Friday 31 December 2021

नव वर्ष 2022 की शुभकामनाएं ! नव वर्ष के 12 संकल्प व अभियान ! (१) अतिक्रमण के विरुद्ध अभियान ! (२) भ्रष्ट आचरण के विरुद्ध अभियान ! (३) गोमती उदयपुर फोरलेन की समस्याओं से मुक्ति अभियान ! (४) स्वास्थ्य सेवाओं मे सुधार अभियान ! (५) जल, झील व तालाब का संरक्षण अभियान ! (६) शिक्षा को व्यापार बनाने से रोकने का अभियान ! (७) शुद्ध के लिए युद्ध अभियान ! (८) मन्दिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्ति अभियान ! (९) श्रीनाथजी की साक्षात् आज्ञा द्वारा बृजवासियों को दिये अधिकारो की रक्षा अभियान ! (१०) धर्मनिरपेक्षता को पूर्ण रुप से लागू कराने का अभियान ! (११) इतिहास के सत्य को उजागर हेतु अभियान ! (१२) संविधान व कानून द्वारा आम आदमी को दिये अधिकारो की रक्षा अभियान ! CA. Dinesh Sanadhya - 2021 #dineshapnaनव वर्ष 2022 की शुभकामनाएं ! नव वर्ष के 12 संकल्प व अभियान ! (१) अतिक्रमण के विरुद्ध अभियान ! (२) भ्रष्ट आचरण के विरुद्ध अभियान ! (३) गोमती उदयपुर फोरलेन की समस्याओं से मुक्ति अभियान ! (४) स्वास्थ्य सेवाओं मे सुधार अभियान ! (५) जल, झील व तालाब का संरक्षण अभियान ! (६) शिक्षा को व्यापार बनाने से रोकने का अभियान ! (७) शुद्ध के लिए युद्ध अभियान ! (८) मन्दिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्ति अभियान ! (९) श्रीनाथजी की साक्षात् आज्ञा द्वारा बृजवासियों को दिये अधिकारो की रक्षा अभियान ! (१०) धर्मनिरपेक्षता को पूर्ण रुप से लागू कराने का अभियान ! (११) इतिहास के सत्य को उजागर हेतु अभियान ! (१२) संविधान व कानून द्वारा आम आदमी को दिये अधिकारो की रक्षा अभियान ! CA. Dinesh Sanadhya - 2021 #dineshapna









 

Thursday 30 December 2021

नाथद्वारा मे विकास बन रहा है, व्यवधान का कारण ! खास आदमी करे गलती, आम आदमी भुगते सजा ! खास आदमी करें अतिक्रमण, साथ दे नगरपालिका ! ------++++{{{{{1-आईकोनिक गेट}}}}}+++++---------- आईकोनिक गेट बनाना ही, खास आदमी (नेता, अधिकारी व धनपति) की गलती है ! ◆क्योंकि निर्माण स्वीकृति 30 फीट की रोड़ के बाद होनी चाहिए किन्तु हकीकत मे दुकानों के बाहर केवल 8 से 15 फीट का रास्ता है ! जो नियम विरुद्घ है ! ◆इसके लिए 30/12/2017 को ही पोस्ट के माध्यम से आम आदमी ने बताया था ! ◆अब उक्त गलती को सुधारने के लिए पानी के नाले को ढ़ककर दुकान पीछे हटाई जा रही है, जो दुसरी एक और गलती करने जा रहे है ! ◆2017 मे गलती खास आदमी ने की, तो उसकी सजा आम आदमी (दुकानदार) अपनी दुकान तुड़वा कर क्यों भुगते ! ◆खास आदमी (नेता, अधिकारी व धनपति) की गलती की सजा भी केवल खास आदमी को ही भुगतने को तैयार रहना चाहिए ! ◆जिस अधिकारी ने आईकोनिक गेट बनाने की गलत तरीक़े से स्वीकृति दी, उसके विरुद्ध कार्यवाही होनी चाहिए व उस धनपति को 30 फीट रोड़ बनवाने / दुकान बनाने का पूरा खर्चा वहन करना चाहिए ! ◆जिस नेता ने आईकोनिक गेट बनाने की सहमति दी, उससे भी वसूली होनी चाहिए ! तथा अब नाले पर दुकान बनाने की राय देकर पुनः दूसरी बार गलती नहीं करनी चाहिए ! ■समाधान :- अब दुकानों को हटाने के स्थान पर गेट व गेट के पास बने फुटपाथ को कम करे या हटाना चाहिए, जिससे 10 फीट जगह से रोड़ बढ़ाई जा सकती है ! ------++++{{{{{2- बहुमंजिला ईमारतें- }}}}}++++------- बहुमंजिला ईमारतें / होटलों का नियमों के विरुद्ध निर्माण खास आदमी (नेता, अधिकारी व धनपति) की मनमानी / लोभ / लापरवाही से हो रहा है जिसके कारण यातायात / पार्किंग की समस्या बढ़ रही है, और जिसके कारण आम आदमी ही परेशान हो रहा है ! ◆खास आदमी "बहुमंजिला ईमारतें" बना रहे है जिसमें अतिरिक्त एक या दो मंजिल बिना निर्माण स्वीकृति के बना रहे है ! इसके साथ ही सभी फ्लैट हेतु पर्याप्त पार्किंग नहीं है, तथा पर्याप्त सेट बैक भी नहीं छोड़ा है ! जिस कारण ज्यादातर चार पहिया वाहन रोड़ पर पार्क किये जाते है जिससे यातायात बाधित हो रहा है ! ◆खास आदमी "होटल" बना रहे है , उसमें नियमानुसार पार्किंग नहीं है ! जिस कारण गेस्ट (ग्राहकों) को चार पहिया वाहन सड़कों पर पार्क करना पड़ रहा है, जिस कारण यातायात बाधित हो रहा है ! ◆"खास आदमी के द्वारा निर्माण", पार्किंग व सेट बैंक नियमानुसार नहीं होने पर नगरपालिका चुप / मौन है जिसका फायदा खास आदमी उठा रहे है , व उसकी सजा आम आदमी भुगत रहा है ! ◆"नगरपालिका भी अतिक्रमण" कर रही है और उसकी सजा आम आदमी / मन्दिर मण्डल भुगत रहा है ! जैसे :- लालबाग बस स्टैण्ड, लावटी पैट्रोल पम्प, बड़ा मगरा व अन्य मन्दिर की जमीनों पर अतिक्रमण करके, उन जमीनों को खास आदमी को देना, यह गलत है ! इसके साथ ही नियम विरुद्ध आईकोनिक गेट बनाया, और परेशानी आम आदमी भुगत रहा है ! ■ समाधान :- नगरपालिका को खास आदमी के द्वारा किये गये नियम विरुद्ध निर्माण को शीघ्र हटाना चाहिए व स्वयं के द्वारा किये गये अतिक्रमण को भी हटाकर, आम आदमी / मन्दिर को राहत प्रदान करनी चाहिए ! --------+++{{{{{3- नदी, तालाब, नाले}}}}}+++----------- नदी, तालाब, नाले (जल प्रवाह हेतु), वन भूमि, सरकारी भूमि पर खास आदमी (नेता, अधिकारी व धनपति) की मनमानी / लोभ / लापरवाही से अतिक्रमण कर रहे है या अतिक्रमण पर चुप है जिसके कारण आम आदमी को परेशानी / नुकसान हो रहा है ! ◆खास आदमी के द्वारा नाथूवास/सिंहाड़ तालाब, कुएँ/बावडियों, नदी/नालो, सड़क/वन विभाग की जमीन पर अतिक्रमण कर रखा है और नगरपालिका/प्रशासन चुप है ! जिस कारण आम आदमी को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ! ◆नगरपालिका द्वारा भी अतिक्रमण किया जा रहा है जैसे - नाले (प्राकृतिक/बारिश के जल प्रवाह) को ढ़क या बन्द करके उस पर दुकानें बनाकर बेची जा रही है ! तथा नाले को ढ़कके सड़क बनाई जा रही है जिस पर भविष्य मे अतिक्रमण किया जायेगा ! ◆नगरपालिका द्वारा भी अतिक्रमण कराया जा रहा है जैसे - आईकोनिक गेट बिना 30 फिट की रोड़ छोड़े, गेट निर्माण की स्वीकृति देने से खास आदमी (धनपति) को फायदा हुआ ! किन्तु अब इसकी सजा आम आदमी की दुकान को 10 फिट पीछे हटाया जा रहा है, जो गलत है ! ◆नाथद्वारा मे बस स्टैण्ड पर सड़क की जमीन पर ऐलिवेटेड़ पुल बनाया गया, तो उसके नीचे की जमीन यातायात / पार्किंग के लिए ही उपयोग मे ली जानी चाहिए, किन्तु उसके नीचे अनावश्यक गाडँन बनाया जा रहा है, जो गलत है ! पुल के नीचे पार्किंग या आने जाने के लिए उपयोग करना ज्यादा आवश्यक है, इसके बावजूद आम आदमी को परेशान करने के लिए गाडँन बनाया जा रहा है ! ■ समाधान :- नगरपालिका को अपनी सभी सड़कों की चौडाई को चिन्हित करना व प्रशासन को सभी सरकारी जमीनों को चिन्हित करके, अतिक्रमण करने वालों पर कठोर कार्यवाही करनी चाहिए ! -------+++{{{{{4- अतिक्रमण के प्रकार}}}}+++---------- खास आदमी (नेता, अधिकारी व धनपति) आपस मे मिलकर अपने फायदे के लिए "अतिक्रमण" करते है, या चुप रहकर भी एक दूसरे को सहयोग करते है ! 【अतिक्रमण के प्रकार १-सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करके, २-नियम विरुद्ध निर्माण करके, ३-अनावश्यक/घटीया सरकारी निर्माण करके, ४-सरकारी अनुचित फायदा देकर】 ◆खास आदमी (कुछ नेता) चारों प्रकार के अतिक्रमण को देखकर चुप रहते है क्योंकि उनको "वोट" का स्वार्थ है या "धन" को देखकर ! ◆खास आदमी (कुछ अधिकारी) चारों प्रकार के अतिक्रमण को देखकर चुप रहते है क्योंकि "धन" को देखकर या नेताओं के प्रभाव के कारण ! ◆खास आदमी (कुछ धनपति) चारों प्रकार के अतिक्रमण करते है क्योंकि उनका निजी स्वार्थ है या धन के घमंड के कारण ! ◆आम आदमी को तो केवल अतिक्रमण होने के कारण उत्पन्न होने वाली परेशानी की सजा भुगतना हैं ! - सरकारी जमीन पर अतिक्रमण होने से परेशानी की सजा ! - नियम विरुद्ध निर्माण से परेशानी की सजा ! - सरकारी धन के दुरुपयोग होने से अनावश्यक टैक्स का भार पड़ने की सजा ! ■समाधान :- आम आदमी को अतिक्रमण के विरुद्ध "आवाज उठानी" चाहिए व कोर्ट के माध्यम से "कानून की पालना सुनिश्चित" कराये व बेईमान नेताओं को "वोट की चोट" दे ! सीए. दिनश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #30/12/21 #dineshapna

































 

Wednesday 29 December 2021

नाथद्वारा मे विकास बन रहा है, व्यवधान का कारण ! खास आदमी करे गलती, आम आदमी भुगते सजा ! खास आदमी (नेता, अधिकारी व धनपति) आपस मे मिलकर अपने फायदे के लिए "अतिक्रमण" करते है, या चुप रहकर भी एक दूसरे को सहयोग करते है ! 【अतिक्रमण के प्रकार १-सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करके, २-नियम विरुद्ध निर्माण करके, ३-अनावश्यक/घटीया सरकारी निर्माण करके, ४-सरकारी अनुचित फायदा देकर】 ◆खास आदमी (कुछ नेता) चारों प्रकार के अतिक्रमण को देखकर चुप रहते है क्योंकि उनको "वोट" का स्वार्थ है या "धन" को देखकर ! ◆खास आदमी (कुछ अधिकारी) चारों प्रकार के अतिक्रमण को देखकर चुप रहते है क्योंकि "धन" को देखकर या नेताओं के प्रभाव के कारण ! ◆खास आदमी (कुछ धनपति) चारों प्रकार के अतिक्रमण करते है क्योंकि उनका निजी स्वार्थ है या धन के घमंड के कारण ! ◆आम आदमी को तो केवल अतिक्रमण होने के कारण उत्पन्न होने वाली परेशानी की सजा भुगतना हैं ! - सरकारी जमीन पर अतिक्रमण होने से परेशानी की सजा ! - नियम विरुद्ध निर्माण से परेशानी की सजा ! - सरकारी धन के दुरुपयोग होने से अनावश्यक टैक्स का भार पड़ने की सजा ! ■समाधान :- आम आदमी को अतिक्रमण के विरुद्ध "आवाज उठानी" चाहिए व कोर्ट के माध्यम से "कानून की पालना सुनिश्चित" कराये व बेईमान नेताओं को "वोट की चोट" दे ! सीए. दिनश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #29/12/21 #dineshapna






 

Tuesday 28 December 2021

नाथद्वारा मे विकास बन रहा है, व्यवधान का कारण ! खास आदमी करे गलती, आम आदमी भुगते सजा ! खास आदमी करें अतिक्रमण, साथ दे नगरपालिका ! नदी, तालाब, नाले (जल प्रवाह हेतु), वन भूमि, सरकारी भूमि पर खास आदमी (नेता, अधिकारी व धनपति) की मनमानी / लोभ / लापरवाही से अतिक्रमण कर रहे है या अतिक्रमण पर चुप है जिसके कारण आम आदमी को परेशानी / नुकसान हो रहा है ! ◆खास आदमी के द्वारा नाथूवास/सिंहाड़ तालाब, कुएँ/बावडियों, नदी/नालो, सड़क/वन विभाग की जमीन पर अतिक्रमण कर रखा है और नगरपालिका/प्रशासन चुप है ! जिस कारण आम आदमी को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ! ◆नगरपालिका द्वारा भी अतिक्रमण किया जा रहा है जैसे - नाले (प्राकृतिक/बारिश के जल प्रवाह) को ढ़क या बन्द करके उस पर दुकानें बनाकर बेची जा रही है ! तथा नाले को ढ़कके सड़क बनाई जा रही है जिस पर भविष्य मे अतिक्रमण किया जायेगा ! ◆नगरपालिका द्वारा भी अतिक्रमण कराया जा रहा है जैसे - आईकोनिक गेट बिना 30 फिट की रोड़ छोड़े, गेट निर्माण की स्वीकृति देने से खास आदमी (धनपति) को फायदा हुआ ! किन्तु अब इसकी सजा आम आदमी की दुकान को 10 फिट पीछे हटाया जा रहा है, जो गलत है ! ◆नाथद्वारा मे बस स्टैण्ड पर सड़क की जमीन पर ऐलिवेटेड़ पुल बनाया गया, तो उसके नीचे की जमीन यातायात / पार्किंग के लिए ही उपयोग मे ली जानी चाहिए, किन्तु उसके नीचे अनावश्यक गाडँन बनाया जा रहा है, जो गलत है ! पुल के नीचे पार्किंग या आने जाने के लिए उपयोग करना ज्यादा आवश्यक है, इसके बावजूद आम आदमी को परेशान करने के लिए गाडँन बनाया जा रहा है ! ■ समाधान :- नगरपालिका को अपनी सभी सड़कों की चौडाई को चिन्हित करना व प्रशासन को सभी सरकारी जमीनों को चिन्हित करके, अतिक्रमण करने वालों पर कठोर कार्यवाही करनी चाहिए ! सीए. दिनश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #28/12/21 #dineshapna