Sunday 18 August 2024

*देश को आजादी मिली किन्तु देशवासीयो को आजादी कब ?* *शहर हमारा मगर कब्जा किसी और का !* देश को 15 अगस्त को आजादी मिली थी जिसका जश्न हम सभी मना रहे हैं। वास्तविक रूप से आम आदमी को आजतक आजादी नहीं मिली । जब देश आजाद हुआ, तब हमें अंग्रेजों से मुक्ति जरूर मिल गई थी । उसके साथ ही आम जनता को अंग्रेजों के कानून, रहन सहन, भाषा व पहनावे तथा उनके आम जनता पर शासन करने के व्यवहार के तरीके से आजादी नहीं मिली । इसके साथ ही आम जनता को अंग्रेजों के बदले नेताओं व सक्षम लोगों का गुलाम बना दिया गया । इन कतिपय नेताओं व धनाढ्य लोगों ने अपने निजी स्वार्थ के लिए आम जनता को किसी न किसी बहाने से गुलाम बना रखा है तथा दिखाने के लिए हमें संविधान के द्वारा आजादी दिलाने की या होने की बात प्रसारित कर रखी है । जब हमारा देश आजाद हुआ तब हमें बँटवारे के रूप में हमें पुनः गुलामी दे दी गई, क्योंकि उसमें से कुछ लोग चाहते थे की हम अंग्रेजों के स्थान पर हम उच्च पदो पर बैठकर आम जनता को गुलाम बनाए । जिसके लिए आम जनता को कितना भी नुकसान हो या उन्हें पुनः गुलामी के चंगुल में फँसे, उसकी उन्हें नाम मात्र की भी फिक्र नहीं थी । नेताओं व सक्षम लोगों को केवल सत्ता पर आसीन होकर, अंग्रेजों की जगह बैठकर आम जनता को गुलाम बनाना है । इस प्रकार नेता व सक्षम लोग अपने उक्त उद्देश्य में काफी हद तक सफल भी हुए तथा आज भी उसी के अनुरूप चलते हुए हम आम जनता को गुलाम बना रखा है । अब देखना है कि आम जनता को कुछ नेताओं व कुछ सक्षम लोगों से आजादी कब व कैसे मिलेगी ? देशवासियों को गुलाम बनाने का एक उदाहरण यह है कि नाथद्वारा के नेताओं व धनाढ्य लोगों ने आम जनता को गुलाम बनाकर उनकी जमीन को लूट रहे हैं तथा जनता उससे परेशान हो रही है किंतु उसके विपरीत नेता और सक्षम लोग यह बताने में काफी हद तक सफल हो गए हैं कि हम जनता के सर्वहिताय का ही कार्य कर रहे है । सबका साथ सबका विकास को प्रमाणित करने के लिए कुछ लोगों को अपने साथ मिलाकर, उक्त गलत तथ्यो को जनता पर जबरदस्ती थोपने के कई मामले है । (1) गोमती उदयपुर फोरलेन (2) लालबाग बस स्टैण्ड की जमीन (3) आइकोनिक गेट (4) शिवमूर्ति ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(171) #15/08/24 #dineshapna










 

No comments:

Post a Comment