Monday 28 February 2022

श्रीनाथजी मन्दिर मण्डल मे सदस्य कौन हो ! श्रीनाथजी मन्दिर सरकारी नियंत्रण से मुक्त हो ! (१)बृजवासियों ने सन् 1478 से (544 वर्षों से) श्रीनाथजी की सेवा व सुरक्षा कर रहे है व बृजवासी श्रीनाथजी के सखा है, इसलिए बृजवासियों मे से सात सदस्य (प्रत्येक जाति से एक) मन्दिर मण्डल मे होने चाहिए ! (२)मन्दिर मण्डल के सदस्यो की योग्यता :- ◆पुष्टि मार्ग की परम्पराओं को जानने वाला व उसे मानने वाला हो ! ◆शिक्षित, समझदार, ईमानदार व समर्पित हो ! ◆श्रीनाथजी की जमीन, धन व संसाधनों की रक्षा करने वाला व उसका सदुपयोग करने वाला हो ! ◆जनता से संवाद करने वाला व पारदर्शिता से कार्य करने वाला हो ! ◆धनपति भले न हो किन्तु ज्ञान / धन से सम्पन्न हो ! (३)वर्तमान मन्दिर मण्डल के सदस्यों की स्थिति :- ◆जमीनों की सुरक्षा करने मे असफल ! ◆धन की सुरक्षा करने मे असफल ! ◆ संसाधनों का सदुपयोग करने मे असफल ! ◆सरकारी नियंत्रण से मुक्ति दिलाने मे असफल ! (४)श्रीनाथजी मन्दिर मण्डल का स्वरूप :- महाराज श्री (१), बृजवासी (७), उदयपुर महाराणा (१), नाथद्वारा वासी (१), वैष्णव (५) इस प्रकार कुल (१५) सदस्य होने चाहिए ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी (61) #01/03/22 #dineshapna










 

श्रीनाथजी मन्दिर पर सरकारी नियंत्रण क्यों ? नाथद्वारा टेम्पल बोर्ड के सदस्य 36 वर्षों से नासमझ या लापरवाह या असक्षम क्यों ? (१)जमीनों की सुरक्षा नहीं कर सके :- ●नाथूवास मेन रोड़ की 30166 वर्गफीट जमीन 21/10/1986 को 1200/- प्रति वर्ष पर किराए पर दी ! व ●लालबाग की 45000 वर्गफिट जमीन 23/04/1988 को 2000/- प्रति वर्ष पर किराए पर दी ! किन्तु आज दोनों जमीन नगरपालिका ने हड़प ली ! जिसके लिए बोर्ड मेम्बर्स या सरकारी अधिकारी (RAS & IAS) जिम्मेदार है तो मन्दिर पर सरकारी नियंत्रण क्यों ? (२)धन की सुरक्षा नहीं कर सके :- ●पायेगा काँटेज, ●बड़ा बाजार स्कूल, ●कन्या स्कूल व ●श्रीगोवर्धन स्कूल की मजबूत बिल्डिंग को तोड़कर, नई बिल्डिंग बनाना मन्दिर के धन का दुरुपयोग किया जा रहा है ! जिसके लिए बोर्ड मेम्बर्स या सरकारी अधिकारी (RAS & IAS) जिम्मेदार है तो मन्दिर पर सरकारी नियंत्रण क्यों ? (३) संसाधनों का सदुपयोग नहीं कर सके :- ●गौशाला होने के बावजूद घी बाहर से खरीदना, ●बारह बाग होने के बावजूद फल, फूल बाहर से खरीदना व ●हजारों बीघा जमीन होने के बावजूद घास / रचका बाहर से खरीदना ! यह स्पष्ट करता है कि बोर्ड मेम्बर्स या सरकारी अधिकारी (RAS & IAS) अपनी जिम्मेदारी निभाने मे असक्षम रहे है तो मन्दिर पर सरकारी नियंत्रण क्यों ? (४)सरकारी नियंत्रण के कारण "लूटने वाली सरकार" (नगरपालिका) व "लूटाने वाली भी सरकार" (सरकार द्वारा नियुक्त बोर्ड मेम्बर्स/सरकारी अधिकारी CEO/Collector) अब इस लूट को स्थानीय बोर्ड मेम्बर मदन लाल पालीवाल रोक सकते है ! अतः इनको चाहिए कि मन्दिर मण्डल का सामाजिक अंकेक्षण कराये ! इसकी मांग 02/10/2019 को श्रीजी सेवा सोसायटी ने कर रखी है ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी (60) #28/02/22 #dineshapna








 

Sunday 27 February 2022

नाथद्वारा टेम्पल बोर्ड मे 63 वर्षों मे क्या हुआ ? कैसे हुआ ? क्या होना चाहिए ? (१)संविधान की प्रस्तावना के अनुसार भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, उसके अनुसार सरकार का धर्म (श्रीनाथजी मन्दिर) मे हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए ! किन्तु हकीकत मे 63 वर्षों से सरकार ही बोर्ड मेम्बर्स का चयन करती है और कार्य संचालन मुख्य निष्पादन अधिकारी (RAS) द्वारा किया जाता है और बोर्ड मे कलेक्टर (IAS) को स्थाई सदस्य बना रखा है जो गलत व संविधान के विरुद्ध है ! (२)उक्त 63 वर्षों मे सरकारी हस्तक्षेप व कुछ अयोग्य बोर्ड मेम्बर्स के कारण श्रीनाथजी की हजारों बीघा जमीन हाथ से निकल गई है ! जिसके लिए "सरकार (RAS & IAS) व कुछ बोर्ड मेम्बर्स" ही जिम्मेदार है ! (३)इन 63 वर्षों मे श्रीनाथजी की सम्पत्तियों (जमीन व धन) का नुकसान व दुरुपयोग हुआ है, तो भी कुछ बोर्ड मेम्बर्स चुप रहे व अन्याय को होते हुए देखते रहे, इसलिए वह भी श्रीनाथजी मन्दिर के प्रति दोषी /अपराधी है ! (४)अब पहली बार स्थानीय बोर्ड मेम्बर 3 वर्ष के लिए बनने से कुछ अच्छा होने की आशा जगी है ! मदन लाल पालीवाल को चाहिए कि नाथद्वारा नगरपालिका ने मन्दिर की जो जमीन हड़पी ली है, उस सभी जमीनों को वापस मन्दिर को दिलाये ! (लावटी पेट्रोल पम्प, नाथूवास की एक बीघा दो बिस्वा, लालबाग बस स्टैण्ड की 45000 वर्गफिट व बड़ा मगरे की करीब 50 - 60 बीघा जमीन) सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी (59) #27/02/22 #dineshapna






 

Saturday 26 February 2022

नाथद्वारा टेम्पल बोर्ड मे मदनलाल पालीवाल को बोर्ड सदस्य बनने पर बधाई ! क्या जो कार्य 63 वर्षों मे नहीं हुआ, क्या वह कार्य 3 वर्षों मे होगे ? (१)क्या अब श्रीनाथजी की जमीन ज्यादा सुरक्षित होगी ? (लावटी पेट्रोल पम्प की जमीन व लालबाग बस स्टैण्ड की जमीन) (२)क्या अब श्रीनाथजी की विरासत व परम्पराएँ सुरक्षित रहेगी ? (श्रीगोवर्धन स्कूल का भवन व पुष्टि मार्ग की परम्पराएँ) (३)क्या अब श्रीनाथजी को विकास के धन का सदुपयोग होगा ? (वल्लभ विलास व बड़ा बाजार स्कूल) (४)क्या अब बृजवासीयो को अपने अधिकार पूर्णतः मिलेंगे ? (बृजवासियों को सखा के अधिकार, श्रीनाथजी की साक्षात् आज्ञानुसार कार्य) 【जो व्यक्ति पुष्टि मार्ग को जानने व मानने वाला, श्रीनाथजी के प्रति समर्पित, श्रीनाथजी के सम्पत्तियों की रक्षा करने वाला, श्रीनाथजी को धन समर्पित करने वाला व ईमानदार हो ! उसे ही बोर्ड सदस्य बनाना चाहिए !】 सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी (58) #26/02/22 #dineshapna





 

Tuesday 22 February 2022

जिला कलेक्टर का निरीक्षण कैसा हो ? ◆जिला कलेक्टर को निरीक्षण के साथ PLPC मे दर्ज सरकारी जमीनो पर से अतिक्रमण को हटाना चाहिए ! ◆जिला कलेक्टर को निरीक्षण के साथ जोधपुर हाईकोर्ट के आदेश की पालना सुनिश्चित करनी चाहिए ! ◆जिला कलेक्टर को सिंहाड़ तालाब के निरीक्षण के पूर्व 18/01/22 को आम आदमी के निवेदन पर श्रीगोवर्धन राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण करना चाहिए था, जिससे उक्त मजबूत, ऐतिहासिक व पुरामहत्व की बिल्डिंग बचाया जा सकता था ! ◆जिला कलेक्टर को निरीक्षण के साथ लालबाग बस स्टैण्ड की मन्दिर मण्डल की जमीन पर नगरपालिका द्वारा किये गये अतिक्रमण को हटाना चाहिए ! यदि जिला कलेक्टर उपरोक्त कार्य नहीं कर सकते है तो सिंहाड़ तालाब का निरीक्षण करके अपना कीमती समय बबार्द नहीं करना चाहिए ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी (57) #22.02.2022 #dineshapna






 

Monday 21 February 2022

★नाथद्वारा मे यह कैसा विकास ?★ (१) नाथद्वारा मे त्रिनेत्र सर्किल पर तम्बाकू से स्वागत, नाथूवास चौराहा पर शराब की दुकान से स्वागत, बस स्टैण्ड पर विपरीत ट्राफिक से स्वागत ! (२) नाथूवास व सिंहाड़ तालाबों की जमीनों पर अतिक्रमण, वन विभाग व मन्दिर मण्डल की जमीनों पर अतिक्रमण ! (३) नाथूवास के प्रवेश स्थल पर पाँच वर्षों से खड्डे सही नहीं हुए, इसके विपरीत अन्य जगह रोड़ को तोड़कर पुनः रोड़ बनाकर जनता का पैसा बबार्द किया जा रहा है ! (४) पत्रकारों व गरीबों को नगरपालिका प्लोट नहीं दे सक रही है, इसके विपरीत विशेष व्यक्ति को 50 बीघा जमीन बाँट रही है ! नाथूवास चौराहा पर शराब की दुकान व खड्डे से स्वागत ! (५) नाथद्वारा मे "श्रीगोवर्धन स्कूल" की मजबूत, ऐतिहासिक व पुरा महत्व की बिल्डिंग को तोड़ा गया, जबकि उदयपुर मे "जगमन्दिर आईलैंड पैलेस" को सम्भाला व उससे करोड़ों रुपये कमाये जाते है ! (६) नाथद्वारा के जनप्रतिनिधि एक ओर 100 वर्ष पुरानी बिल्डिंग ("बड़ा बाजार व श्रीगोवर्धन स्कूल") को तोड़ने पर चुप व असहाय है, इसके विपरीत आज उदयपुर मे 100 वर्ष पुरानी "जगमन्दिर आईलैंड पैलेस" को देखने पधार रहे है ! (७) नाथद्वारा जनप्रतिनिधि लालबाग बस स्टैण्ड (45000 वर्गफिट / करोड़ों रुपये) को बबार्द करके, नया माँडल बस स्टैण्ड (20000 वर्गफिट) नगरपालिका द्वारा बनाने पर चुप क्यों ? (८) नाथद्वारा जनप्रतिनिधि मन्दिर मण्डल की करोड़ों रुपये की जमीनो को नगरपालिका व अन्य व्यक्तियो द्वारा लूटने पर चुप क्यों ? (९) "अतिक्रमण" करके उस पर किये गये निर्माण कार्यो को विकास बताने पर, जनप्रतिनिधि चुप क्यों ? (वन विभाग की जमीन पर, सिंहाड़/नाथूवास पर, नानीजी की बावड़ी पर, जल प्रवाह क्षैत्र पर, मन्दिर मण्डल की जमीन पर) (१०) "नियम विरुद्ध निर्माण व बिना पार्किंग के निर्माण" को विकास बताने पर भी, जनप्रतिनिधि चुप कयों ? (अधिकत्तर होटल व बहुमंजिला ईमारतें) (११) "जानलेवा ऐलीवेटेड व असुविधाजनक आईकोनिक गेट" के निर्माण को विकास बताने पर भी, जनप्रतिनिधि चुप क्यों ? (१२) "जमीन देकर किये गये विकास" व ऐतिहासिक/मजबूत "बिल्डिंग को तोड़कर किये गये जन विरोधी विकास" पर, जनप्रतिनिधि चुप क्यों ? (माँडल बस स्टैण्ड, आईकोनिक गेट, शिवमूर्ति, बड़ा बाजार स्कूल व श्रीगोवर्धन स्कूल) (१३) नाथद्वारा नगरपालिका का 99 करोड़ रुपये का बजट है किन्तु "हकीकत मे 50 % बजट" अनावश्यक निर्माण, सड़के तोड़ना, बनाना व फिर बनाने मे खर्च, कोबल स्टोन, टाईल्स व लेम्प पोस्टो पर अनावश्यक खर्च किया जा रहा है ! जनप्रतिनिधि बजट मिटिंग मे इन बिन्दुओ पर विचार क्यों नहीं करते है ? (१४) नगरपालिका की जमीनों पर "अतिक्रमण" हो रहे है, नगरपालिका मन्दिर की जमीन हड़प रही है, नियम विरुद्ध निर्माण हो रहे है व तालाबों पर अतिक्रमण हो रहे है, किन्तु जनप्रतिनिधि इन बिन्दुओ पर विचार क्यों नहीं करते है ? (१५) नगरपालिका के पास "आम जनता का पैसा" है, यह पैसा आम जनता के नाम पर खर्च किया जाता है, तो जनप्रतिनिधि "जनता की वाडँ समितियां" क्यों नहीं बनाते है ? (१६) जनप्रतिनिधि बजट मिटिंग मे आते है किन्तु बजट के खर्च की "समीक्षा मिटिंग" क्यों नहीं करते है ? नगरपालिका का आम जनता से "सामाजिक अंकेक्षण" क्यों नहीं कराते है ? सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #17-18-19-20/02/22 #dineshapna








 

Sunday 20 February 2022

नाथद्वारा मे यह कैसा विकास ? (१) नाथद्वारा नगरपालिका का 99 करोड़ रुपये का बजट है किन्तु "हकीकत मे 50 % बजट" अनावश्यक निर्माण, सड़के तोड़ना, बनाना व फिर बनाने मे खर्च, कोबल स्टोन, टाईल्स व लेम्प पोस्टो पर अनावश्यक खर्च किया जा रहा है ! जनप्रतिनिधि बजट मिटिंग मे इन बिन्दुओ पर विचार क्यों नहीं करते है ? (२) नगरपालिका की जमीनों पर "अतिक्रमण" हो रहे है, नगरपालिका मन्दिर की जमीन हड़प रही है, नियम विरुद्ध निर्माण हो रहे है व तालाबों पर अतिक्रमण हो रहे है, किन्तु जनप्रतिनिधि इन बिन्दुओ पर विचार क्यों नहीं करते है ? (३) नगरपालिका के पास "आम जनता का पैसा" है, यह पैसा आम जनता के नाम पर खर्च किया जाता है, तो जनप्रतिनिधि "जनता की वाडँ समितियां" क्यों नहीं बनाते है ? (४) जनप्रतिनिधि बजट मिटिंग मे आते है किन्तु बजट के खर्च की "समीक्षा मिटिंग" क्यों नहीं करते है ? नगरपालिका का आम जनता से "सामाजिक अंकेक्षण" क्यों नहीं कराते है ? सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी (56) #20/02/22 #dineshapna








 

नाथद्वारा मे यह कैसा विकास ? (१) "अतिक्रमण" करके उस पर किये गये निर्माण कार्यो को विकास बताने पर, जनप्रतिनिधि चुप क्यों ? (वन विभाग की जमीन पर, सिंहाड़/नाथूवास पर, नानीजी की बावड़ी पर, जल प्रवाह क्षैत्र पर, मन्दिर मण्डल की जमीन पर) (२) "नियम विरुद्ध निर्माण व बिना पार्किंग के निर्माण" को विकास बताने पर भी, जनप्रतिनिधि चुप कयों ? (अधिकत्तर होटल व बहुमंजिला ईमारतें) (३) "जानलेवा ऐलीवेटेड व असुविधाजनक आईकोनिक गेट" के निर्माण को विकास बताने पर भी, जनप्रतिनिधि चुप क्यों ? (४) "जमीन देकर किये गये विकास" व ऐतिहासिक/मजबूत "बिल्डिंग को तोड़कर किये गये जन विरोधी विकास" पर, जनप्रतिनिधि चुप क्यों ? (माँडल बस स्टैण्ड, आईकोनिक गेट, शिवमूर्ति, बड़ा बाजार स्कूल व श्रीगोवर्धन स्कूल) सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी (55) #19/02/22 #dineshapna