Thursday 6 August 2020

★★श्रीनाथजी के अन्यन सखा है बृजवासी !★★ ◆◆◆◆>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>◆◆◆◆ श्रीनाथजी सीधी बात केवल "दो" से करते थे :- १-महाप्रभु जी व उनके पुत्रों से ! २-महाप्रिय सद्दू पाण्डे व अष्टसखा / बृजवासीयो से ! ◆◆◆◆>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>◆◆◆◆ ★श्रीनाथजी ने महाप्रभु जी व उनके पुत्रों से पूजा, सेवा पद्वति, ज्ञान के प्रचार व निस्वार्थ सेवामार्ग को जन जन तक पहुँचाने के लिए सीधी बात की ! किन्तु उन्होंने पूजा के कार्य के लिए मुखियाओं रखा !जिस कारण गोस्वामीयो को उन्हें बार बार बदलना व कड़े निर्देश देने पड़े ! 【यह पूजा सम्बन्धित सेवा कार्यो को अनावश्यक रूप से मुखियाओं व अन्य को हस्तान्तरण क्यों किया ? 】 ◆◆◆◆>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>◆◆◆◆ ★श्रीनाथजी ने सद्दू पाण्डे, अष्टसखा व बृजवासीयो से निस्वार्थ प्रेम, सेवा, खेल, गायन व सुरक्षा के लिए सीधी बात की ! किन्तु उक्त सभी ने उक्त सभी कार्य स्वयं किये, किसी अन्य को हस्तांतरित नहीं किये ! 【इसके विपरीत बृजवासीयो के कार्यो को अनाधिकृत रुप से उनसे छिनकर, अन्य व्यक्तियो को देना व अन्य वैष्णवों को ही टेम्पल बोर्ड मैम्बर्स बनाना कहाँ तक उचित है ?】 ◆◆◆◆>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>◆◆◆◆ ◆◆जयश्रीकृष्ण◆◆ ★ ◆◆श्रीकृष्णार्पण◆◆ ◆◆◆◆>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>◆◆◆◆ दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी 06/08/2020 #dineshapna www.dineshapna.blogspot.com











 

No comments:

Post a Comment