Wednesday 9 March 2022

★त्याग व पर्यावरण को आत्मसात करते श्रीमद् भागवत कथा★ देश का पहला पन्नाधाय मातृशक्ति मन्दिर का भूमि पूजन व नीव भरके शुभारंभ किया । इसके साथ ही पन्नाधाय वन क्षैत्र, महाराणा प्रताप वन क्षैत्र व भगवान श्रीदेवनारायन वनी का शुभारंभ करने के साथ पन्नाधाय की जयंती लखाजी की भागल, कांलिन्जर मे मनायी गई ! आज पन्नाधाय जयंती व अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के समारोह की अध्यक्षता संगीता कँवर चौहान , मुख्य अतिथि देवकी नन्दन गुर्जर काका सा. विशिष्ट अतिथि गणेश सिह परमार पूर्व विधायक, घासी जी गुर्जर । सीए. दिनेश सनाढ्य ने स्वागत भाषण मे कहा कि इतिहास वहीं बनाता है जो त्याग करता है ! माँ पन्ना धाय ने अपने पुत्र का बलिदान करके उदयसिंह को बचाया, महाराणा प्रताप ने मातृभूमि के लिए अपना राजसुख का त्याग किया इस प्रकार इनके त्याग से महापुरुष बने । हमें भी देश के लिए त्याग करना चाहिए व मानवता की रक्षा के लिए पर्यावरण का संरक्षण करना चाहिए । संगीता जी ने कहा कि महिलाओं ने भी मातृभूमि व आत्म सम्मान की रक्षार्थ पद्मिनी ने जौहर किया, हाडी रानी ने अपने जीवन का त्याग किया व पन्नाधाय ने अपने पुत्र का बलिदान दिया । काका सा. ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए सरकार की कहीं योजनाएं चला रखी है जिसका फायदा उठाना चाहिए । आशापुरा मानव कल्याण ट्रस्ट के अध्यक्ष नानजी भाई गुर्जर ने पर्यावरण जागरुकता के लिए तीन वन क्षैत्र के विकास के लिए जनता को आगे आकर सहयोग व समर्पण करने के लिए आव्हान किया । मोहन लाल वर्मा जी ने पन्नाधाय के जीवन चरित्र के बारे मे विस्तार से बताया । अतिथियों का स्वागत नानजी, भँवर सिह, छगन गुर्जर किया ! मंच संचालन राधे श्याम राणा ने किया । ◆◆◆◆◆◆◆【08/03/2022】◆◆◆◆◆◆ *कलयुग में कल्याण का एकमात्र उपाय श्रीमद भगवत कथा श्रवण-ब्रिज भूषण महाराज* *जिला प्रमुख राजसमंद रत्नीदेवी जाट ने ग्राम वासियों के पीने के पानी की समस्या निदान के लिए नरेगा के अंतर्गत गंगा सागर तालाब के जल भरण क्षेत्र के विकास के लिए ₹5000000 देने की घोषणा की है।* *कालिंजर -कुंभलगढ़ 9 मार्च। आशापुरा मानव कल्याण ट्रस्ट के तत्वाधान में आयोजित श्रीमद भगवत कथा सप्त दिवसीय के प्रथम दिन व्यास पीठ से वृंदावन के राष्ट्रीय संत बृजभूषण जी ने कथा का वाचन किया। कथा स्थल पर पहुंच कर उपस्थित जन समुदाय द्वारा राष्ट्रीय संत बृजभूषण जी का गाजे बाजे से स्वागत सत्कार किया गया। व्यास पीठ पर विराजमान संत श्री का राजसमंद जिला प्रमुख रत्नीदेवी, राजस्थान गुर्जर महासभा प्रदेश महामंत्री मोहनलाल वर्मा, गुर्जर जागरण के संपादक धर्मवीर नागर दिल्ली, पूर्व सरपंच घासीजी गुर्जर एवं गणमान्य व्यक्तियों ने संत श्री को ऊपर्णा व मेवाड़ी पगड़ी से स्वागत किया। कालिंजर ग्राम पंचायत के गंगासागर गांव में पोखरे से महिलाएं मंगल कलश यात्रा एवं आशापुरा मानव कल्याण ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष नानजीभाई गुर्जर जोड़े से श्रीमद् भागवत की पोथी लेकर आगे आगे चल रहे थे। उनके आगे मांदल की थाप पर महिलाएं नृत्य करती हुई बढ़ती जा रही थी। आशापुरा मानव कल्याण ट्रस्ट की ओर से व्यासपीठ से जिला प्रमुख एवं माधव चौधरी तथा अन्य अतिथियों का भी संत श्री द्वारा सम्मान किया गया। इस अवसर पर अतिथियों ने भी श्रीमद्भागवत पोथी का पूजन किया जिनमें सीए दिनेश दिनेश सनाढ्य, राधेश्याम राणा, भंवर सिंह चौहान मुख्य थे। चिकित्सा विभाग, पुलिस एवं समाजिक विधि सहायता विभाग की सेवाएं भी श्रोताओं के लिए उपलब्ध थी। संत श्री ने अपने वचनों में कहा कि कलयुग में मानव मात्र के कल्याण का एकमात्र उपाय श्रीमद भगवत कथा का श्रवण है। मनुष्य द्वारा मोहवस पुत्र की कामना करना, अच्छी बात है ,किंतु संतति होने पर उसे संस्कार दिए बिना उसकी स्थिति धुंधकारी जैसी हो जाती है, तथा उससे धन व कुल के यश का नाश हो जाता है। अच्छे संस्कारों के साथ उत्पन्न संतति गोकर्ण हो तो वह अपना व परिवार का कल्याण करता है। कथा के दौरान संगीत में स्वर लहरी के साथ कथा श्रवण कर रही महिलाएं भजन गायन के अवसर पर भक्ति रस से सराबोर होकर नृत्य करने लगती थी। नानजीभाई गुर्जर अध्यक्ष आशापुरा मानव कल्याण ट्रस्ट वापी गुजरात राजस्थान। ◆◆◆◆◆◆◆【09/03/2022】◆◆◆◆◆◆







































 

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