Sunday 20 August 2017

झील से पुकार पिता झील माता गोमती की करुँ वंदना मै बारी - बारी ! अबकी बार करो बॅटवारा पानी का दोनों पुत्रो मे बराबरी !! झील राजसमंद मुबारक हो किसान व निवासी पुत्र आपको ! हर हर बार एक पुत्र को ज्यादा व दूसरा क्यों तरसे पानी को !! पिछली बार पानी बाटा पंद्रह सिचाई व सात पिलाई को ! अबकी बार पानी बाटो पंद्रह सिचाई व पंद्रह पिलाई को !! हाथ जोड़ शीश मै सबको नमन करू आपके चरणों मे ! इंद्र देव ने सबको दिया खाने व पीने हेतु पानी बराबरी मे !! प्रशासन व नेता क्यों न करे पानी बॅटवारा बराबरी मे ! दूत "दिनेश" कहे दोनों से पानी बॅटवारा करो बराबरी मे !! CA.Dinesh Sanadhya 20.08.2017 14.14



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