Thursday 24 November 2022

★★★★धर्मो रक्षति रक्षितः ! ★★★★ सनातन धर्म के दुश्मन है - सनातन धर्म के कुछ •अहंकारी, •स्वार्थी, •लोभी व •डरपोक व्यक्ति ! ◆सतयुग मे भगवान विष्णु के दो द्वारपाल जय विजय अपने अहंकार के कारण हिरण्यकश्यपु व हिरण्याक्ष बनकर परेशान किया ! ◆त्रेतायुग मे विद्धान व पंडित रावण अपने अहंकार के कारण कुंभकरण व अन्य राक्षसों के साथ मिलकर सनातन धर्म को परेशान किया ! ◆द्वापरयुग मे शिशुपाल व दुर्योधन ने भाई बनकर अहंकार व स्वार्थ के कारण सनातन धर्म को परेशान किया ! ◆कलयुग मे डरपोक सनातनी मुसलमान बन गये व लोभी सनातनी ईसाई बन गये ! उसके बाद यह दोनो सनातन धर्म को परेशान कर रहे है ! इसके अतिरिक्त "1947" से पूर्व लोभी सनातनी मोहम्मद अली जिन्ना बनकर अलग देश बना लिया व उसके बाद कुर्सी के लिए कुछ नेताओं ने हिन्दू धर्म की बलि चढा दी व अभी भी अन्य राजनैतिक पार्टीयां "2012" तक भी हिन्दुओं की बलि चढ़ाने मे पीछे नहीं रह रहे है ! अतः सतयुग से लेकर कलयुग तक सनातन धर्म के दुश्मन •अपने सेवक (अहंकारी), •अपने विद्धान ब्राह्मण (अहंकारी), •अपने भाई (अहंकारी/स्वार्थी/लोभी) व •अपने राजा / नेता (अहंकारी/स्वार्थी/लोभी/ डरपोक) ही हैं ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिंदुस्तानी #(235) #24/11/22 #dineshapna



 

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