Sunday 6 March 2022

★★महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं !★★ ★★स्थनीय बोर्ड सदस्य को बधाई !★★ ◆महादेव जी ने श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप के दर्शन करने पधारे ! ◆किन्तु जब महादेव जी ने बाणासुर राक्षस का साथ दिया तो श्रीकृष्ण ने महादेव जी से युद्ध किया ! ◆श्रीकृष्ण ने विजय प्राप्त करने के लिए महादेव जी पर "निन्द्रास्त्र" छोड़ा, तब ही बाणासुर पर विजय प्राप्त की ! 【आज 5000 वर्ष पुरानी घटना पुनः दोहराई जा रही है ! इसमें महादेव जी के स्थान पर महादेव जी के "एक भक्त", श्रीकृष्ण के स्थान पर "एक बृजवासी" बाणासुर के स्थान पर "एक ..........." है !】 ◆महादेव जी के एक भक्त ने श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप के दर्शन करने के लिए पहाड़ी पर शिवमूर्ति बनवाई ! ◆किन्तु जब महादेव जी के "एक भक्त" ने (एक..........) राक्षस का साथ दिया तो श्रीकृष्ण के एक बृजवासी ने महादेवजी के एक भक्त से धर्मयुद्ध की शुरुआत की ! ◆श्रीकृष्ण के एक बृजवासी ने विजय प्राप्त करने के लिए महादेव जी के एक भक्त पर "सत्यास्त्र" छोड़ा, तब ही (एक..........) राक्षस पर विजय प्राप्त की जायेगी ! ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆(2)◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ श्रीकृष्ण व महादेव जी एक दूसरे के भक्त भी है ! "विष्णु का शत्रु", "शिव की कृपा का भागी नहीं" ! ◆भगवान श्रीकृष्ण विष्णु के अवतार माने जाते हैं। भगवान विष्णु और शिव एक दूसरे के भक्त भी हैं । पुराणों में जो कथाएं मिलती हैं उनके अनुसार शिव को नहीं मानने वाला व्यक्ति विष्णु का प्रिय नहीं हो सकता । इसी प्रकार "विष्णु का शत्रु" "शिव की कृपा का भागी नहीं" हो सकता है । ◆जो श्रीनाथजी (विष्णु) की जमीन को लूटने वाला या जमीन को लुटते हुए देखकर भी मूक दर्शक बने रहने वाला श्रीनाथजी (विष्णु) का शत्रु है । ◆और जो श्रीनाथजी (विष्णु) का शत्रु है, वह शिव की कृपा का भागी नहीं हो सकता है । चाहे वह दिखाने के लिए कुछ भी कर दे । ◆श्रीनाथजी (विष्णु) हमेशा व्यक्ति को अपनी गलती को सुधारने का एक मौका जरूर देता है, व्यक्ति को चाहिए कि उस मौके को चुके बिना अपनी गलती को सुधार ले । ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆(3)◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆● महादेव जी से श्रीकृष्ण (श्रीनाथजी) तक ! महादेव जी के भक्त से श्रीकृष्ण (श्रीनाथजी) के भक्त तक ! ◆महादेव जी स्वयं जहर पीकर, दुनिया को बचाया ! ◆महादेव जी के भक्त ने दुनिया को जहर पीलाकर, स्वयं का भला किया ! ◆महादेव जी ने श्रीकृष्ण (श्रीनाथजी) को बृज से प्रस्थान व प्रवास के दौरान सहायता की ! ◆महादेव जी के भक्त ने श्रीकृष्ण (श्रीनाथजी) की जमीनों को बचाने के स्थान पर जमीन लूट मे सहयोग किया ! ◆श्रीकृष्ण (श्रीनाथजी) के भक्तों (बृजवासियों) ने अपना जीवन देकर श्रीनाथजी की सम्पत्तियों को बचाया ! ◆अब महादेव जी के भक्त की बारी है कि श्रीकृष्ण (श्रीनाथजी) की जमीनों को बचाये व लूटी हुई जमीनो को वापस दिलाये ! (नाथूवास की जमीन, लालबाग बस स्टैण्ड की जमीन व बड़ा मगरे की जमीन !) ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆(4)◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ महादेव जी व श्रीकृष्ण (श्रीनाथजी) एक दूसरे का सम्मान / सहयोग करते है ! किन्तु उन दोनों के भक्त जमीन / धन की लूट रहे है या लूट पर चुप है ! ◆महादेव जी के भक्त ही श्रीकृष्ण (श्रीनाथजी) की जमीन को लूट रहे है या जमीन लूट पर चुप है ! ◆श्रीकृष्ण (श्रीनाथजी) के भक्त भी श्रीनाथजी की जमीन व धन की लूट पर चुप है ! ◆श्रीकृष्ण (श्रीनाथजी) के भक्त / बोर्ड सदस्य / सरकारी अधिकारी अपने कर्तव्य पालन मे असफल रहे है क्योंकि वह जमीनों / धन को बचाने के स्थान पर जमीन / धन की लूट मे सहयोग कर रहे है ! ◆अब स्थानीय बोर्ड सदस्य बनने के बाद विश्वास है कि वह जमीन लूट की जमीन वापस लायेंगे, धन का दुरुपयोग को रोकेगे, सम्पत्तियों को बचायेगे, लूट व धन के दुरुपयोग को रोकेंगे तथा उक्त तथ्यों को बोर्ड की बैठक मे रखेगे व सामाजिक अंकेक्षण की स्वीकृति दिलवायगे ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #01- 02- 03 - 05/03/22 #dineshapna








 

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