Saturday 4 April 2020

■■कोरोना :: यथार्थ ज्ञान■■ 【25/03/2020 से 03/04/2020 तक (10 दिन)】 ★★★★>>>>>>>>>>1>>>>>>>★★★★ ★ #कोरोना हमारा #गुरु :: उसका #ज्ञान शुरू !★ ★ #प्रथम दिवस - #यथार्थ ज्ञान ★ ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ (१) कोरोना ने मिलाया हमारे अपनो से (अपने परिवार के साथ रहने, उनसे भर पेट बाते करने, अपने मन मे झाकने, अपने ईश्वर को याद करने का समय दिया) जो हमें अपने ईश्वर से मिलाये, वह ही सच्चा गुरु है ! (२) अपना परिवार ही अपना होता है बाकी अन्य सब बेकार ! और जो बेकार है, उनसे दूरी भी बनानी चाहिए ! चाहे वह अपना दोस्त हो, अपना स्टाफ हो, अपना व्यापार हो, अपने रिश्तेदार हो, अपने नेता हो, अपनी पार्टी हो, अपने अधिकारी हो व अपनी सम्पत्ति भी क्यों न हो ! (३) अपना घर अपना होता है, बाकी सब पराया, जिसे छोडना ही पडता है ! चाहे वह अपनी दुकान हो, अपना आँफिस हो, अपनी गली व सडक हो, अपनी कार हो, अपना हेलीकॉप्टर हो, अपना काँम्पलेक्स हो, अपनी शिव मूर्ति हो, अपना मन्दिर हो, अपनी मस्जिद, गुरुद्वारा या चर्च हो ! (४) हम संसार मे बाहर व्यर्थ ही भटकते है और उन्हें भ्रम वंश उसे ही अपनी दुनिया समझते है, जबकि हकीकत यह है कि अपना घर, अपना परिवार, चार रोटीयाँ व अपना ईश्वर ही पिछले 5 दिनों से अपने है और आगे 21 दिनों तक अपने रहेंगे ! यदि इन 26 दिनों मे हम यह यथार्थ समझ जाये तो हमारे अन्दर स्थित लोभ, मोह, ईष्र्या, द्वेष, अन्धी दौड, बेईमानी सभी समाप्त हो जायेगी ! (५) घर मे व अपनो से प्यार व जीवन मिलता है और बाहर निकले तो लताड़ व डण्डे मिलते है ! ■ शेष कल........... 20 दिनों तक लगातार ......... #dineshapna मजबूरी मे बना मजबूत यथार्थ ज्ञानी - 25/03/2020 ●●●●●●●●●>>>>2>>>>●●●●●●●● ★#कोरोना ने पढाया #जीवन का पाठ :: जरूरी है #रोटी, #कपडा और #मकान !★ ★#दूसरा दिन - #यथार्थ ज्ञान★ ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ (६) #कोरोना के कारण पूरे हिन्दुस्तान को #मकान के अन्दर बन्द होना पडा और हमे केवल #रोटी और #कपडा ही याद रहा ! सरकार ने भी केवल सभी के लिए #रोटी की ही व्यवस्था सुनिश्चित की है ! (७) नाथद्वारा श्रीनाथजी मन्दिर भी इस जीवन के सत्य को जानता था, इसलिए 348 वर्षों से बृजवासियों के लिए जीवन पर्यन्त मन्दिर की ओर से #रोटी, #कपडा और #मकान की व्यवस्था की जाती रही है, किन्तु पिछले 61 वर्षों से मन्दिर मण्डल का नियन्त्रण उन लोगों के हाथों मे है जिन्हें केवल "धन, जमीन व सम्पत्तियां" ही चाहिए, जिसके कारण मन्दिर की व्यवस्था गडबडाई व बृजवासियों के साथ अन्याय हो रहा है ! किन्तु #कोरोना ने 348 वर्ष पूर्व का पाठ इन सभी को 6 दिनों मे ही पढा दिया ! (८) हम ईश्वर के आभारी है कि उन्होंने केवल #कोरोना के नाम से "छोटा झटका" ही देकर इन्सान को अपनी औकात बता दी ! अभी भी समय है कि हम सम्भल जाये ! (९) हमें, नेताओं व बडे धनपतियों को समझना चाहिए कि #रोटी, #कपडा और #मकान के बाद की सभी चीजें एक सीमा के बाद हमारे कुछ काम की नहीं है ! जैसे आज हम करोड़ों की गाडी लेकर घुम नहीं सकते है, देश व विदेश मे सैर सपाटे नहीं कर सकते, फाईव स्टार होटल मे खाना नहीं खा सकते है, हिरे, मोती व सोने के जेवर पहनकर अन्य लोगो को दिखा भी नहीं सकते है, बडी रैलियां नहीं कर सकते है, दिखावे की शादी व पार्टियां नहीं कर सकते है, तो बेइमानी से कमाया अकूत धन व सम्पत्तियां सभी बेकार है ! आज अमीर और गरीब सभी समान हो गये है, हम सभी केवल अपने #मकान मे है, पुराने #कपडे ही पहन रहे है, और घर की #रोटी ही खा रहे हैं , फिर भी आज हम ईश्वर व सरकार को धन्यवाद दे रहे है कि हम #जिन्दा है ! (१०) इसलिए #कोरोना से पाठ सिखना चाहिए कि "प्रकृति व जीवो का अत्यधिक दोहन न करें", आम आदमी के साथ "बेइमानी, लूट व धोखा न करें", अति विलासिता की ओर दौड़ न लगाये, लोभ, लालच, ईष्र्या, मिलावट, चोरी, लूट व भ्रष्टाचार न करें ! ईश्वर सभी को सद्बुद्धि दे ! ■ शेष कल ......... 19 दिनों तक लगातार ........... #dineshapna मजबूरी मे बना मजबूत यथार्थ ज्ञानी - 26/03/2020 ●●●●●●●●●>>>>3>>>>●●●●●●●● ★#कोरोना ने बताया फर्क :: आवश्यक व अनावश्यक मे !★ ★#तीसरा दिन - #यथार्थ ज्ञान★ ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ (११) #कोरोना ने बताया कि सरकार को आम आदमी के लिए पहले #भोजन, #पानी, #बिजली, #मकान, #स्वास्थ्य, #शिक्षा की जरूरतो को पूरा करनी चाहिए ! उसके बाद कार, बुलट ट्रेन, हवाई जहाज, पर्यटन, सैर सपाटे के स्थान की व्यवस्था करनी चाहिए ! (१२) #कोरोना ने बताया कि पहले ईश्वर/अल्लाह/गोड/गुरुग्रंथ साहिब को स्वयं के अन्दर खोजे व जाने, उसके बाद बाहर #मन्दिर/#मस्जिद/#चर्च/#गुरुद्वारे मे जाकर ढूंढे ! (१३) #कोरोना ने बताया कि पहले अपने परिवार के साथ रहे ! उसके बाद दोस्तो व समाज के साथ रहे ! पहले स्वयं सुरक्षित रहे ! फिर दूसरों को सुरक्षित करें ! #जान है, तो जहान है ! (१४) #कोरोना ने बताया कि देश मे 80 करोड़ #आम आदमी जीवित रहने के लिए प्रतिदिन कमाते है ! शेष 55 करोड़ व्यक्ति ही केवल अच्छा जीवन बनाने के लिए कमाते है ! और उसमें से से भी कुछ लोग केवल बेईमानी करके व आम आदमी के अधिकारो को छिनकर, लूट का माल इकट्ठा करने के लिए ही काम करते है ! (१५) #कोरोना ने जब यह फर्क बता ही दिया, तो स्वयं को #बेईमानी, #भ्रष्टाचार व #लूट से दूर होकर कुछ दूसरों के लिए भी जीना चाहिए ! #सरकार को भी सबसे पहले #आमआदमी की आवश्यकताओ (सभी को रोटी, कपडा, मकान, स्वास्थ्य, शिक्षा) को पूरा करने के बाद ही दूसरा काम करना चाहिए ! #आमआदमी के लिए पहले काम करे, उसके बाद ही #धनपतियों के लिए काम करना चाहिए ! ■शेष कल .......... 18 दिनों तक लगातार ......... #dineshapna मजबूरी मे बना, मजबूत यथार्थ ज्ञानी - 27/03/2020 ●●●●●●●●●>>>>4>>>>●●●●●●●● ★#कोरोना ने #प्रेम करना सिखाया :: अपने व परायो से !★ ★#चौथा दिन - #यथार्थ ज्ञान★ ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ (१६) #कोरोना के वजह से यदि हमें घर के अन्दर रहना पड रहा है, और हम घर के अन्दर रह रहे है ! तो इसका मतलब है कि हम अपने आपसे व अपने परिवार से #प्रेम करते है ! (१७) #कोरोना के वजह से हमें यदि हमें घर के अन्दर रह रहे है तो हम दूसरों व अपने #देश से #प्रेम करते है ! (१८) #कोरोना के वजह से यदि हमें घर के अन्दर रह रहे है, तो हमे अपने #ईश्वर/#अल्लाह/#गोड से #प्रेम करने का मौका मिला है ! (१९) #कोरोना के वजह से हम सभी घर के अन्दर रह रहे है तो देखा कि सक्षम व #सेवाभावी लोगों का #प्रेम दूसरों की सहायता के रूप मे प्रकट हो रहा है, जो हमारे #आपसीप्रेम का इजहार है ! (२०) जिस समस्या पर अपना नियंत्रण न चले, तो सावधानी व ईश्वर पर ही भरोसा करना चाहिए ! तथा उससे कुछ #सीखना चाहिए - "प्रेम" ■शेष कल .......... 17 दिनों तक लगातार ............ #dineshapna मजबूरी मे बना, मजबूत यथार्थ ज्ञानी - 28/03/2020 ●●●●●●●●●>>>>5>>>>●●●●●●●● ★#कोरोना मे #अपनो से निकटता :: किन्तु #सामाजिक दूरीया !★ ★#पांचवा दिन - #यथार्थ ज्ञान★ ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ (२१) #कोरोना के कारण घर पर ही रहने से "अपनो से निकटता" बढी, क्योंकि 24 घण्टे घर पर ही रहना है ! आज से पहले कभी नौकरी/व्यापार/पढाई/घुमने जाने की मजबूरी/बहाना था ! (२२) #कोरोना के कारण घर से बाहर जाना मना है तो "सामाजिक मेलजोल बन्द" है ! इस कारण मजबूरी मे "अपनो से निकटता" बढी है ! (२३) #कोरोना के कारण, हम अपने "संस्कारों के निकट" आ रहे है ! क्योंकि हमे मन से या मजबूरी से "रामायण व महाभारत" देखनी पड रही है ! इस बहाने हम अपने "बच्चों को भी अच्छे संस्कार" दे पा रहे है ! (२४) #कोरोना के डर व कामकाज से छुट्टी के कारण हम "अपने ईश्वर/अल्लाह/गोड के निकट" आ रहे है ! यह निकटता अच्छी है, चाहे यह मजबूरी मे ही क्यों न हो ? (२५) भगवान जो करता है अच्छे के लिए ही करता है, इसमें भगवान की कोई मर्जी छुपी होगी ? हम सकारात्मक सोचे व घर के अन्दर ही रहे ! ■शेष कल ......... 16 दिनों तक लगातार ........…. #dineshapna मजबूरी मे बना, मजबूत यथार्थ ज्ञानी - 29/03/2020 ●●●●●●●●●>>>>6>>>>●●●●●●●● ★#कोरोना का इशारा :: लोट चलो #सनातन की ओर !★ ★#छठा दिन - #यथार्थ ज्ञान★ ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ (२६) #कोरोना का इशारा है कि हम "सनातन धर्म" का पालन करें ! स्वच्छता का पालन करें, सामाजिक दूरीया रखें, विषाणुओं से बचाव के लिए अपरस, सूतक का पालन करें, हाथों की सफाई करें ! (२७) #कोरोना का इशारा है कि हम अपने आपको सर्वश्व मानने की भूल न करें ! "ईश्वर" की आराधना, पूजा, ध्यान व समर्पण करें ! (२८) #कोरोना का इशारा है कि हम कुछ समय अपने व अपने "परिवार के लिए" भी निकाले, क्योंकि हमे पितृ ऋण, मातृ ऋण, देव ऋण भी चुकाना है ! केवल "माया (पैसा) के लिए" ही नहीं दौडते रहे ! (२९) #कोरोना का इशारा है कि हम अपने "स्वास्थ्य" का भी ध्यान रखें ! योग, आसन, ध्यान व ईश्वर आराधना के साथ इम्यून सिस्टम भी ठीक रखना है जिससे हमारी "रोग प्रतिरोधक क्षमता" बढ़े ! (३०) इसलिए हमें अच्छे व सुखी जीवन के लिए "सनातन" को अपनाना है ! हमे "धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष" के साथ जीवन जीना है ! सभी "ऋण" चुकाने है ! सभी "कर्तव्य" निभाने है ! सभी "परम्पराओं व नियमों का पालन" स्वयं के अच्छे व सुखी जीवन के लिए करना है ! हमे "सनातन धर्म" को अपनाना ही होगा ! ■शेष कल .......... 15 दिनों तक लगातार ......... #dineshapna मजबूरी मे बना, मजबूत यथार्थ ज्ञानी - 30/03/2020 ●●●●●●●>>>>7>>>>●●●●●●●●●● ★#कोरोना का सकारात्मक पहलू :: परेशानियों के बीच #फायदा !★ ★#सातवां दिन - #यथार्थ ज्ञान★ ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ (३१) #कोरोना के कारण हमे रामायण व महाभारत एक साथ देखने का मौका व समय मिला ! (३२) #कोरोना के कारण हमें श्रीराम के 16 गुणों को जानने का अवसर मिला !– गुणवान (ज्ञानी व हुनरमंद)– किसी की निंदा न करने वाला (सकारात्मक)– धर्मज्ञ (धर्म के साथ प्रेम, सेवा और मदद करने वाला)– कृतज्ञ (विनम्रता और अपनत्व से भरा)– सत्य (सच बोलने वाला, ईमानदार)– दृढ़प्रतिज्ञ (मजबूत हौंसले वाला)– सदाचारी (अच्छा व्यवहार, विचार)– सभी प्राणियों का रक्षक (मददगार)– विद्वान (बुद्धिमान और विवेक शील)– सामथ्र्यशाली (सभी का भरोसा, समर्थन पाने वाला)– प्रियदर्शन (खूबसूरत)– मन पर अधिकार रखने वाला (धैर्यवान व व्यसन से मुक्त)– क्रोध जीतने वाला (शांत और सहज)– कांतिमान (अच्छा व्यक्तित्व)– वीर्यवान (स्वस्थ्य, संयमी और हष्ट-पुष्ट)– युद्ध में जिसके क्रोधित होने पर देवता भी डरें (जागरूक, जोशीला, गलत बातों का विरोधी) ! (३३) #कोरोना के कारण हमें श्रीकृष्ण के 16 गुणों को जानने का अवसर मिला ! - सम्पूर्ण शरीर का सुन्दर स्वरूप - समस्त शुभ गुणों से अंकित - तेजवान - बलवान - सत्यवादी - मधुर भाषी - वाक् पटु - भक्तों के हितैषी - प्रेमवश्य - परम शक्तिमान् - लोकप्रिय - भक्तों का पक्ष लेने वाले - सर्व आराध्य - - सर्वज्ञ - सच्चिदानंद(सदैव नित्य आनन्दमय शरीरवाले) - समस्त योग सिद्धियों से युक्त ! (३४) #कोरोना के कारण इस बार नवरात्रि 9 दिन के स्थान पर 21 दिन की मनाने का अवसर मिला ! (३५) इस प्रकार हमें कई परेशानियों के बीच, हमें अपने आराध्य व भगवान को जानने, देखने (रामायण व महाभारत) आत्ममंथन करने, अच्छे गुणों को अपनाने व आत्मचिंतन के साथ आध्यात्म सुधारने का अवसर मिला ! ■शेष कल ...........14 दिनो तक लगातार ................ #dineshapna मजबूरी मे बना, मजबूत यथार्थ ज्ञानी - 31/03/2020 ●●●●●●●●>>>>8>>>>●●●●●●●●● ★#कोरोना का #डर :: सभी ने अपनाई #सही डगर★ ★#आठवां दिन - #यथार्थ ज्ञान★ ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ (३६) #कोरोना के कारण सभी सही रास्ते पर चलने लगे ! जैसे - #स्वच्छता, हाथ धोना, दूसरो से दूरी बनाये रखना, अपने #घर पर रहना, ईश्वर को याद करना ! (३७) #कोरोना के कारण हम संसार व भौतिक साधनों को गौण मानने लगे है ! हमारी नई राह आपसी #प्रेम, अपना परिवार व #ईश्वर आराधना मुख्य हो गया है, केवल संसार मे आवश्यक #भोजन व #स्वास्थ्य ही रह गया ! (३८) #कोरोना के कारण हमारे अन्दर दूसरों के लिए #कुछ करने की इच्छा जाग्रत हुई है और हम दूसरों के लिए यथा योग्य #भोजन व राशन देने का कार्य कर रहे है ! (३९) #कोरोना से भारत ही नहीं, पूरी दुनिया के देश डरे हुए है ! इसलिए कोई देश #लड़ने, #प्रदूषण फैलाने व अनावश्यक बयानबाजी से दूर होकर #विश्व प्रेम व त्याग की ओर अग्रसर है ! (४०) #कोरोना के कारण हमे #स्वच्छता, स्वास्थ्य, प्रेम, त्याग, दान, भोजन, #सनातन धर्म, #ईश्वर प्रेम व #विश्व शान्ति के लिए कुछ सोचने व करने का अवसर मिला है, भले ही कोरोना के डर से हो ! ■शेष कल .......... 13 दिनों तक लगातार ............. #dineshapna मजबूरी मे बना, मजबूत यथार्थ ज्ञानी - 01/04/2020 ●●●●●●●●>>>>9>>>>●●●●●●●●● ★#कोरोना है #बाहरी :: #महामारी की जड़ है #बाहरी★ ★#नवाँ दिन - #यथार्थ ज्ञान★ ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ (४१) #कोरोना महामारी देश के बाहर चीन/इटली/अन्य देशों से आई है और उसने हमारा जीना हराम कर दिया ! हमारा व्यापार, धार्मिक कार्यक्रम व दैनिक कार्य बन्द करवा दिये है ! (४२) #कोरोना की तरह भारत मे सबसे पहले #बाहरी #"लूट की महामारी" सिकंदर {327 ई.पू.} व मुहम्मद बिन कासिम {712 ई.} लेकर आये ! इस #"लूट महामारी" मे #सम्पत्ति हानि व #जनहानि भी बहुत हुई ! (४३) #कोरोना की तरह #बाहरी लूट से "सम्पत्ति हानि/जनहानि" के साथ #"धर्म व संस्कृति हानि" की शुरुआत #मुगलों से {1525 ई.} व अंग्रेजों से {1608 ई.} हुई, जो आजतक जारी है व हम उसके परिणाम भुगत रहे है ! (४४) #कोरोना की तरह #बाहरी लूट, आजादी {1947 ई.} के बाद भी #मल्टीनेशनल कम्पनीयो के द्वारा "आर्थिक, सामाजिक व धार्मिक" जारी है ! (४५) इस प्रकार यह स्पष्ट है कि सिकंदर के आक्रमण से पहले हमारा भारत "स्वस्थ, सुखी व सम्पन्न" था ! किन्तु ■#"बाहरी वायरस/ वारियर्स"■ ने ही भारत को "जन/आर्थिक/सामाजिक/धार्मिक" हानि पहुँचाई है और आजतक भी पहुँचा रहे है ! #कोरोना इसका प्रत्यक्ष प्रमाण हैं ! ■हम इतिहास से सबक ले !■ ■शेष कल .......... 12 दिनों तक लगातार .............. #dineshapna मजबूरी मे बना, मजबूत यथार्थ ज्ञानी - 02/04/2020 ●●●●●●●●>>>>10>>>>●●●●●●●●● ★#कोरोना एक सूक्ष्म शक्ति :: #जीवाणु,#परमाणु व #परमात्मा ★ ★#दशवाँ दिन - #यथार्थ ज्ञान★ ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ (४५) #कोरोना इतनी बडी महामारी बन गई है जिससे पूरा विश्व परेशान है, जिसका "कारक इतना सूक्ष्म" है कि हमारी आँखों से नजर नहीं आता है ! (४६) #कोरोना का कारक अति सूक्ष्म है परन्तु "अति विनायक" हैं ! जैसे परमाणु अति सूक्ष्म है परन्तु "परमाणु बम्ब" भी "अति विनाशक" है ! (४७) #कोरोना व परमाणु बम्ब अति सूक्ष्म है व आँखों से दिखाई नहीं देते है, परन्तु है अति विनाशक व अति शक्तिशाली ! "परमात्मा" जो आँखों से या किसी भी यन्त्र से दिखाई नहीं देता है तो सोचो ! कितना "अति अति शक्तिशाली" होगा ? (४८) #कोरोना ने ज्ञान करा दिया कि जो जितना "सूक्ष्म", उतना ही "अधिक शक्तिशाली" है, किन्तु जो "सूक्ष्म के साथ अदृश्य" है, उसकी शक्ति "अतुलनीय व अवर्णनीय" है ! (४९) #कोरोना ने ज्ञान कराया कि कुछ बिमारियों का "ईलाज नहीं हो" तो "बचाव ही उपाय" है ! इसलिए घर पर ही रहे ! (५०) इसलिए "सूक्ष्म शक्ति" को भूलना नहीं है, उसकी सत्ता को हमे स्वीकार करना ही होगा ! अभी तक भारत ही कह रहा था, अब पूरा विश्व अनुभव कर रहा है ! ■शेष कल .......... 11 दिनों तक लगातार ........... #dineshapna मजबूरी मे बना, मजबूत यथार्थ ज्ञानी - 03/04/2020 ●●CA. Dinesh Sanadhya●●







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