Chartered Accountant,Social Activist,Political Analysist-AAP,Spritual Thinker,Founder of Life Management, From India, Since 1987.
Wednesday, 27 August 2025
★ *श्रीगणेश चतुर्थी की शुभकामनाएँ !* ★ ■ श्रीगणेश जी की पूजा करें, ध्यान करें, पाठ करें, दर्शन करे, सुख शान्ति की प्रार्थना करें, आशिर्वाद ले, साथ मे *उनके कर्म, सन्देश व दर्शन को आत्मसात जरूर करे !* ■ गणेश जी के दो हाथों मे *अभयमुद्रा*, व *मोदक*, से शान्ति, तो शेष दो हाथों मे *खड्ग / तलवार* व *पाश (फंदा / रस्सी)* से अशांति पैदा करने वालों का नाश करके शान्ति कायम करने का सन्देश है, अतः उसको आत्मसात जरूर करें ! ■ भगवान श्रीगणेश जी को सामान्यतः चार भुजाओं मन निम्न प्रतीक / आयुध दिखाई देते हैं – 1. *निचला दायाँ हाथ* – अभयमुद्रा (सुरक्षा व आशीर्वाद प्रदान करने की मुद्रा) 2. *निचला बायाँ हाथ* – मोदक (ज्ञान, आनंद और प्रसन्नता का प्रतीक) 3. *ऊपरी दायाँ हाथ* – खड्ग / तलवार (अज्ञान और अन्याय का नाश करने का प्रतीक) 4. *ऊपरी बायाँ हाथ* – पाश (फंदा / रस्सी) (माया और आसक्ति को बाँधने व नियंत्रण करने का प्रतीक) ■ *श्रीगणेश जी को आत्मसात करके* अपने जीवन मे सुख, शान्ति व आनंद की प्राप्ति करें ! सीए दिनेश चन्द्र सनाढ्य #एक हिन्दुस्तानी (32) #27/08/25 #dineshapna
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment