Saturday, 26 October 2024

★सत्य (सही) को सत्य (सही) व झूठ (गलत) को झूठ (गलत) कहे !★ 【■श्रीकृष्ण बनोगे ! तो आनन्द मे रहोगे !■】 (१) "श्रीकृष्ण की सेवा/पूजा" करने के साथ "श्रीकृष्ण के चरित्र" को अपनाये ! (२) "अहिंसा परमो धर्मः ! धर्म हिंसा तथैव च: !" अर्थात् :- अहिंसा मनुष्य का परम धर्म है, और धर्म की रक्षा के लिए हिंसा करना उस से भी श्रेष्ठ है ! (३) श्रीकृष्ण बने ! जैसे एक हाथ मे "मुरली" है, तो दूसरे हाथ मे "सुर्दशन चक्र" भी हो ! (४) श्रीकृष्ण की "गीता का पाठ" करे, तो "गीता को आत्मसात" भी करे ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(190) #26/10/24 #dineshapna





 

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