Thursday 19 September 2019

★आओ ! थोड़ा इधर भी ध्यान दे !★ ◆◆◆◆◆◆◆◆◆●●●◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर स्थित, कुंभलगढ़ पंचायत समिति की ग्राम पंचायत - कालिंजर की लक्खाजी की भागल जो कि खारी नदी के प्रवाह क्षेत्र के किनारे बसी हुई है, यहां पुरातन समय से ही एक बड़ा तालाब रहा है, जिसकी देखरेख के अभाव में तथा टूट जाने से विगत दस - ग्यारह वर्षों से इस तालाब में जल संचय नहीं हो पा रहा है ! श्रीमान, विगत कई दशकों में यह तालाब लक्खा जी की भागल, उदाजी की भागल, नोहरा की भागल, सुथारों की भागल, परमारो की भागल, कालिंजर, डामरिया, मादरेचौ का गुडा सहित एक दर्जन छोटी मोटी भागल व ढाणियों को जलापूर्ति करता था ! यह संचित जल निधि, पेयजल व सिंचाई जल के रूप में काम में लिया जाता था और इस तालाब में वर्षा जल के संचयन से वर्ष पर्यंन्त आसपास के कुएँ, बावड़ियाँ, नाडियाँ तथा हेड पंपों में पानी की आवक बनी रहती थी और क्षेत्रवासियों की हलक पानी से तर रहती थी ! लेकिन विगत 10-11 वर्षों से इस तालाब के टूट जाने तथा मिट्टी व मलबे के जमा हो जाने से , तालाब में वर्षा जल संचयन नहीं हो पाता ! इसके परिणाम स्वरूप के आसपास की ढाणियों में पेयजल तथा कृषि जल का नितांत अभाव रहा व पेयजल हेतु भी त्राहि-त्राहि रहती है और ग्राम वासियों को रोजगार के लिए अन्य राज्यों में जाना पड़ा तथा मवेशियों को बेचना पड़ा ! अतः जिला प्रशासन से , सभी ग्राम वासियों की तरफ से तथा पर्यावरण एवं समाज हितेषी संस्था अपना राजसमन्द के सीए. दिनेश सनाढ्य, अमित वर्मा व संजय जैन , यह मांग करते है कि क्षेत्रवासियों के पेयजल तथा कृषि जल संकट को ध्यान में रखते हुए, राजकीय कोष या मनरेगा या अन्य कोई बजट से, इस ऐतिहासिक तालाब का जीर्णोद्धार करवाया जाए ! यह जल संरक्षण व जल के सदुपयोग का अच्छा उदाहरण होगा ! हमें आशा ही नहीं, पूर्ण विश्वास है कि हमारे इस प्राकृतिक तालाब का जीर्णोद्धार एवं उत्थान अति शीघ्र करवाया जाएगा ! धन्यवाद! (दिनेश सनाढ्य) अध्यक्ष - अपना राजसमंद,











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