Sunday 4 November 2018

●जहाँ रक्षक ही भक्षक बन जाये तो कौन करे रक्षा !● ★★★★एक ओर दीपावली पर "फटाकों से प्रदूषण" फैल रहा है , तो यहाँ "पेड़ काटकर कैसे पर्यावरण की रक्षा" की जा रही है !★★★★ ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ आमेट , राजसमन्द (राजस्थान) में कई पेड़ो पर चली आरी, प्रशासन ने बन्द की आँखे । वट वृक्ष पर चली आरी। गांधी चबूतरे पर टहनियां हटाने के नाम पर वट वृक्ष के बड़े बड़े तने कटे। एक न्यूज लगवाओ जी। पेड़ लगाने से ज्यादा जरुरी, पेड कटने से बचाओ ! पंछीयो का घर उजाड़ा जा रहा है ! कुछ दिनों में नगरपालिका व लोगो ने भीलवाड़ा रोड, गणेश चोक, गांधी चबूतरा, व अन्य जगह वर्षो पुराने पेड़ो पर आरी चला दी। जानकारी के अनुसार बरगद की कटाई बिना परमिशन के आस पास की दुकान वालो ने 3000 से 4000 हजार मे एक तने की कटाई के दिये। दो तने शेष है वो भी मधु मक्खी बैठी होने से बचे। ★★क्या प्रशासन सो रहा है ! क्या प्रशासन की मौन स्वीकृति है !★★ फ़ोटो-आमेट में ग़ांधी चबूतरे पर कलम किया बरगद का ! https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2180167542003234&id=100000300273580


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