Sunday 22 September 2019

#आधा_अधूरा_हिंदुत्व #दूसरा_बलिदान एक गौर वर्ण ब्राह्मण स्नान कर गंगा से गीले वस्त्रों में बाहर निकला कंधे पर जनेऊ, सुगठित देह और गर्व से तनी मूछें... हाथ में लोटा जिसमें शिव का जलाभिषेक करने को गंगा जल...! रोज वहीं सफाई करने वाला मातादीन गौर से उन्ह देख रहा था...रोज मातादीन किसी न किसी तरह उस सिपाही को उकसाता और बदले में रोज उसे गालियां पड़तीं .... दोनों के बीच एक अजीब ही बंधन था....पर उसदिन मातादीन किसी दूसरी मंसा में था सो जान बूझ कर उस ब्राह्मण सैनिक से जा टकराया... सैनिक भड़क उठा और मातादीन को गालियाँ देने लगा..... पर रोज की तरह आज मातादीन गालियां खाकर हँसने के स्थान पर कमर पर हाथ रख उस ब्राह्मण से बोला "बड़े बिरामन बने फिरते हो पांडेय तुम से तो हम लाख गुने अच्छे..... गोरन की गुलमाई में गाय खावत हो और बने फिर रहे हो बड़के पंडत...! सैनिक की आंखों में खून उत्तर आया वो चीखा "जुबान को लगाम दे मातादीन का बकवास किये जा रहा है... अगर फिर कुछ अंट संट बोला तो जुबान खींच लेंगे" मातादीन भी तेज आवाज में बोला "काहे पंडत जी हम का कुछ झूठ कह दिए गोरे जो तुमको गाय का चर्बी लगा कारतूस दिए है उसे दांत से खोल नहीं भरते बंदूक में..... और जब तुम गाय की चर्बी चाट ही लिए तो तुम काहे के पंडत बिरामन और हम काहे अछूत भंगी"!!! #मातादीन_भंगी की बात सिपाही #मंगल_पांडेय का सीना चीर गयी...वो सत्य जानने कलकत्ता की उस फैक्ट्री तक पहुंच गया जहां ये कारतूस बनते थे....और मातादीन की बातें सोलह आने सही थी.... अमर बलिदानी मंगल पांडेय का रक्त उबल पड़ा और विद्रोह का बिगुल फूक दिया उन्होंने पर दुर्भाग्य से उन्ह अपनो का सहयोग नहीं मिला और वो घायल हो गिरफ्तार हुए और फांसी चढ़ा दिए गए....! कहानी यहां खत्म नहीं हुई मंगल पांडेय के विद्रोह और फांसी ने भारतीयों को क्रोध से भर दिया पर चहु और शांति थी इस शांति को तोड़ अंग्रेजों के विरुद्ध हथियार उठाने वाले मंगल पांडेय के बाद दूसरे शहीद थे मातादीन भंगी... जो अपने उस ब्राह्मण बंधु की मृत्यु बर्दाश्त न कर सके जिससे वो रोज उलझते थे....शहीद मातादीन अंग्रेज़ों से लड़ते हुए उनकी गोली का शिकार हुए..... पर मरने से पहले मंगल पांडेय की जलाई ज्वाला को वो हवा दे गए के हिंदुस्तान चिल्ला उठा....."हल्ला बोल" क्या कोई कथित हिन्दू विद्वान मुझे #मातादीन_और_मंगल पांडेय के रिश्ते को समझा पायेगा!!! ★हिन्दुओं को जातियों मे मत बाँटो !★ ★हिन्दू एक होकर विश्व गुरु बनो !★










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