Wednesday 30 September 2020

धन / जमीन की लूट, परम्पराओं की छूट ! बोर्ड मैम्बर्स की नाकामी, महाराजश्री चुप ! ●●●●>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>●●●● श्रीनाथजी की लालबाग, ने.हा. 8 पर स्थित 45000 वर्गफीट जमीन 2000/- प्रतिवर्ष पर नगरपालिका, नाथद्वारा को किराए पर दी ! ◆श्रीनाथजी मन्दिर के हितैषी - बोर्ड मैम्बर्स, IAS/RAS अधिकारीयो व महाराजश्री की सहमति व समझदारी का निर्णय ! ◆उक्त किराए पर ली जमीन को नगरपालिका, नाथद्वारा ने बेच दी ! ◆महाराजश्री चुप क्यों ? श्रीनाथजी की परम्पराओं की तोड़ने की छूट, व जिम्मेदार महाराजश्री चुप ! ◆श्रीनाथजी के स्नान यात्रा पर निज मन्दिर के मणिकोठा से दर्शन करने पर बृजवासियों पर महाराजश्री के द्वारा नोटिस/कार्यवाही ! ◆श्रीनाथजी के यमुना जी के उत्सव पर निजमन्दिर के मणिकोठा व उससे भी अन्दर जाकर श्रीनाथजी के समक्ष पीठ करके फोटो खिचाने की छूट व उन पर कार्यवाही करने के स्थान पर ईनाम के तौर पर उनके फोटो से विशाल बावा ने अपने फेसबुक की शोभा बढाई ! ●●●●>>>>【वल्लभ कुल ध्यान दे !】>>>>>●●●● ◆जबकि आज से 514 वर्ष पूर्व सद्दू पाण्डे (बृजवासी) ने ही वल्लभाचार्य जी को श्रीनाथजी की सेवा सुपुर्द की, उसके पूर्व 97 वर्षों तक श्रीनाथजी के स्नान, श्रृंगार व भोग की सेवा केवल बृजवासी ही करते थे ! ●●●●>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>●●●● ★जयश्रीकृष्ण★★●★★श्रीकृष्णार्पण★ #श्रीनाथजी #shreenathji #नाथद्वारा #nathdwara #nathdwaratown दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी - 30/09/2020 www.dineshapna.blogspot.com




























 

Tuesday 29 September 2020

जब बाड़ ही खेत को खाने लगे ! तो बाड़ हटाकर, दिवार बनाये ! ! ●●●●>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>●●●● यदि श्रीवल्लभाचार्य जी अभी होते, तो क्या सोचते ?????? ●●●●>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>●●●● पूछता है बृजवासी - बोर्ड मैम्बर्स व अधिकारियों से ................. ◆वल्लभ विलास, बडा़ बाजार स्कूल व अन्य मे धन का अपव्यय क्यों ? ◆सम्पदा अधिकारी व मुख्य निष्पादन अधिकारी होते हुए, जमीन हाथ से क्यों निकल रही है ? ◆कृषि अधिकारी होते हुए बाग, बीड़ो, कृषि भूमि व गौशाला से आय क्यों नहीं हो रही है ? ◆आँडिटर व वित्तीय सलाहकार होते हुए, मन्दिर मण्डल के धन व जमीनो का नुकसान क्यों ? पूछता है बृजवासी - सेवा वालो व महाराज श्री से ................ ◆श्रीनाथजी के सेवा कार्यो मे अनाचार व परम्पराओं को क्यों तोड़ा जा रहा है ? ◆श्रीनाथजी का प्रसाद पहले जैसा शुद्ध, गुणवत्तापूर्ण व स्वादिष्ट क्यों नहीं ? ◆महाराजश्री के द्वारा वल्लभाचार्य जी की परम्पराओं के विपरीत जाने वालों पर कठोर कार्यवाही क्यों नहीं करते है ? ◆श्रीवल्लभाचार्य जी जैसे बृजवासियों को श्रीनाथजी के जीवन प्राण मानते थे, वैसे अब महाराज श्री क्यों नहीं मानते है ? ★जयश्रीकृष्ण★★★श्रीकृष्णार्पण★ दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी 29/09/2020 #dineshapna