Friday 31 August 2018

★★ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर विशेष ★★ पहले शान्ति की पहल करे, नही माने तो धर्म की रक्षा के लिए युद्व करे ! ◆◆पहले छेड़े नही, कोई छेड़े तो उसे छोड़े नही !◆◆ धर्म की रक्षा करने के लिए युद्व करने पर बाद मे आम जनता के लिए शान्ति की स्थापना होती है ! केवल इसी प्रकार " धर्म की रक्षा " व "आम आदमी का हित" व "सच्ची देश भक्ति" हो सकती है ! ●●●●●◆●◆◆◆◆◆◆●●●●●●●◆●◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ इजराइल एक ऐसा छोटा सा देश जिसकी जनसँख्या 80 लाख के आस पास है पर 150 करोड़ से अधिक 56 मुस्लिम देश इजराइल से खौफ खाते हैं - ताजा उदहारण ISIS पुरे अरब में आतंक मचाये हुए है, लोगों का कत्लेआम कर रहा है, पर अब तक इजराइल की तरफ एक गोली भी नहीं चलाई है, जबकि इजराइल सीरिया का पडोसी ही देश है, एक भी इजराइल के नागरिक को छुआ भी नहीं, क्योंकि उनको पता है जहाँ इजराइल को थोडा भी छेड़ा, उनके यहाँ कोई मानवाधिकार वाला बकवास करने के लिए नहीं अगले ही पल या तो इजराइल की ओर से मिसाइल दाग दिया जायेगा या इसरायली सेना चढ़ाई कर देगी - इजराइल का ये रुतबा ऐसे ही नहीं बना है...! बात है इजराइल के बनने की, जब हिटलर से जान बचाकर यहूदी लोग इजराइल पहुचे थे और इजराइल बनाया था, अरब के मुस्लिमो ने पहली बार इजराइल पर 1948 में हमला किया था उस समय बस इजराइल बना ही था, उसके पास कोई बड़ी सेना या धन गोला बारूद नहीं था, परंतु फिर भी इजराइल ने अरब को 1948 में बड़े आसानी से हरा दिया तब से लेकर अब तक अरब देशों ने 6 बाद इजराइल से युद्ध लड़े हैं और इजराइल ने हर बार मुस्लिम देशो को हराया है - अगर आंकड़ो की बात करे तो 1948 से अब तक अरब-इजराइल युद्धों में इजराइल के 22000 सैनिक शहीद हुए हैं वहीँ मुस्लिम देशों के 91000 से अधिक...! इजराइल ऐसा देश है जिसका नक्शा आप देखें, चारो ओर से मुस्लिम देशों से घिरा हुआ है फिर भी किसी मुस्लिम देश, या ISIS की मजाल नहीं की इजराइल को छेड सके अगर यूँ कहा जाए की इजराइल, मुस्लिम देशों का काल है तो अतिशयोक्ति नहीं होगी इजराइल इसलिए इतना ताकतवर है क्योंकि वहां के लोगो में दुश्मनो के प्रति मानवाधिकार जैसे बकवास चीजे नहीं है और एक बात मित्रो इजराइल खुद पहले हमला नहीं करता, बस उसको कोई छेड़े तो इजराइल उसे छोड़ता नहीं - इजराइल की मोसाद का तो ऐसा खौफ है की मोसाद के डर से किसी आतंकी संगठन के मुखिया या किसी मुस्लिम देश के नेता की औकात नहीं की इजराइल की तरफ टेढ़ी आँख करके देखे मित्रो म्युनिक ओलिंपिक में जिहादी तत्वों ने इजराइल के खिलाडियों की जर्मनी में हत्या कर दी थी और वो जिहादी तत्व किसी मुस्लिम देश में जा छुपे थे, जिनकी संख्या सैंकड़ो में थी इजराइल की मोसाद के 30 जवान उस मुस्लिम देश में घुसकर उन जिहादियों को मार आये थे इजराइल की मोसाद का सिर्फ एक जवान शहीद हुआ था...! एक बार एक मुस्लिम संगठन के लोगो ने कुछ इसरायली लोगो की हत्या कर दी फिर सब फरार हो गए सबसे अपना देश और नाम हुलिया बदल दिया, पर इजराइल की मोसाद इतनी खौफनाक है, 25 साल बाद उन कातिलों को दक्षिण अमरीका के होटल में जाकर ख़त्म कर दिया - भारत को इजराइल से सीखने की जरुरत है, अगर इजराइल का 10% गुण भी भारत में आ जाये तो पाकिस्तान क्या हर जिहादी देश दुनिया के नक़्शे से मिट जाये - अभी के नेताओ का तो पता नहीं, मित्रो इस पोस्ट को शेयर करो ताकि देश की युवा पीढ़ी देशभक्ति सीखे और आगे आने वाले समय में जब इन्ही युवाओं में से कोई देश का नेता बनेगा तो देश को हर मोर्चे पर सुरक्षित कर देगा...!



Thursday 23 August 2018

★★क्या कांग्रेस व बीजेपी नेता भारत को 2047 तक गुलाम बनवा देगे ?★★ ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ East India Company (1639 to 1947) ◆व्यापार से शुरुआत ◆फैक्ट्री लगाना ◆जमीन खरीदना ◆स्थाई निवास बनाना ◆प्राकृतिक संसाधनो पर कब्जा ◆किला व सेना निर्माण ◆राजनैतिक हस्तक्षेप इस प्रकार अंग्रेजो ने 200 वर्ष भारत पर राज किया ! ●●●●●●●●●●●●●●●●●● चीन व्यापार करने, जमीन खरीदने व ऋण के बहाने मालदीव, श्रीलंका व पाकिस्तान मे इन देशो को गुलाम बना रहा है ! ●●●●●●●●●●●●●●●●●● वर्तमान भारत (2007 से 2047) इण्डस्ट्रीयल काँरिडोर व विदेशी निवेश के नाम पर :- विदेशी कम्पनीयो के साथ ◆व्यापार किया जा रहा है ◆फैक्ट्री लगाई जा रही है ◆जमीन दी जा रही है ◆स्थाई निवास बनाये जा रहे है ◆प्राकृतिक संसाधनो को बेचा जा रहा है ◆उनको सुरक्षित निवास व प्राईवेट सिक्योरिटी दी जा रही है ◆उनका राजनैतिक व मिडिया पर हस्तक्षेप बढ़ रहा है ! ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ ★तो क्या हम गुलामी की ओर बढ़ रहे है ? ★कौन हमे 2047 तक गुलाम बनने से रोक सकता है ? CA. Dinesh Sanadhya - 23.08.2018 www.dineshapna.blogspot.in







Wednesday 22 August 2018

★ ईद-उल-अज़हा की मुबारकबाद ★ ★★★★कुरबानी खुद की दो ! अर्थात् खुद के सुख/आराम को भूलकर , खुद को खुदा / इन्सानियत के लिए पूरी तरह से लगा दो ! ★★★★ ईद-उल-जुहा (बकरीद) (अरबी में عید الاضحیٰ जिसका मतलब क़ुरबानी की ईद) इस्लाम धर्म में विश्वास करने वाले लोगों का एक प्रमुख त्यौहार है। रमजान के पवित्र महीने की समाप्ति के लगभग ७० दिनों बाद इसे मनाया जाता है। इस्लामिक मान्यता के अनुसार हज़रत इब्राहिम अपने पुत्र हज़रत इस्माइल को इसी दिन खुदा के हुक्म पर खुदा कि राह में कुर्बान करने जा रहे थे, तो अल्लाह ने उसके पुत्र को जीवनदान दे दिया जिसकी याद में यह पर्व मनाया जाता है। इस शब्द का बकरों से कोई संबंध नहीं है। न ही यह उर्दू का शब्द है। असल में अरबी में 'बक़र' का अर्थ है बड़ा जानवर जो जि़बह किया (काटा) जाता है। उसी से बिगड़कर आज भारत, पाकिस्तान व बांग्ला देश में इसे 'बकरा ईद' बोलते हैं। ईद-ए-कुर्बां का मतलब है बलिदान की भावना। अरबी में 'क़र्ब' नजदीकी या बहुत पास रहने को कहते हैं मतलब इस मौके पर भगवान इंसान के बहुत करीब हो जाता है। कुर्बानी उस पशु के जि़बह करने को कहते हैं जिसे 10, 11, 12 या 13 जि़लहिज्ज (हज का महीना) को खुदा को खुश करने के लिए ज़िबिह किया जाता है। कुरान में लिखा है : हमने तुम्हें हौज़-ए-क़ौसा दिया तो तुम अपने अल्लाह के लिए नमाज़ पढ़ो और कुर्बानी करो। त्याग का उत्थान ईद उल अजहा का त्यौहार हिजरी के आखिरी महीने जुल हिज्ज में मनाया जाता है। पूरी दुनिया के मुसलमान इस महीने में मक्का सऊदी अरब में एकत्रित होकर हज मनाते है। ईद उल अजहा भी इसी दिन मनाई जाती है। वास्तव में यह हज की एक अंशीय अदायगी और मुसलमानों के भाव का दिन है। दुनिया भर के मुसलमानों का एक समूह मक्का में हज करता है बाकी मुसलमानों के अंतरराष्ट्रीय भाव का दिन बन जाता है। ईद उल अजहा का अक्षरश: अर्थ त्याग वाली ईद है इस दिन जानवर की कुर्बानी देना एक प्रकार की प्रतीकात्मक कुर्बानी है। हज और उसके साथ जुड़ी हुई पद्धति हजरत इब्राहीम और उनके परिवार द्वारा किए गए कार्यों को प्रतीकात्मक तौर पर दोहराने का नाम है। हजरत [इब्राहीम] के परिवार में उनकी पत्नी हाजरा और पुत्र इस्माइल थे। मान्यता है कि हजरत इब्राहीम ने एक स्वप्न देखा था जिसमें वह अपने पुत्र इस्माइल की कुर्बानी दे रहे थे हजरत इब्राहीम अपने दस वर्षीय पुत्र इस्माइल को ईश्वर की राह पर कुर्बान करने निकल पड़े। पुस्तकों में आता है कि ईश्वर ने अपने फरिश्तों को भेजकर इस्माइल की जगह एक जानवर की कुर्बानी करने को कहा। दरअसल इब्राहीम से जो असल कुर्बानी मांगी गई थी वह थी उनकी खुद की थी अर्थात ये कि खुद को भूल जाओ, मतलब अपने सुख-आराम को भूलकर खुद को मानवता/इंसानियत की सेवा में पूरी तरह से लगा दो। तब उन्होनें अपने पुत्र इस्माइल और उनकी मां हाजरा को मक्का में बसाने का निर्णय लिया। लेकिन मक्का उस समय रेगिस्तान के सिवा कुछ न था। उन्हें मक्का में बसाकर वे खुद मानव सेवा के लिए निकल गये। इस तरह एक रेगिस्तान में बसना उनकी और उनके पूरे परिवार की कुर्बानी थी जब इस्माइल बड़े हुए तो उधर से एक काफिला (कारवां) गुजरा और इस्माइल का विवाह उस काफिले (कारवां) में से एक युवती से करा दिया गया फिर प्ररांम्भ हुआ एक वंश जिसे इतिहास में इश्माइलिट्स, या वनु इस्माइल के नाम से जाना गया। हजरत मुहम्मद साहब का इसी वंश में जन्म हुआ था। ईद उल अजहा के दो संदेश है पहला परिवार के बड़े सदस्य को स्वार्थ के परे देखना चाहिए और खुद को मानव उत्थान के लिए लगाना चाहिए ईद उल अजहा यह याद दिलाता है कि कैसे एक छोटे से परिवार में एक नया अध्याय लिखा गया।





Monday 20 August 2018

★आम आदमी पार्टी का "जिला स्तरीय यूथ कार्यकर्ता सम्मेलन" राजसमन्द मे ! "युवा संगठन की शक्ति है व कार्यकर्ता पार्टी की आत्मा है !" "प्रत्येक बूथ - 10 यूथ हो व दिल्ली की आम जनता को बिजली,पानी,शिक्षा व स्वास्थ्थ जैसा फायदा राजस्थान को मिले ! ★आम आदमी पार्टी की "सम्पर्क यात्रा रैली" राजसमन्द मे ! विवेकानन्द चौराया से आसोटीया तक पैदल सम्पर्क ! ◆सीए. दिनेश सनाढ्य - राजसमन्द जिलाध्यक्ष, ◆ प्रकाश जैन - प्रत्याशी राजसमन्द, ◆ अमित वर्मा - लोकसभा प्रभारी, ◆ पप्पू कीर - यूथ उदयपुर संभाग प्रभारी, ◆ दिनेश जोशी - राजसमन्द विधानसभा प्रभारी व ◆जिले के कार्यकर्ता ! 19.08.2018 , Rajsamand ●●●●●●●●●●●●●●●●●● दिनेश सनाढ्य - जिलाध्यक्ष https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2069600393059950&id=100000300273580 दिनेश सनाढ्य - https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2069596156393707&id=100000300273580 अमित वर्मा - लोकसभा प्रभारी https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2069573149729341&id=100000300273580 दीपेश शर्मा - उदयपुर सोशिल मिडिया https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2069577399728916&id=100000300273580 सोशिल मिडिया - Twitter Media https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2069587779727878&id=100000300273580 प्रकाश जैन - विधानसभा प्रत्याशी https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2069611999725456&id=100000300273580 सम्पर्क यात्रा रैली - राजसमन्द https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2069629313057058&id=100000300273580 यूथ सम्मेलन - 19.08.2018 https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2070200562999933&id=100000300273580 सम्पर्क यात्रा रैली - 19.08.2018 https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2070208862999103&id=100000300273580 युवा शक्ति - कार्यकर्ता आत्मा @dineshapna https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2070982462921743&id=100000300273580


★आम आदमी पार्टी का "जिला स्तरीय यूथ कार्यकर्ता सम्मेलन" राजसमन्द मे ! "युवा संगठन की शक्ति है व कार्यकर्ता पार्टी की आत्मा है !" "प्रत्येक बूथ - 10 यूथ हो व दिल्ली की आम जनता को बिजली,पानी,शिक्षा व स्वास्थ्थ जैसा फायदा राजस्थान को मिले ! ★आम आदमी पार्टी की "सम्पर्क यात्रा रैली" राजसमन्द मे ! विवेकानन्द चौराया से आसोटीया तक पैदल सम्पर्क ! ◆सीए. दिनेश सनाढ्य - राजसमन्द जिलाध्यक्ष, ◆ प्रकाश जैन - प्रत्याशी राजसमन्द, ◆ अमित वर्मा - लोकसभा प्रभारी, ◆ पप्पू कीर - यूथ उदयपुर संभाग प्रभारी, ◆ दिनेश जोशी - राजसमन्द विधानसभा प्रभारी व ◆जिले के कार्यकर्ता ! 19.08.2018