का ध्यान रखने का ही लक्ष्य रखा है । किन्तु पार्टी ने कई जगह अन्य पार्टियों का विरोध करने के साथ देश / देश विरोधी ताकतों का पक्ष ले लिया, जो गलत है और इस गलती को सुधारना चाहिए । शेष .................(५) सीए. दिनेश सनाढ्य - आम आदमी पार्टी (95) #01/05/22 #dineshapna
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