Friday 12 January 2024

★ आओ ! लोट चले सनातन की ओर ! सनातनी लोग परेशान क्यों हुए व हो रहे है ? ★ (१) सनातन धर्म विश्व का शाश्वत , सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय, सबसे पुराना व एकमात्र धर्म है ! इस धर्म से ही अन्य सभी समुदाय / मजहब / तथाकथित धर्म (ईसाई, इस्लाम, बौद्ध, सिख, यहुदी व अन्य ............... ) बने ! (२) सनातन धर्म एकमात्र सर्वश्रेष्ठ धर्म है किन्तु कालांतर मे सनातनी लोगों ने * किसी अपने निजी स्व उद्देश्य से या * सनातनी लोगों की कुछ कमियों से या * लोगों के द्वारा सनातन धर्म की पूर्ण रूप से सत्यता से पालना नहीं करने से या लोगों के विचारो की भिन्नता के कारण सनातन धर्म का विघटन / मतभेद /नुकसान हुआ है । इस कारण ही सम्प्रदाय /मजहब व धर्म के बीच संघर्ष शुरू हुआ तथा जो आगे चलकर इसमें स्वार्थ व अहंकार पैदा हुआ व सनातन की मूल भावनाओं व सत्यता को भूला दिया गया । (३) हम भारतीयों (सनातनियों) को 1200 वर्षों से गुलामी का सामना करना पड रहा है ! इसका मूल कारण हमने अपने सनातन धर्म के मूल तत्व को भूल गये व ईमानदारी से इसका १००% पालन भी नहीं किया ! इसमे गलती "सनातन धर्म" की नहीं, ★ "कुछ सक्षम सनातनी लोगों"★ की है । हम ने श्रीराम की मर्यादाओं को याद रखा, किन्तु धनुष को भूल गये । हम ने श्रीकृष्ण की मुरली को याद रखा, किन्तु सुर्दशन चक्र को भूल गये । (४) इस कारण मुगलों ने तलवार के बल पर, अंग्रेजों ने धोखा व कानून के बल पर व काले अंग्रेजों ने संविधान की अवहेलना व मनमाने कानून बनाकर, हम ( सनातनी/हिन्दुओं) को लूटा, धर्म परिवर्तन कराया, अत्याचार किया व सनातन धर्म मे भ्रम पैदा किया । जिसका नुकसान आज तक हो रहा है । (कुछ सक्षम सनातनी लोगों की गलतियों का परिणाम हम भोग रहे है ?) अब हमें जागरूक होकर सनातन धर्म को समझ कर, उसका १००% ईमानदारी से पालन करना है । यही एकमात्र उपाय शेष है । सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #(116) #13/01/24 #dineshapna


 

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