Sunday 1 January 2023

नववर्ष 2023 का स्वागत ! दो सन्देश के साथ ! ●ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः। ●कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन। (१)ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः। हिन्दी भावार्थ :- सभी सुखी होवें ! कैसे होगा ? :- सत्य, प्रेम, धर्म व न्याय हो ! सहयोग व परोपकार की भावना हो ! भ्रष्टाचार, झूठ, चोरी व अन्याय नहीं हो ! कोई अन्याय व अधर्म करें तो उसका सभी विरोध करे व रोके ! (२)कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन। हिन्दी भावार्थ :- तेरा कर्म में ही अधिकार है, तेरा फल में कभी अधिकार न हो अर्थात् तुझे किसी भी अवस्था में कर्म फल की इच्छा नहीं होनी चाहिये। कैसे होगा ? :- अन्याय व अधर्म के विरुद्ध बिना फल की ईच्छा के कर्म करें ! निष्काम कर्म करें ! ★★★★★★★★★★★★ 【उपनिषद व गीता का दो श्लोकों मे विस्तृत सन्देश, जो जीवन को सही लक्ष्य की ओर अग्रसर करें !】 ●ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः। ●कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन। (१)ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः। सर्वे सन्तु निरामयाः। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु। मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत्॥ ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः॥ - ।।उपनिषद।। हिन्दी भावार्थ :- सभी सुखी होवें, सभी रोगमुक्त रहें, सभी का जीवन मंगलमय बनें और कोई भी दुःख का भागी न बने। हे भगवन हमें ऐसा वर दो! ==================== (२)कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन। मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि।। - ।।2.47 गीता।। हिन्दी भावार्थ :- तेरा कर्म में ही अधिकार है ज्ञान निष्ठा में नहीं। वहाँ ( कर्म मार्ग में ) कर्म करते हुए तेरा फल में कभी अधिकार न हो अर्थात् तुझे किसी भी अवस्था में कर्म फल की इच्छा नहीं होनी चाहिये। सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिंदुस्तानी #(248) #01/01/23 #dineshapna


 

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