Sunday 25 August 2024

★जो श्रीकृष्ण का नहीं ; वह किसी काम का नहीं !★ ★जन्माष्टमी मनाने के साथ ; श्रीकृष्ण को आत्मसात करें !★ (१) कर्तव्य और धर्म :- भगवान कृष्ण परिणामों की परवाह किए बिना अपने कर्तव्य या धर्म का पालन करने के महत्व पर जोर देते हैं ! (२) भक्ति और विश्वास :- भगवान कृष्ण भक्ति और आस्था के प्रतीक हैं ! वे ईश्वर में अटूट भक्ति और आस्था को प्रोत्साहित करते हैं ! (३) नेतृत्व और निर्णय :- भगवान कृष्ण अर्जुन का मार्गदर्शन करके मूल्यवान नेतृत्व की शिक्षा देते हैं। वे एक महान नेता के गुणों का उदाहरण देते हैं : निर्णय लेना, रणनीतिक सोच और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में धैर्य बनाए रखना ! कृष्ण का नेतृत्व एक उदाहरण स्थापित करने, बुद्धिमानी से चुनाव करने और दबाव में शांत रहने के महत्व पर जोर देता है ! (४) दोस्ती और वफ़ादारी :- भगवान कृष्ण की अर्जुन और पांडवों के प्रति अटूट मित्रता और निष्ठा, सबसे कठिन परिस्थितियों में भी सच्ची मित्रता और समर्थन के मूल्यों का उदाहरण है ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(177) #25/08/24 #dineshapna





 

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