Saturday 30 June 2018

चार्टड डे ◆ व डाँक्टर्स डे ◆ ~ ~ 01 जुलाई, की शुभकामनाएँ !💐💐💐💐💐💐💐💐💐 ★★★★★★★★★★★★★★★★★★ सीए. संस्था 👌👌 य एष सुप्तेषु जागर्ती ★★★★★★★★★★★★★★★★★★ संस्कृत भारत की नीव है... विभिन्न संस्थाओं के संस्कृत ध्येय वाक्य--- भारत सरकार👉 सत्यमेव जयते लोक सभा👉 धर्मचक्र प्रवर्तनाय उच्चतम न्यायालय👉 यतो धर्मस्ततो जयः आल इंडिया रेडियो👉 सर्वजन हिताय सर्वजनसुखाय ‌ दूरदर्शन👉 सत्यं शिवम् सुन्दरम गोवा राज्य👉 सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुःखभाग्भवेत्। भारतीय जीवन बीमा निगम👉 योगक्षेमं वहाम्यहम् डाक तार विभाग👉 अहर्निशं सेवामहे श्रम मंत्रालय👉 श्रम एव जयते भारतीय सांख्यिकी संस्थान👉 भिन्नेष्वेकस्य दर्शनम् थल सेना👉 सेवा अस्माकं धर्मः वायु सेना👉 नभःस्पृशं दीप्तम् जल सेना👉 शं नो वरुणः मुंबई पुलिस👉 सद्रक्षणाय खलनिग्रहणाय हिंदी अकादमी👉 अहम् राष्ट्री संगमनी वसूनाम भारतीय राष्ट्रीय विज्ञानं अकादमी👉 हव्याभिर्भगः सवितुर्वरेण्यं भारतीय प्रशासनिक सेवा अकादमी👉 योगः कर्मसु कौशलं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग👉 ज्ञान-विज्ञानं विमुक्तये नेशनल कौंसिल फॉर टीचर एजुकेशन👉 गुरुः गुरुतामो धामः गुरुकुल काङ्गडी विश्वविद्यालय👉 ब्रह्मचर्येण तपसा देवा मृत्युमपाघ्नत इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय👉 ज्योतिर्व्रणीततमसो विजानन काशी हिन्दू विश्वविद्यालय:👉 विद्ययाऽमृतमश्नुते आन्ध्र विश्वविद्यालय👉 तेजस्विनावधीतमस्तु बंगाल अभियांत्रिकी एवं विज्ञान विश्वविद्यालय, शिवपुर👉 उत्तिष्ठत जाग्रत प्राप्य वरान् निबोधत गुजरात राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय👉 आनो भद्राः क्रतवो यन्तु विश्वतः संपूणानंद संस्कृत विश्वविद्यालय👉 श्रुतं मे गोपय श्री वैंकटेश्वर विश्वविद्यालय👉 ज्ञानं सम्यग् वेक्षणम् कालीकट विश्वविद्यालय👉 निर्मय कर्मणा श्री दिल्ली विश्वविद्यालय👉 निष्ठा धृति: सत्यम् केरल विश्वविद्यालय👉 कर्मणि व्यज्यते प्रज्ञा राजस्थान विश्वविद्यालय👉 धर्मो विश्वस्यजगतः प्रतिष्ठा पश्चिम बंगाल राष्ट्रीय न्यायिक विज्ञान विश्वविद्यालय👉 युक्तिहीने विचारे तु धर्महानि: प्रजायते वनस्थली विद्यापीठ👉 सा विद्या या विमुक्तये। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद्👉 विद्याsमृतमश्नुते। केन्द्रीय विद्यालय👉 तत् त्वं पूषन् अपावृणु केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड👉 असतो मा सद् गमय प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, त्रिवेन्द्रम👉 कर्मज्यायो हि अकर्मण: देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इन्दौर👉 धियो यो नः प्रचोदयात् गोविंद बल्लभ पंत अभियांत्रिकी महाविद्यालय, पौड़ी👉 तमसो मा ज्योतिर्गमय मदनमोहन मालवीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय गोरखपुर👉 योगः कर्मसु कौशलम् भारतीय प्रशासनिक कर्मचारी महाविद्यालय, हैदराबाद👉 संगच्छध्वं संवदध्वम् इंडिया विश्वविद्यालय का राष्ट्रीय विधि विद्यालय👉 धर्मो रक्षति रक्षितः संत स्टीफन महाविद्यालय, दिल्ली👉 सत्यमेव विजयते नानृतम् अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान👉 शरीरमाद्यं खलुधर्मसाधनम् विश्वेश्वरैया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नागपुर👉 योग: कर्मसु कौशलम् मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान,इलाहाबाद👉 सिद्धिर्भवति कर्मजा बिरला प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान, पिलानी👉 ज्ञानं परमं बलम् भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर👉 योगः कर्मसुकौशलम् भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई👉 ज्ञानं परमं ध्येयम् भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर👉 तमसो मा ज्योतिर्गमय भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान चेन्नई👉 सिद्धिर्भवति कर्मजा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की👉 श्रमं विना नकिमपि साध्यम् भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद👉 विद्या विनियोगाद्विकास: भारतीय प्रबंधन संस्थान बंगलौर👉 तेजस्वि नावधीतमस्तु भारतीय प्रबंधन संस्थान कोझीकोड👉 योगः कर्मसु कौशलम् सेना ई एम ई कोर👉 कर्मह हि धर्मह सेना राजपूताना राजफल👉 वीर भोग्या वसुन्धरा सेना मेडिकल कोर👉 सर्वे संतु निरामया .. सेना शिक्षा कोर👉 विदैव बलम सेना एयर डिफेन्स👉 आकाशेय शत्रुन जहि सेना ग्रेनेडियर रेजिमेन्ट.👉 सर्वदा शक्तिशालिं सेना राजपूत बटालियन👉 सर्वत्र विजये सेना डोगरा रेजिमेन्ट👉 कर्तव्यम अन्वात्मा सेना गढवाल रायफल👉 युद्धया कृत निश्चया सेना कुमायू रेजिमेन्ट👉 पराक्रमो विजयते सेना महार रेजिमेन्ट👉 यश सिद्धि सेना जम्मू काश्मीर रायफल👉 प्रस्थ रणवीरता सेना कश्मीर लाइट इंफैन्ट्री👉 बलिदानं वीर लक्षयं सेना इंजीनियर रेजिमेन्ट👉 सर्वत्र भारतीय तट रक्षक-वयम् रक्षामः सैन्य विद्यालय👉 युद्धं प्र्गायय सैन्य अनुसंधान केंद्र👉 बालस्य मूलं विज्ञानम - - - - - - - - - - सिलसिला यहिं खतम नही होता, विदेशी भी हमारे कायल हैं देखो जरा नेपाल सरकार👉 जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी इंडोनेशिया-जलसेना 👉 जलेष्वेव जयामहेअसेह राज्य (इंडोनेशिया) - पञ्चचित कोलंबो विश्वविद्यालय- (श्रीलंका)👉 बुद्धि: सर्वत्र भ्राजते मोराटुवा विश्वविद्यालय (श्रीलंका)👉 विद्यैव सर्वधनम् पेरादेनिया विश्वविद्यालय👉 सर्वस्य लोचनशास्त्रम् - - - - संस्कृत और संस्कृति ही भारतीयता का मूल है .. भारत का विकास इसी से संभव है ! तो कीजिये अपने गौरव को याद और सिर उठाकर कहिये "हम भारतीय हैं और संस्कृत हमारी पहचान है , हमें अपने गौरव का अभिमान है।" भारत माता की जय.. जयहिंद.. 🇮🇳 🙏🏻👌👌👍👍💐💐 CA. Dinesh Sanadhya www.dineshapna.blogspot.in


No comments:

Post a Comment