Monday 28 February 2022

श्रीनाथजी मन्दिर पर सरकारी नियंत्रण क्यों ? नाथद्वारा टेम्पल बोर्ड के सदस्य 36 वर्षों से नासमझ या लापरवाह या असक्षम क्यों ? (१)जमीनों की सुरक्षा नहीं कर सके :- ●नाथूवास मेन रोड़ की 30166 वर्गफीट जमीन 21/10/1986 को 1200/- प्रति वर्ष पर किराए पर दी ! व ●लालबाग की 45000 वर्गफिट जमीन 23/04/1988 को 2000/- प्रति वर्ष पर किराए पर दी ! किन्तु आज दोनों जमीन नगरपालिका ने हड़प ली ! जिसके लिए बोर्ड मेम्बर्स या सरकारी अधिकारी (RAS & IAS) जिम्मेदार है तो मन्दिर पर सरकारी नियंत्रण क्यों ? (२)धन की सुरक्षा नहीं कर सके :- ●पायेगा काँटेज, ●बड़ा बाजार स्कूल, ●कन्या स्कूल व ●श्रीगोवर्धन स्कूल की मजबूत बिल्डिंग को तोड़कर, नई बिल्डिंग बनाना मन्दिर के धन का दुरुपयोग किया जा रहा है ! जिसके लिए बोर्ड मेम्बर्स या सरकारी अधिकारी (RAS & IAS) जिम्मेदार है तो मन्दिर पर सरकारी नियंत्रण क्यों ? (३) संसाधनों का सदुपयोग नहीं कर सके :- ●गौशाला होने के बावजूद घी बाहर से खरीदना, ●बारह बाग होने के बावजूद फल, फूल बाहर से खरीदना व ●हजारों बीघा जमीन होने के बावजूद घास / रचका बाहर से खरीदना ! यह स्पष्ट करता है कि बोर्ड मेम्बर्स या सरकारी अधिकारी (RAS & IAS) अपनी जिम्मेदारी निभाने मे असक्षम रहे है तो मन्दिर पर सरकारी नियंत्रण क्यों ? (४)सरकारी नियंत्रण के कारण "लूटने वाली सरकार" (नगरपालिका) व "लूटाने वाली भी सरकार" (सरकार द्वारा नियुक्त बोर्ड मेम्बर्स/सरकारी अधिकारी CEO/Collector) अब इस लूट को स्थानीय बोर्ड मेम्बर मदन लाल पालीवाल रोक सकते है ! अतः इनको चाहिए कि मन्दिर मण्डल का सामाजिक अंकेक्षण कराये ! इसकी मांग 02/10/2019 को श्रीजी सेवा सोसायटी ने कर रखी है ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी (60) #28/02/22 #dineshapna








 

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