Thursday 15 December 2022

★नाथद्वारा का विकास करें, जनता हेतु व्यवधान नहीं !★ ★विकास आमजन हितार्थ हो, खासजन हितार्थ नहीं !★ ★सर्वे भवंतु सुखिनः -- आनन्दम ! आनन्दम ! आनन्दम !★ (१) नाथद्धारा/देश के विकास के लिए जिम्मेदार है - ◆नेता (जो आमजन से "वोट" लेकर बनते हैं) - ◆अधिकारी (जो आमजन के धन से "वेतन" लेकर काम करते है) (२)नाथद्धारा/देश के विकास का काम करते है - ◆कुछ नेता (दिखाते है आमजन के लिए, किन्तु हकीकत मे करते है "स्वयं या खासजन" के लिए) - ◆कुछ अधिकारी (दिखाते है आमजन के लिए, किन्तु हकीकत मे करते है "स्वयं या खासजन" के लिए) (३)नाथद्धारा/देश के विकास के लिए धन कहाँ से आता है - आमजन के टैक्स का जो धन प्राप्त होता है, उससे ही विकास के कार्य होते हैं किन्तु कुछ नेता/कुछ अधिकारी अपने स्वार्थ के लिए भ्रष्टाचार करके *धन लूटते हैं, *अनावश्यक निर्माण कराते हैं, *सरकारी सम्पत्ति लूटाते है, *खासजन के हित में काम करते हैं, *आमजन के काम नहीं करते हैं ! (४)नाथद्धारा/देश के विकास के लिए आमजन को क्या करना है - अपने अधिकार के लिए *आवाज उठानी है, *संगठीत होना है, *अन्याय का विरोध करना है, *धर्म युद्ध करना है ! (५) हमें [सर्वे भवंतु सुखिनः] के सिद्धांत पर कार्य करते हुए, आनन्दम! आनन्दम! आनन्दम! के साथ जीना है ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिंदुस्तानी #(243) #15/12/22 #dineshapna


 

No comments:

Post a Comment