Thursday 28 June 2018

★कांकरोली सब्ज़ी मंडी के आवंटन में धांधली व निर्माण में घोटाला★ ◆◆◆●●●◆इसलिए पूर्ण पारदर्शिता के साथ ही आवंटन हो व न्यायिक जाँच हो ।◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ नगर परिषद्,राजसमंद द्वारा द्वारकेश सब्ज़ी मंडी का निर्माण जनहित में होना था, जिसमें पिछले 20 वर्षों से गाँधी पार्क, कांकरोली में जो सब्ज़ी विक्रेता कार्यरत है, उन्हें इस नई सब्ज़ी मंडी में दुकान आवंटित की जानी थी, किन्तु नगर परिषद् ने अपनी मनमर्ज़ी से बिना नियम व पारदर्शिता के गुपचुप तरीके से पार्षद व नेताओं के परिचित तथा चहेतों को सब्ज़ी मंडी की दुकानें 11,000/- -11,000/- रु.लेकर आवंटित कर दी तथा अन्य तरीकों से भी इस आवंटन में वसूली हुई है । जबकि नियमुनसर जो पिछले 20 वर्षों से स्थानीय व्यापारी सब्ज़ी विक्रेताओं का पहला अधिकार होना चाहिए, उसके बाद शेष दुकानों का आवंटन लॉटरी या अन्य पारदर्शिता से होना चाहिए । अतः आपसे निवेदन है की इस आवंटन को रद्द किया जाये तथा जनहित में पुनः पारदर्शिता के साथ सब्ज़ी विक्रेताओं को आवंटन किया जाये जिससे आम जनता को न्याय मिल सके । इसके साथ ही जिस ज़मीन पर उक्त सब्ज़ी मंडी का निर्माण किया गया वह ज़मीन आज भी वैधानिक रूप से द्वारकाधीश मंदिर की है । इस ज़मीन का न तो वैधानिक रूप से विक्रय हुआ है और न ही अधिग्रहण किया गया है । तो यह जांच का विषय है की यह ज़मीन नगर परिषद् की कैसे हुई ? यदि उक्त ज़मीन नगर परिषद् की वैधानिक रूप से नहीं है तो उस पर करोड़ों रूपये खर्च कर सब्ज़ी मंडी का निर्माण कैसे हुआ ? यदि उक्त सब्ज़ी मंडी पर नगर परिषद् का वैधानिक अधिकार व स्वामित्व नहीं है तो सब्ज़ी विक्रेताओं को दुकानें कैसे आवंटित की जा सकती है ? उक्त सभी प्रकरणों की तुरंत न्यायिक जाँच होनी चाहिए व सम्बंधित दस्तावेज़ जनता के सामने रखने चाहिए । यदि सब्ज़ी मंडी निर्माण में घोटाला हुआ है तो दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही होनी चाहिए । CA. Dinesh Sanadhya www.dineshapna.blogspot.in














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