Sunday 21 January 2024

★ धर्म मे राजनीति न हो, किन्तु राजनीति मे धर्म चलेगा ! ★ ★ श्रीराम मन्दिर की सभी को बधाइयाँ ! सत्य व तथ्य ! ★ (●सनातन को 100% अपनाये ! ●इतिहास से 100% सीखे! ) (१) सनातन धर्म को 100% नहीं अपनाने के कारण हम बाबर के द्वारा श्रीराम मन्दिर को तोड़ने से नहीं रोक सके व 500 वर्ष तक हम पुनः वहाँ पर मन्दिर नहीं बना सके ! श्रीराम की "मर्यादा" तो याद रखी किन्तु उनके "धनुष" को भूल गये ! श्रीकृष्ण की "बाँसुरी" तो याद रखी किन्तु उनके "सुर्दशन चक्र" को भूल गये ! (२) सनातन के कुछ खास (राजा व सक्षम व्यक्ति) लोग व कुछ आम (स्वार्थी व डरपोक व्यक्ति) लोगो ने हमारे आक्रांताओ का साथ दिया, जिसके कारण हमे गुलाम बनना पड़ा व हमारे मन्दिर व संस्कृति के प्रतीको का भी बलिदान देना पड़ा ! हकीकत यह है कि बाबर व अंग्रेजों के साथ इतनी सेना नहीं थी कि हमारे देशभक्त राजाओं से लड़ सके ! उन आंक्राताओ की सेना मे हमारे ही कुछ लोग (गद्दार) थे, जिन्होंने हमारे ही देशभक्त लोगों के साथ युद्ध किया ! (३) हम 1200 वर्षों से गुलाम व पिडित रहने का मुख्य कारण गद्दारी, दुश्मनों पर अति विश्वास, आपसी मतभेद, हमारे लिए लड़ने वालों का साथ नहीं देना, सनातन धर्म की 100% पालना नहीं करना व निजी स्वार्थ आदि ! (४) सभी भारत वासियों से निवेदन है कि हम इण्डोनेशिया से कुछ सीखें ! वहाँ के मुसलमानो ने पुजा पद्वति बदली है किन्तु अपने संस्कारों को नहीं छोड़ा है ! वह आज भी श्रीराम, सीताजी, हनुमान जी, गणेश जी व रामायण को आत्मसात किये हुए है ! भारत के मुसलमान भी अपने 1200 वर्ष पूर्व के अपने संस्कारों को पुनः आत्मसात करते हुए, अपने पूर्वजों के अनुसार सनातन धर्म का सम्मान करें व उनका साथ दे ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(122) #21/01/24 #dineshapna






 

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