Friday 30 June 2023

★आओ ! "एक" दिन को "चार" तरीकों से मनाये !★ (१) CA Day :- 💐 सभी को शुभकामनाएँ ! स्वयं के लिए कार्य करने के साथ देश व देशवासियों के हित मे भी कार्य करें ! (धन कमाये मानवता के साथ) (२) Doctor Day :- 💐💐 सभी को शुभकामनाएँ ! स्वयं के लिए कार्य करने के साथ देश व देशवासियों के हित मे भी कार्य करें ! (धन कमाये मानवता के साथ) (३) GST Day :- 💐💐💐 सीए व सरकार को शुभकामनाएँ ! टैक्स को सरल बनाये, सरकार उसे उलझाये नहीं ! उलझाने से आय नहीं, टैक्स चोरी बढ़ती है ! (४) Medicine Day :- 💐💐💐💐 (प्रस्तावित) डाँक्टर व दवा निर्माताओ को शुभकामनाएँ ! दवाओं से धन कमाये, दवा निर्माता दवाओं से लूटे नहीं ! दवाओं पर MRP के साथ, MCP अधिकत्तम लागत मूल्य लिखे ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक चार्टर्ड अकाउंटेन्ट #(35) #01/07/23 #dineshapna

























 

Monday 26 June 2023

★आओ ! हम श्रीनाथजी मन्दिर की सम्पत्ति को लूटे या लूटाये !★ ★अब तो बस करो ! श्रीनाथजी से डरो !★ 【क्या आप ◆खास आदमी / ◆मन्दिर अधिकारी /◆ठेकेदार ◆नेता / ◆बोर्ड मैम्बर्स /◆मठाधीश / ◆आम आदमी हो ! 】 (१)यदि आप "खास आदमी" हो तो नेता/नगरपालिका/मन्दिर अधिकारी से मिलकर करोड़ों रु. की जमीन लूट सकते हो ! (लालबाग बस स्टैण्ड की जमीन) (२)यदि आप "मन्दिर अधिकारी" हो तो मन्दिर की करोड़ों रु. की जमीन लूटा कर चुप रह सकते हो ! (बस स्टैण्ड, लावटी पेट्रोल पम्प, बड़ा मगरा, भीलवाड़ा की जमीनें) व मन्दिर के ऐतिहासिक मजबूत भवनों को तोड़कर, नया भवन बना कर, बिल्डिंग मटैरियल को मिट्टी के भाव मे ठेकेदार को देकर व नये भवनों मे लाखों के स्थान पर करोड़ों रु. खर्च करके ठेकेदारों को फायदा पहुँचाकर, लूट सकते हो ! (बड़ा बाजार का भवन, पायगा कोटेज का भवन, पायगा काँटेज व प्रितम पोली का गेट, पुराने गडँर व अन्य) (३)यदि आप "ठेकेदार" हो तो नेताओं / मन्दिर अधिकारी / बोर्ड मैम्बर्स के साथ मिलकर भवन तोडने / भवन बनाने मे (दोनों तरफ से) करोड़ों रु. कमाकर, लूट सकते हो ! (४)यदि आप "नेता" हो तो विकास के नाम पर करोड़ों की जमीन व करोड़ों रुपये खर्च कराके मन्दिर अधिकारी / बोर्ड मैम्बर्स / मठाधीश का सहयोग लेकर, स्वयं नहीं तो अन्य व्यक्तियो को फायदा पहुँचाकर, लूटा सकते हो ! (नगरपालिका द्वारा मन्दिर की जमीन लेकर, मन्दिर की जमीन पर पट्टे जारी करके, सिंहाड़ पर श्रीनाथजी का प्रथम बार रथ रुकने वाली जमीन आदी) (५)यदि आप "बोर्ड मैम्बर्स" है तो मन्दिर की जमीन लूटते हुए देखकर भी चुप रहकर, लूट / लूटा सकते हो ! (मन्दिर की कई जमीनें व धन) (६)यदि आप "मठाधीश" हो तो नेता/नगरपालिका/मन्दिरअधिकारी/ठेकेदार के द्वारा मन्दिर की सम्पत्तियों के अन्नकूट पर चुप रहकर, लूट / लूटा सकते हो ! (७)यदि आप "आम आदमी" हो तो नेता/नगरपालिका/मन्दिर अधिकारी/ठेकेदार/बोर्ड मैम्बर्स/मठाधीश के मन्दिर सम्पत्ति लूट के इस पुनित कार्यो पर मौन रहकर, लूटा सकते हो ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #(34) #26/06/23 #dineshapna





 

Sunday 25 June 2023

★अतिक्रमण है समस्या की जड़, प्रशासन चुप, आम आदमी परेशान !★ राजसमंद जिले में हो रहे सार्वजनिक सरकारी जमीनों, बिलानाम, चरागाह जमीनों सहित विश्व विख्यात राजसमंद झील एवं तालाब, बांध, नदी, व नालो पर हो रहे अतिक्रमण के कारण वर्षा काल मे नदी का प्रवाह क्षैत्र अवरुद्ध होने से गाँवों मे पानी भरने व बाढ़ जैसे हालात होकर समस्या पैदा हो रही है । इसके साथ ही वर्षा काल के समय जिला कार्यालय पर जो "आपदा व राहत केंद्र" बनाया गया है, उस केंद्र को केवल वर्षा काल में आपदा आने पर ही क्रियाशील करने के स्थान पर उसे 365 दिन "आपदा एवं अतिक्रमण राहत केन्द्र" रखा जाए । सीए. दिनेश सनाढ्य - एक आम आदमी #(33) #25/06/23 #dineshapna







 

Thursday 22 June 2023

◆◆2◆◆नेता + अधिकारी + खास आदमी + आम आदमी ◆◆2◆◆ ★आम आदमी, अधिकारी व नेता को समझे !★ 【आम आदमी = "मालिक"】 【अधिकारी = "सेवक"】 【नेता = "जनसेवक"】 (१) आम आदमी (आम जनता) "मालिक" है ! जो अधिकारी को "वेतन" देती है, अपना काम कराने के लिए और नेता को "वोट" देती है, अपना प्रतिनिधि बनाने के लिए ! (२) अधिकारी एक "सेवक" (नौकर) है जिसे आम जनता के टैक्स के पैसो से वेतन का मिलता है, आम जनता का कार्य करने के लिए ! किन्तु हकीकत मे काम करते है नेताओं व स्वयं के लिए, जो गलत है ! (३) नेता (जनप्रतिनिधि) एक "जनसेवक" है जिसे आम जनता के वोट देकर अपना प्रतिनिधि चुनती है, आम जनता के कहने के अनुसार कार्य करने के लिए ! किन्तु हकीकत मे काम करते है स्वयं के लिए, जो गलत है ! (४) हकीकत मे अधिकारी व नेता काम स्वयं के लिए करने लग जाते है और आम आदमी के साथ धोखा कर रहे है, जो गलत है ! इसे बदलने के लिए आम आदमी को ही संगठित होकर आगे आना होगा ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक आम आदमी #(26) #16/06/23 #dineshapna ■■■■■■■■■■■■■■■ ★आम आदमी v/s खास आदमी को समझे !★ 【आम आदमी = "मालिक"】 【खास आदमी = "स्वार्थी मालिक"】 (१) "आम आदमी" (आम जनता) "मालिक" है ! किन्तु अधिकारी व नेता ने आम आदमी को "नौकर" बनाने से भी ज्यादा "गुलाम" तक बना दिया । (२) "खास आदमी" (सक्षम / स्वार्थी आदमी) ने आम आदमी को लूट / शोषण करके स्वयं "स्वार्थी मालिक" बन गया । इसने ही "भ्रष्टाचार" का आविष्कार किया । अधिकारी /नेताओं को धन / बाहु के बल पर जनता / सरकारी सम्पदाओं को ठगा / लूटा । इस प्रकार अधिकारीयो / नेताओं को खरीदकर धनपति बन गया । (३) "खास आदमी" ने अपने स्वार्थ के लिए अधिकारियों को रिश्वत देकर नियम विरुद्ध कार्य करवाकर सरकार / आम आदमी को लूटते है ! इसी प्रकार नेताओं को चन्दा देकर नियम विरुद्ध या अनैतिक कार्य करके सरकार / आम आदमी / बैक / सरकारी जमीन / सरकारी धन को लूटकर धन कमाते है । (४) इस प्रकार "खास आदमी" ही अधिकारीयो / नेताओं को धन / बल से खरीद कर आम आदमी / सरकार को लूट कर भ्रष्टाचार का पर्यावरण बनाया जिससे आम आदमी का जीना दूभर कर रखा है । सीए. दिनेश सनाढ्य - एक आम आदमी #(27) #17/06/23 #dineshapna ■■■■■■■■■■■■■■■ ★नेता + अधिकारी + खास (सक्षम) आदमी के लूट का चक्रव्यूह !★ Solution of any Problem is in the root of the Problem. नेता ही है लूट की मूल जड़ या केन्द्र बिन्दु ! आम आदमी (जनता) इसी कारण है शोषित या लूट से पिडित ! (१) नेता को "चुनाव जीतने के लिए" पैसा चाहिए और वह पैसा (चन्दा) से आता है "खास (सक्षम) आदमी से" ! चुनाव जीतने के बाद नेता ही खास (सक्षम) आदमी को सरकारी धन / सम्पत्ति लूटाता है व आम आदमी (जनता) को लूटते देखकर भी चुप रहता है ! (२) नेता "चुनाव जीतने के बाद" स्वयं भी सरकारी धन / आम आदमी (जनता) को लूटता है क्योंकि उसे वापस आगामी चुनाव के लिए धन एकत्र करना है ! नेता को लूटने मे "सहायता करता है अधिकारी" ! इसलिए अधिकारी भी दोनों हाथों से सरकारी धन / आम आदमी (जनता) को लूटते है और नेता चुप रहते है ! (३) नेता चुनाव जीतने के लिए आम आदमी (जनता) को मूर्ख बनाते है ! इसके लिए "मुफ्त की रेवाड़ी" बाँटते है व "धन / शराब" भी बाँटते है ! चुनाव के बाद "मुफ्त की रेवाड़ी" व "धन / शराब" का पैसा टैक्स बढ़ाकर आम आदमी (जनता) से ही वसूला जाता है ! (४) समाधान :- ◆ नेताओं के चुनाव खर्च को समाप्त करे ! चुनाव का सभी खर्च सरकार वहन करें ! ◆ नेता की सम्पत्ति व आय पर पूर्ण नियंत्रण रखें ! उसकी सम्पत्ति व आय पर 24 घण्टे सरकारी निगरानी रहे व सभी निगरानी की गतिविधियाँ प्रतिदिन सार्वजनिक हो ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक आम आदमी #(28) #18/06/23 #dineshapna ■■■■■■■■■■■■■■■ ★लूट का आयना - नेता + अधिकारी + खास (सक्षम) आदमी का !★ ★—"प्रत्यक्षं किम् प्रमाणम्"—★ 【आय से अधिक "सम्पत्ति व संचित धन" होने पर उसके आय के स्त्रोत की "जाँच सार्वजनिक हो" !】 (१) नेता — कांग्रेस के कुछ बड़े नेता, राजद, बीएसपी, सपा व अन्य कई राजनैतिक दलों के कुछ नेताओं की आय से अधिक "सम्पत्ति व संचित धन" होने पर भी ठोस कार्यवाही नहीं होने पर कम से कम जाँच को सार्वजनिक करें ! उसके बाद ही नेता वोट माँगे ! (२) अधिकारी — सरकारी कुछ अधिकारी "खास आदमी / नेता / रिश्वत देने वालो" का ही कार्य करते है ! शेष आम आदमी (जनता) को काम के लिए चक्कर ही लगाने पड़ते है ! इसमे से कुछ हिस्सा नेताओं को भी दिया जाता है ! ऐसे अधिकारियों की आय से अधिक "सम्पत्ति व संचित धन" की जाँच सार्वजनिक हो ! (३) खास (सक्षम) आदमी — "नेता चन्दे" व "अधिकारी रिश्वत" के बदले मे खास (सक्षम) आदमी सरकारी धन / जमीन / छूट का फायदा देते है ! इसके साथ ही वह आम आदमी (जनता) को लूटता है तब भी नेता / अधिकारी चुप रहते है ! (४) अरविन्द केजरीवाल + मनीष सिनोदिया + नरेन्द्र मोदी + योगी आदित्यनाथ जैसे नेताओं के पास से आय से अधिक सम्पत्ति या धन हो तो बताये ? ★इनको पहल करते हुए अपनी "सम्पत्ति व संचित धन" तथा उसके आय के स्त्रोत को सार्वजनिक करें !★ सीए. दिनेश सनाढ्य - एक आम आदमी #(29) #18/06/23 #dineshapna ■■■■■■■■■■■■■■■ ★कौन क्या है ? क्या कर्तव्य है ? क्या कर रहे है ?★ 【नेता = "जनसेवक"】 【अधिकारी = "सेवक"】 【खास आदमी = "स्वार्थी मालिक"】 【आम आदमी = "मालिक"】 (१)【नेता = "जनसेवक"】नेता आम आदमी से वोट लेते है इसलिए वह जनता का प्रतिनिधित्व करते हुए जनता के हित मे ही कार्य करना चाहिए । किन्तु हकीकत मे नेता केवल स्वयं (वोट या नोट) के लिए कार्य करते है या खास आदमी के लिए स्वयं का हित साधते हुए कार्य करते है । (२)【अधिकारी = "सेवक"】अधिकारी आम आदमी के द्वारा दिये गये टैक्स के धन से वेतन लेते है इसलिए उनको जनता के लिए व जनता के हित मे ही कार्य करना चाहिए । किन्तु हकीकत मे अधिकारी नेता / खास आदमी / स्वयं (नोट) के लिए कार्य करते है । केवल दिखाने के लिए आम आदमी के लिए कार्य करते है । (३)【खास आदमी = "स्वार्थी मालिक"】खास आदमी जनता से धन कमाते है तो जनता के लिए कार्य करना चाहिए । किन्तु हकीकत मे खास आदमी अपने स्वार्थ के लिए नेता / अधिकारी को व्यक्तिगत फायदा देकर कार्य कराते है । जिससे आम आदमी / सरकारी धन / जमीन को नुकसान पहुँचाते है । (४)【आम आदमी = "मालिक"】आम आदमी मालिक है तथा नेता को वोट देकर अपना जनसेवक बनाती है और अधिकारी को वेतन देकर अपना सेवक बनाती है । किन्तु हकीकत मे नेता / अधिकारी / खास आदमी ने आम आदमी (जनता) को मालिक से बन्धुआ / बेबस गुलाम बना रखा है । (५) 【समाधान】आम आदमी के अपने हितों की रक्षा के लिए ◆संगठित होकर न्याय के लिए आवाज उठाने के साथ ◆धर्म युद्ध करने की जरूरत है । आम आदमी ◆स्वयं नेता बने व अधिकारी / खास आदमी को ◆कानून से नियंत्रित करे ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक आम आदमी #(32) #21/06/23 #dineshapna










 

◆◆1◆◆नेता कैसा हो ? नेता क्या करते है ?◆◆1◆◆ ★नेता कैसा हो ? ABC जाने जैसा हो ! ★ ★A (Atekraman अतिक्रमण) को रोके ! ★B (Bhrastachar भ्रष्टाचार) को रोके ! ★C (Comman Man आम आदमी) के लिए कार्य करे ! (१) A (Atekraman अतिक्रमण) को रोके ! किन्तु आजकल के ज्यादातर नेता अतिक्रमण को रोकने के स्थान पर उसे बढ़ावा देने या उसका बचाव करने वाले है । जैसे - "राधाकृष्ण सर्कल (आमली चौक), बहुमंजिला ईमारतें, लालबाग बस स्टैण्ड की जमीन, मन्दिर मण्डल की जमीन, वन विभाग की जमीन आदी ! (२) B (Bhrastachar भ्रष्टाचार) को रोके ! किन्तु आजकल के ज्यादातर नेता विकास के बहाने भ्रष्टाचार करते है । जैसे - माँडल बस स्टैण्ड, मन्दिर परिक्रमा मार्ग मे कोबाल स्टोन आदी ! (३) C (Comman Man आम आदमी) के लिए कार्य करे ! किन्तु आम आदमी के हित का दिखावा मात्र करते है, जबकि हकीकत मे सभी कार्य स्वयं या खास आदमी के हित के लिए ही करते है । जैसे - आईकोनिक गेट, ऐलिवेटेड़ पुल के नीचे का गाडँंन, शिवमूर्ति की जमीन आदी ! (४) हकीकत यह है कि विकास का कार्य करना नेता / अधिकारियों का नियमित कार्य है, जिसके लिए नेता "वोट" व अधिकारी "नोट" लेते है ! इसलिए विकास कार्य करके हमारे (आम जनता) के ऊपर कोई अहसान नहीं करते है ! कुछ नेता विकास के नाम पर धन की बबार्दी या आमजन की परेशानी बढ़ाने वाले कार्य ही करते है ! या अपने / खास आदमी के फायदे के लिए कार्य करते है । सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #(21) #08/06/23 #dineshapna ■■■■■■■■■■■■■■■ ★नेता कैसा हो ? NETA ( N E T A ) ऐसा हो ! ★ ★ N (Nationality) राष्ट्रीयता को सर्वोच्च प्राथमिकता दे ! ★ E (Environmentally friendly) पर्यावरण मैत्री पूर्ण हो ! ★ T (Trusty) विश्वास करने योग्य हो ! ★ A (Acceptability) स्वीकार्यता आमजन मे हो ! (१) N (Nationality) राष्ट्रीयता को सर्वोच्च प्राथमिकता दे ! किन्तु ज्यादातर नेता स्वयं को, उनकी पार्टी को, अपने परिवार को व भ्रष्टाचार को प्राथमिकता देने वाले होते है ! राष्ट्रीयता की बातें केवल दिखावा व वोट लेने के लिए ही करते है ! (२) E (Environmentally friendly) पर्यावरण मैत्री पूर्ण हो ! पर्यावरण मे जल मण्डल, थल मण्डल, वायु मण्डल व जीव मण्डल सम्मलित है किन्तु ज्यादातर नेता स्वयं व उनकी पार्टी के ही मित्र होते है तथा अपने स्वार्थ के लिए पर्यावरण के चारों मण्डलों (पानी/जमीन/जंगल/पेड़ पौधे/हवा/नदी/तालाब/आदमी/जीव जन्तु/वन्यजीव/सामाजिक/धार्मिक आदी) के मित्र के स्थान पर दुश्मन बन जाते है ! (३) T (Trusty) विश्वास करने योग्य हो ! किन्तु ज्यादातर नेता विश्वास योग्य नहीं होते है क्योंकि वह वोट लेने के पूर्व कुछ और होते है व वोट लेने के बाद कुछ और हो जाते है ! नेता दुनिया मे सबसे ज्यादा विश्वासघाती होते है ! (४) A (Acceptability) स्वीकार्यता आमजन मे हो ! किन्तु ज्यादातर नेता की स्वीकार्यता केवल अपने सपोर्टर तक ही होती है शेष (पार्टी / आमजन) मे स्वीकार्यता धन व बाहुबल से खरीद कर बनाई जाती है ! ■अतः चुनाव खर्च केवल सरकार करें व नेताओं के समस्त कार्यों की जाँच के साथ सामाजिक अंकेक्षण सार्वजनिक हो !■ सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #(22) #11/06/23 #dineshapna ■■■■■■■■■■■■■■■ ★नेता कैसा हो ? जो घोषणा करें, तो हकीकत भी बताये ! ★ ●नेता घोषणा करें, तो उसकी हकीकत या वास्तविकता मे उसका स्त्रोत भी बताये ! ●आदर्श की बातें करे, तो हकीकत मे उसका क्रियान्वयन भी करे ! (१) फ्री बिजली, फ्री पानी, फ्री धनराशि देने की घोषणा करें, तो उसका बजट व धनराशि आपूर्ति का स्त्रोत भी आम आदमी को बताये ! (२) चुनाव के समय जो भी घोषणा करें, तो अर्थशास्त्री से उसका विश्लेषण कराये व उसकी तथ्यात्मक रिपोर्ट घोषणा पत्र के साथ प्रकाशित कराये व जनता के प्रश्नों का सन्तोषप्रद जवाब दे ! (३) संविधान की पालना की बातें करें, तो संविधान (धर्मनिरपेक्षता व समानता) के अनुसार ही कानून बनाये ! यदि कोई कानून संविधान के विपरीत बने हो जैसे - हिन्दू व हिन्दू मन्दिर विरोधी कानून ! तो ऐसे कानूनों को तुरन्त हटाये ! संविधान के अनुसार समानता के अधिकार की पालना सुनिश्चित करने हेतु सभी आमजन पर एक समान कानून तुरन्त लागू करें ! (४) आम आदमी के हितो की बातें करें, तो भ्रष्टाचार व अतिक्रमण मुक्त व्यवस्था के लिए हकीकत मे कार्य करके बताये ! उसकी शुरुआत स्वयं से करके बताये ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #(23) #13/06/23 #dineshapna ■■■■■■■■■■■■■■■ ★नेता कैसा हो ? जो जनघोषणा से पूर्व स्वघोषणा भी करें ! ★ (१) नेता चुनाव के छः माह पूर्व अपनी व अपने परिवार के सभी सदस्यों की सम्पत्तियों की घोषणा करें । इसके साथ सम्पत्तियों के खरीद का आय स्त्रोत भी बताये । (२) नेता अपनी सम्पत्तियों व आय स्त्रोत का प्रमाणिकरण (आयकर निर्धारण) आयकर अधिकारी के द्वारा चुनाव से तीन माह पूर्व कराये । (३) नेता चुनाव जीतने के बाद प्रतिवर्ष अपनी व परिवार की सम्पत्तियों व आय स्त्रोत का विवरण चुनाव आयोग व आयकर अधिकारी को देकर कर निर्धारण अवश्य कराये । इसके साथ ही इसे सार्वजनिक भी करें । (४) नेता चुनाव प्रचार या चुनावी घोषणा से पूर्व जनता के प्रश्नों का उत्तर अवश्य दे । सभी प्रश्नों व उत्तरो को सार्वजनिक अनिवार्य रुप से करें । सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #(24) #15/06/23 #dineshapna ■■■■■■■■■■■■■■■ ★नेता = धन की बबार्दी + भाषण की मनमानी ! ★ (१) नेता "आमजन की सेवा" की बातें करते है तो सर्वप्रथम "आमजन के प्रश्नों के उत्तर" क्यों नहीं देते है ! यदि आमजन के प्रश्नों का उत्तर नहीं दे सकते है तो जनता को बताये कि वह आमजन की सेवा करने नहीं, "व्यापार करने" आये है ! (२) नेता आमजन के धन को दो कारणों के लिए लूटता है :- {i}चुनाव खर्च के लिए - (समाधान - सभी प्रकार का चुनाव खर्च सरकार ही वहन करें !) {ii}स्वयं के लिए धन एकत्र करने के लिए - (समाधान - प्रतिवर्ष अपनी आय व सम्पत्ति को सार्वजनिक करें व आयकर का कर निर्धारण अनिवार्य रुप से कराये !) (३) नेता "सार्वजनिक जीवन" जीता है तो अपनी "सम्पत्ति व आय" भी अनिवार्य रुप से सार्वजनिक करे ! (4) नेता "आमजन को भाषण" देते है तो "आमजन के प्रश्नों" का उत्तर भी अनिवार्य रुप से सार्वजनिक करे ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #(25) #16/06/23 #dineshapna