Wednesday 2 March 2022

नाथद्वारा टेम्पल बोर्ड मे नये सदस्यों का स्वागत, किन्तु स्वार्थ को त्यागे ! ●●●●●●●●●●◆●●(१)●●●●●●●●●●●◆ नाथद्वारा टेम्पल बोर्ड मे मदनलाल पालीवाल को बोर्ड सदस्य बनने पर बधाई ! क्या जो कार्य 63 वर्षों मे नहीं हुआ, क्या वह कार्य 3 वर्षों मे होगे ? (१)क्या अब श्रीनाथजी की जमीन ज्यादा सुरक्षित होगी ? (लावटी पेट्रोल पम्प की जमीन व लालबाग बस स्टैण्ड की जमीन) (२)क्या अब श्रीनाथजी की विरासत व परम्पराएँ सुरक्षित रहेगी ? (श्रीगोवर्धन स्कूल का भवन व पुष्टि मार्ग की परम्पराएँ) (३)क्या अब श्रीनाथजी को विकास के धन का सदुपयोग होगा ? (वल्लभ विलास व बड़ा बाजार स्कूल) (४)क्या अब बृजवासीयो को अपने अधिकार पूर्णतः मिलेंगे ? (बृजवासियों को सखा के अधिकार, श्रीनाथजी की साक्षात् आज्ञानुसार कार्य) 【जो व्यक्ति पुष्टि मार्ग को जानने व मानने वाला, श्रीनाथजी के प्रति समर्पित, श्रीनाथजी के सम्पत्तियों की रक्षा करने वाला, श्रीनाथजी को धन समर्पित करने वाला व ईमानदार हो ! उसे ही बोर्ड सदस्य बनाना चाहिए !】 ●●●●●●●●◆●●●(२)●●●●●●●●●●●●● नाथद्वारा टेम्पल बोर्ड मे 63 वर्षों मे क्या हुआ ? कैसे हुआ ? क्या होना चाहिए ? (१)संविधान की प्रस्तावना के अनुसार भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, उसके अनुसार सरकार का धर्म (श्रीनाथजी मन्दिर) मे हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए ! किन्तु हकीकत मे 63 वर्षों से सरकार ही बोर्ड मेम्बर्स का चयन करती है और कार्य संचालन मुख्य निष्पादन अधिकारी (RAS) द्वारा किया जाता है और बोर्ड मे कलेक्टर (IAS) को स्थाई सदस्य बना रखा है जो गलत व संविधान के विरुद्ध है ! (२)उक्त 63 वर्षों मे सरकारी हस्तक्षेप व कुछ अयोग्य बोर्ड मेम्बर्स के कारण श्रीनाथजी की हजारों बीघा जमीन हाथ से निकल गई है ! जिसके लिए "सरकार (RAS & IAS) व कुछ बोर्ड मेम्बर्स" ही जिम्मेदार है ! (३)इन 63 वर्षों मे श्रीनाथजी की सम्पत्तियों (जमीन व धन) का नुकसान व दुरुपयोग हुआ है, तो भी कुछ बोर्ड मेम्बर्स चुप रहे व अन्याय को होते हुए देखते रहे, इसलिए वह भी श्रीनाथजी मन्दिर के प्रति दोषी /अपराधी है ! (४)अब पहली बार स्थानीय बोर्ड मेम्बर 3 वर्ष के लिए बनने से कुछ अच्छा होने की आशा जगी है ! मदन लाल पालीवाल को चाहिए कि नाथद्वारा नगरपालिका ने मन्दिर की जो जमीन हड़पी ली है, उस सभी जमीनों को वापस मन्दिर को दिलाये ! (लावटी पेट्रोल पम्प, नाथूवास की एक बीघा दो बिस्वा, लालबाग बस स्टैण्ड की 45000 वर्गफिट व बड़ा मगरे की करीब 50 - 60 बीघा जमीन) ●●●●●●●●●●◆●(3)●●●●●●●●●●●●● श्रीनाथजी मन्दिर पर सरकारी नियंत्रण क्यों ? नाथद्वारा टेम्पल बोर्ड के सदस्य 36 वर्षों से नासमझ या लापरवाह या असक्षम क्यों ? (१)जमीनों की सुरक्षा नहीं कर सके :- ●नाथूवास मेन रोड़ की 30166 वर्गफीट जमीन 21/10/1986 को 1200/- प्रति वर्ष पर किराए पर दी ! व ●लालबाग की 45000 वर्गफिट जमीन 23/04/1988 को 2000/- प्रति वर्ष पर किराए पर दी ! किन्तु आज दोनों जमीन नगरपालिका ने हड़प ली ! जिसके लिए बोर्ड मेम्बर्स या सरकारी अधिकारी (RAS & IAS) जिम्मेदार है तो मन्दिर पर सरकारी नियंत्रण क्यों ? (२)धन की सुरक्षा नहीं कर सके :- ●पायेगा काँटेज, ●बड़ा बाजार स्कूल, ●कन्या स्कूल व ●श्रीगोवर्धन स्कूल की मजबूत बिल्डिंग को तोड़कर, नई बिल्डिंग बनाना मन्दिर के धन का दुरुपयोग किया जा रहा है ! जिसके लिए बोर्ड मेम्बर्स या सरकारी अधिकारी (RAS & IAS) जिम्मेदार है तो मन्दिर पर सरकारी नियंत्रण क्यों ? (३) संसाधनों का सदुपयोग नहीं कर सके :- ●गौशाला होने के बावजूद घी बाहर से खरीदना, ●बारह बाग होने के बावजूद फल, फूल बाहर से खरीदना व ●हजारों बीघा जमीन होने के बावजूद घास / रचका बाहर से खरीदना ! यह स्पष्ट करता है कि बोर्ड मेम्बर्स या सरकारी अधिकारी (RAS & IAS) अपनी जिम्मेदारी निभाने मे असक्षम रहे है तो मन्दिर पर सरकारी नियंत्रण क्यों ? (४)सरकारी नियंत्रण के कारण "लूटने वाली सरकार" (नगरपालिका) व "लूटाने वाली भी सरकार" (सरकार द्वारा नियुक्त बोर्ड मेम्बर्स/सरकारी अधिकारी CEO/Collector) अब इस लूट को स्थानीय बोर्ड मेम्बर मदन लाल पालीवाल रोक सकते है ! अतः इनको चाहिए कि मन्दिर मण्डल का सामाजिक अंकेक्षण कराये ! इसकी मांग 02/10/2019 को श्रीजी सेवा सोसायटी ने कर रखी है ! ●●●●●●●●●●◆●●●(4)●●●●●●●●●●●● श्रीनाथजी मन्दिर मण्डल मे सदस्य कौन हो ! श्रीनाथजी मन्दिर सरकारी नियंत्रण से मुक्त हो ! (१)बृजवासियों ने सन् 1478 से (544 वर्षों से) श्रीनाथजी की सेवा व सुरक्षा कर रहे है व बृजवासी श्रीनाथजी के सखा है, इसलिए बृजवासियों मे से सात सदस्य (प्रत्येक जाति से एक) मन्दिर मण्डल मे होने चाहिए ! (२)मन्दिर मण्डल के सदस्यो की योग्यता :- ◆पुष्टि मार्ग की परम्पराओं को जानने वाला व उसे मानने वाला हो ! ◆शिक्षित, समझदार, ईमानदार व समर्पित हो ! ◆श्रीनाथजी की जमीन, धन व संसाधनों की रक्षा करने वाला व उसका सदुपयोग करने वाला हो ! ◆जनता से संवाद करने वाला व पारदर्शिता से कार्य करने वाला हो ! ◆धनपति भले न हो किन्तु ज्ञान / धन से सम्पन्न हो ! (३)वर्तमान मन्दिर मण्डल के सदस्यों की स्थिति :- ◆जमीनों की सुरक्षा करने मे असफल ! ◆धन की सुरक्षा करने मे असफल ! ◆ संसाधनों का सदुपयोग करने मे असफल ! ◆सरकारी नियंत्रण से मुक्ति दिलाने मे असफल ! (४)श्रीनाथजी मन्दिर मण्डल का स्वरूप :- महाराज श्री (१), बृजवासी (७), उदयपुर महाराणा (१), नाथद्वारा वासी (१), वैष्णव (५) इस प्रकार कुल (१५) सदस्य होने चाहिए ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #26-27-28 & 01/03/22 #dineshapna










 

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