Thursday 14 October 2021

नाथद्वारा विकास कैसा हो जनहित मे विकास के साथ जाँच भी हो। जनता का पैसा, जनता के लिए तो जाँच (सामाजिक अंकेक्षण) भी जनता ही करें । विकास पुरुष को जांच पुरूष बनना होगा। सामाजिक अंकेक्षण करवाकर जनता के विश्वास पर खरा उतरना होगा।विकास पुरुष को। नाथद्वारा मे विकास तो हुआ है किन्तु अनियोजित, अनियमित, भ्रष्टाचार युक्त व व्यक्ति विशेष को फायदे के लिए ही हुआ है, जिसके कारण "आम जनता" को परेशानी व "आम जनता के धन" का दुरुपयोग हुआ है ! अतः निम्न विकास की "जाँच भी आम जनता के द्वारा" ही की जानी चाहिए ! सच्चे व सही विकास पुरुष को जाँच पुरुष बनना होगा व आम जनता को निम्न विकास कार्यों के सामाजिक अंकेक्षण का अधिकार देना होगा फोरलेन निर्माण, माँडल बस स्टैण्ड निर्माण, मन्दिर की लालबाग जमीन पर निजी माँल का व अन्य निर्माण,घटीया पार्क/सड़क का निर्माण,वनभूमि पर निर्माण, आईकोनिक गेट का निर्माण, कोबल स्टोन रोड़ का मन्दिर मार्ग पर निर्माण, गाँधी पार्क का निर्माण,हाई मास्क लाईट, शिवमूर्ति की अनावश्यक अधिक जमीन देकर निर्माण, बिना पार्किंग के होटल/बहुमंजिला ईमारतो का निर्माण, वनभूमि पर होटल निर्माण नाथद्वारा मे कोबल स्टोन, चौपाटी पर नाला निर्माणं, अण्डरग्राउण्ड बिजली लाईनें, सड़कें, चौराहे, गिरधर सागर, आईकोनिक गेट, बस स्टैण्ड व गाडँन निर्माण तो किया किन्तु गुणवत्ता व उपयोगिता का ध्यान नहीं रखा !केवल अधिकारी व स्थानीय नेताओं / स्वघोषित समाजसेवी पर अन्ध विश्वास किया, जिससे धन का दुरुपयोग, जनता को परेशानी व असुविधाजनक निर्माण हुआ, जो गलत है !विकास पुरुष को निर्माण के दौरान कमियां बताई गई, तो उन्होंने ध्यान नहीं दिया, जिसका परिणाम सामने है अब सभी विकास कार्यों का सामाजिक अंकेक्षण आम जनता / निष्पक्ष सीए से कराकर विकास पुरुष के साथ जाँच पुरष बने ! इस प्रकार ही सही व पूर्ण विकास होगा नाथद्वारा मे नाथूवास/सिंहाड़ तालाब मे अतिक्रमण, बहुमंजिला ईमारत बनाने मे नियम विरुद्ध निर्माण कार्य करके अतिक्रमण, आईकोनिक गेट से सड़क पर अतिक्रमण, वनभूमि पर अतिक्रमण हो रहा है और उसी को विकास बताया जा रहा है ! इस प्रकार के विकास से आम जनता को तो नुकसान हो रहा है, केवल कुछ सक्षम लोगों को फायदा हो रहा है ! केवल कुछ अधिकारी व स्थानीय नेताओं / स्वघोषित समाजसेवी पर अन्ध विश्वास किया, जिससे धन का दुरुपयोग, जनता को परेशानी व अतिक्रमण युक्त निर्माण हुआ, जो गलत है !उक्त निर्माण कार्यों से आमजन को नुकसान हो रहा है व संविधान/कोर्ट की अवमानना हो रही है ! अतः विकास पुरुष को इसकी निष्पक्ष जाँच कराके PLPC गठित करानी चाहिए ! अब अतिक्रमण मुक्त विकास करने के लिए "विकास पुरुष" के साथ "जाँच पुरुष" बने ! इस प्रकार ही सही व पूर्ण विकास होगा !नाथद्वारा मे सिंहाड़ तालाब मे अतिक्रमण करके फोरलेन निर्माण, मन्दिर की बड़ा मगरे के नीचे की जमीन पर न.पा. द्वारा पट्टे जारी करके आवास निर्माण, सड़क पर अतिक्रमण करके आईकोनिक गेट निर्माण, मन्दिर की लालबाग की जमीन को न.पा. द्वारा हड़प कर माँल/बस स्टैंड निर्माण ! इस प्रकार के विकास से आम जनता को तो नुकसान हो रहा है व केवल कुछ सक्षम लोगों को ही फायदा हो रहा है !केवल कुछ अधिकारी व स्थानीय नेताओं / स्वघोषित समाजसेवी पर अन्ध विश्वास किया, जिससे धन का दुरुपयोग, जनता को परेशानी व अतिक्रमण युक्त निर्माण हुआ, जो गलत है ! उक्त निर्माण कार्यों से आमजन को नुकसान हो रहा है व संविधान/कोर्ट/मन्दिर की भावनाओं का हनन हो रहा है ! अतः विकास पुरुष को इसकी निष्पक्ष जाँच कराकर सामाजिक अंकेक्षण कराना चाहिए ! अब "अतिक्रमण मुक्त विकास" करने के लिए "विकास पुरुष" के साथ "जाँच पुरुष" बने ! इस प्रकार ही सही व पूर्ण विकास होगाअतिक्रमण/भ्रष्टाचार युक्त व अनुपयोगी/व्यक्ति केन्द्रित विकास"! क्या "विनाश" नहीं है नाथद्वारा मे अतिक्रमण/भ्रष्टाचार युक्त विकास फोरलेन निर्माण, माँडल बस स्टैण्ड, मन्दिर की लालबाग जमीन पर माँल, घटीया पार्क/सड़क निर्माण, वनभूमि पर निर्माण अनुपयोगी/व्यक्ति केन्द्रित विकास आईकोनिक गेट, कोबल स्टोन रोड़, गाँधी पार्क, हाई मास्क लाईट, शिवमूर्ति की अनावश्यक जमीन, बिना पार्किंग के होटल/बहुमंजिला ईमारतें, वनभूमि पर होटल निर्माणइस प्रकार के विकास से आम जनता को तो नुकसान हो रहा है व केवल कुछ सक्षम लोगों को ही फायदा हो रहा केवल कुछ अधिकारी व स्थानीय नेताओं / स्वघोषित समाजसेवी पर अन्ध विश्वास किया, जिससे धन का दुरुपयोग, जनता को परेशानी व अतिक्रमण युक्त निर्माण हुआ, जो गलत है !उक्त निर्माण कार्यों से आमजन को नुकसान हो रहा है व संविधान/कोर्ट/मन्दिर की भावनाओं का हनन हो रहा है !अतः विकास पुरुष को इसकी निष्पक्ष जाँच कराकर सामाजिक अंकेक्षण कराना चाहिए !अब "अतिक्रमण/भ्रष्टाचार मुक्त विकास" करने के लिए "विकास पुरुष" के साथ "जाँच पुरुष" बने ! इस प्रकार ही सही व पूर्ण विकास होगा !











 

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