Thursday 3 November 2022

★"अध्यात्म रामायण" से "हकीकत रामायण" - सातवां दिन★ "अध्यात्म रामायण" से वाल्मीकि रामायण, तुलसी रामायण व "हकीकत रामायण" तक ! (1)श्रीराम के दस गुण ●शास्त्रों व मर्यादा पालक, ●सहनशील व धैर्यवान, ●दयालु व बेहतर स्वामी, ●बेहतर प्रबन्धक, ●विषम परिस्थितियों मे निति पालक, ●सत्य व धर्म पालक, ●न्याय प्रिय व आर्दश मित्र, ●आदर्श पुत्र व भाई, ●सत्य व न्याय के लिए युद्ध करने वाले, ●धर्म व ऋषियों के रक्षक थे ! (2) श्रीराम मे केवल एकमात्र विशेष गुण था कि "शास्त्रों के साथ शस्त्रों का सही उपयोग" करते थे ! (3)श्रीरावण के दस गुण ●महादेव का बहुत बड़ा भक्त, ●एक प्रकांड पंडित, ●प्रखंड विद्धान, ●प्रखर शास्त्र ज्ञाता, ●एक कुशल व्यापारी, ●कुशल राजनीतिज्ञ, ●महायोद्धा, ●चित्रकार व संगीतज्ञ, ●महाबलशाली, ●महाधनी था ! (4)श्रीरावण मे केवल एकमात्र अवगुण या गलती थी कि "स्त्री का अपहरण" अर्थात् "स्त्री का अपमान" किया था ! (5)आजकल एक रावण के स्थान पर अनेकों रावण है व हर गली - गली मे (यत्र तत्र सर्वत्र) रावण है ! आजकल रावण के गुणो (महादेव के भक्त, कुशल व्यापारी, विद्धान, शास्त्रों के ज्ञाता, राजनीतिज्ञ, महाधनी) को प्राप्त करने के लिए "मेहनत, ईमानदारी व त्याग" का उपयोग करने के स्थान पर "अन्याय, बेईमानी व लूट" का उपयोग करते है ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिंदुस्तानी #(228) #04/11/22 #dineshapna









 

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